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'वृंदावन' में होली मनाने जा रहे हैं, तो इन बातों का रखें ध्‍यान

होली का पर्व मनाने के लिए वृंदावन जा रहे हैं, तो पहले इन महत्वपूर्ण बातों को जरूर पढ़ लें। 
Editorial
Updated:- 2022-03-15, 12:29 IST

होली का पर्व आने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। वैसे तो होली का पर्व पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है, मगर कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इनमें से एक है मथुरा और वृंदावन। वृंदावन की होली पूरे विश्व में मशहूर है। मजे की बात तो यह है कि वृंदावन में बसंत पंचमी के दिन से ही होली शुरू हो जाती है।

ऐसे में होली खेलने के शौकीनों के लिए यह स्थान एक बहुत ही अच्‍छा विकल्‍प है। मगर वृंदावन के होली महोत्सव में शामिल होने से पहले कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो मनोरंजन के साथ-साथ आपको दिक्‍कतों का भी सामना करना पड़ेगा।

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कब जाएं वृंदावन

वृंदावन में होली का पर्व बेशक बसंत पंचमी से शुरू हो जाता हो, मगर असली होली यहां पर रंगभरी एकादशी के दिन से शुरू होती है। हालांकि, अगर आप लट्ठमार होली का आनंद लेना चाहती हैं तो उसके लिए आपको बरसाना और नंदगांव जाना होगा। यहां जाने के लिए भी आपको पहले मथुरा पहुंचना होगा और फिर आप इन दोनों स्थानों पर लट्ठमार होली देखने का आनंद उठा सकती हैं।

यदि आपको फूलों, लड्डू, अबीर गुलाल की होली देखनी है, तो इसके लिए वृंदावन से बेहतर स्थान और कोई नहीं है। यहां बांके बिहारी मंदिर जाने वाली गलियों से ही अबीर गुलाल लोग खेलना शुरू कर देते हैं और होली का यह सिलसिला मंदिर परिसर के अंदर तक चलता है। भगवान श्री कृष्ण के भक्त यहां अपने आराध्य के दर्शन और उनके साथ होली का पर्व मनाने आते हैं, यदि आप भी इस उत्सव का आनंद लेना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप रंगभरी एकादशी के दिन या फिर उसके बाद यहां पहुंचे।

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होटल की बुकिंग

आपको वृंदावन में यदि रुकना है, तो आपको बता दें कि यहां होटलों और आश्रमों की कमी नहीं है। मगर होली के पर्व के दौरान यहां पर बहुत ही ज्यादा भीड़ होती है, इसलिए रहने का ठिकाना आपको पहले ही बुक कर लेना चाहिए। यदि आप वृंदावन पहुंच कर होटल या आश्रम बुक करवाने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए मोटी रकम चुकाने के लिए भी तैयार हो जाएं।

गाड़ी की पार्किंग

अगर आप अपने गाड़ी से वृंदावन आ रहे हैं, तो आपको बता दें कि शहर के आउटर पर बने पार्किंग एरिया में ही अपनी गाड़ी को पार्क कर दें। वहां से आपको अपने होटल तक पहुंचने के लिए कई लोकल साधन मिल जाएंगे। मगर यदि आप सोच रहे हैं कि होली महोत्सव के दौरान आप गाड़ी अपने होटल में पार्क करें, तो इससे आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। दरअसल, इस दौरान वृंदावन में जगह-जगह रोड्स को ब्‍लॉक कर दिया जाता है। इन रोड्स पर आप पैदल तो चल सकते हैं मगर अपनी गाड़ी नहीं ले जा सकते। सबसे कठिन तो यह है कि आप गलियों के अंदर भी अपनी गाड़ी नहीं ले जा सकते हैं क्योंकि यह बहुत ही सकरी होती हैं और यहां आपकी गाड़ी घुस ही नहीं सकती। ऐसे में आपको वृंदावन की सीमा से बाहर निकलना किसी जंग लड़ने जैसा ही महसूस होगा। बेस्‍ट तो यह है कि आप वृंदावन में वहां मौजूद लोकल यातायात के साधनों का ही प्रयोग करें या फिर मथुरा में ही गाड़ी को पार्क करके किसी लोकल यातायात के साधन से वृंदावन पहुंचें।

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सुविधाजनक कपड़े

मार्च के महीने में गर्मी तो पड़ने ही लग जाती है, ऐसे में यदि आप वृंदावन में होली महोत्सव में शामिल होने जा रहे हैं तो आपको कॉटन के कपड़े ही कैरी करने चाहिए। कोशिश करें कि बहुत ही साधारण और आसानी से संभाले जाने वाले ही आउटफिट पहने। मंदिर परिसर के अंदर इतनी अधिक भीड़ होती है कि आप यदि बहुत भारी कपड़े पहन कर जाती हैं या फिर बहुत फ्लेयर्स वाले आउटफिट पहनती हैं तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर दुपट्टे और साड़ी के पल्लू को पहले ही इस तरह से कैरी करें कि वह भीड़ में कहीं फंसे नहीं। दरअसल, कई बार भीड़ में पल्लू और दुपट्टा पैर, हाथ या फिर गले में फंस जाता है, जिससे चोट लगने का भय होता है।

कहां से करें 'बांके बिहारी' मंदिर में एंट्री

सबसे पहले तो आपको बता दें कि मंदिर परिसर एंट्री के लिए कई गेट बने हैं , मगर व्‍यवस्‍था कहीं भी अच्‍छी नहीं है। आपको भीड़ का सामना करके ही मंदिर में एंट्री मिलेगी। लेकिन फिर भी भीड़ का थोड़ा कम सामना करना चाहते हैं, तो आपको गेट नंबर-4 से एंट्री करनी चाहिए। गेट-1 से ठीक पहले ही आपको एक गली मिलेगी जहां से गेट-4 चार के लिए रास्ता जाता है। मगर इस गेट से वीआईपी एंट्री होती है। इस एंट्री के लिए आपको वृंदावन में ही मौजूद किसी पंडित की मदद लेनी होगी। इस गेट से आप मंदिर परिसर में आसानी से घुस जाएंगे और आपको दर्शन भी आसानी से हो जाएंगे।

उम्‍मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। यदि आप वृंदावन की होली का आनंद उठाना चाहती हैं, तो आप ऊपर बताई गई बातों का विशेष ध्‍यान रखें। इसी तरह और भी आर्टिकल्‍स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Pallav Paliwal, Shutterstock

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