सावन के महीने में सेक्‍शुअल रिलेशन बनाने से क्‍या होता है?

क्या आपको पता है कि मानसून में सेक्‍शुअल रिलेशन बनाने से शरीर पर क्‍या असर होता है? हम सिर्फ वास्तु और धर्म-कर्म की बात नहीं कर रहे, बल्कि हेल्‍थ से जुड़े कुछ सच्‍चाई बता रहे हैं।   
How does monsoon affects mood
'टिप-टिप बरसा पानी' हो या फिर 'लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है' हो ये सब फिल्मों में ज्यादा रोमांटिक लगता है, लेकिन कपल्स के सेक्‍शुअल रिलेशन्स सीजन के कारण खराब होते हैं। सेंट्रल यूरोपियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी की रिपोर्ट मानती है कि सीजनल वेरिएंट के कारण पुरुषों में सेक्सुअल वेरिएशन भी होते हैं और महिलाओं के हार्मोन लेवल पर भी असर पड़ता है।avoid physical relationship during monsoon

क्यों सावन में कम हो जाती है सेक्‍शुअल रिलेशन की इच्‍छा?

बारिश के सीजन में उमस, चिपचिप और गंदगी के कारण तो हम सभी परेशान होते हैं। इसके अलावा, मानसून में कीड़े और पसीने की बदबू की समस्या भी आती है। रिपोर्ट कहती है कि मानसून में भी लोगों को SAD (Seasonal Affective Disorder) होता है। सैड एक तरह का डिसऑर्डर होता है जिसमें एक खास सीजन में ही दुख और तकलीफ महसूस होती है। शरीर की इंटरनल क्लॉक भी डिस्टर्ब हो जाती है।

घर के बाहर ज्यादा ना निकलना, शरीर को पूरी तरह से धूप ना मिलना, लोगों से ज्यादा सोशलाइज नहीं करना आदि सब कुछ इसके कारण ही होता है। मानसून और सर्दियां ये दो सीजन होते हैं जब डिप्रेसिव माहौल से लोग परेशान होते हैं। ऐसे समय में इंटरेस्ट का लॉस ज्यादा तकलीफ देता है। सूरज की धूप अगर शरीर को मिलती है, तो मेलाटोनिन, सेरोटोनिन, न्यूरोट्रांसमीटर आदि सब मूड को ठीक कर देते हैं। सीजन हमारी स्लीप साइकिल पर भी असर डालता है और इसके कारण ही परेशानी बढ़ती है।

यही कारण है कि रोमांटिक मौसम होते हुए भी कपल्स के बीच रिलेशनशिप थोड़ी कम होती है।

why you should avoid sexual  relationship during monsoon

मानसून के दौरान हाइजीन इशूज

मानसून का समय हाइजीन इशूज भी एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ जाते हैं। HHS पब्लिक एक्सेस की एक रिपोर्ट मानती है कि इस तरह के मौसम में महिलाओं में यूटीआई की समस्या जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है।

अगर माहौल में इतनी नमी है, तो यूरिनरी ट्रैक्ट में ज्यादा परेशानियां देखनी होंगी। इसके अलावा, बारिश का पानी अपने साथ कई तरह के बैक्टीरिया लेकर आता है। ऐसे में यह समझा जा सकता है कि बारिश के दौरान सेक्शुअल रिलेशन बनाना उतना सही नहीं है जितना समझा जाता है।

मौसम भले ही रोमांटिक हो, लेकिन इस दौरान हाइजीन की छोटी सी गलती भी परेशानी का सबब बन जाएगी।

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धार्मिक महीने का महत्व

सावन का महीना धर्म के हिसाब से भी बहुत जरूरी माना जाता है। इस महीने में शिव की भक्ति के साथ-साथ कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। लोग उपवास भी रखते हैं और पूजा-पाठ में ध्यान भी लगाते हैं। किसी धार्मिक अनुष्ठान के पहले वैसे भी सेक्‍शुअल रिलेशन बनाने की मनाही होती है।

एक-दो नहीं बल्कि तीन कारण यह समझाते हैं कि मानसून के दौरान सेक्‍शुअल रिलेशन बनाना उतना अच्छा फैसला नहीं माना जा सकता।

इस मामले में आपकी क्या राय है? हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Freepik

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FAQ

  • क्या सावन के महीने में सेक्‍शुअल रिलेशन बना सकते हैं?

    सावन के महीने में शिव की भक्ति के साथ-साथ कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। लोग उपवास भी रखते हैं, इसलिए सेक्‍शुअल रिलेशन से परहेज करते हैं।  
  • सेक्‍शुअल रिलेशन कब नहीं बनाना चाहिए?

    बारिश का पानी अपने साथ कई तरह के बैक्टीरिया लेकर आता है। इसलिए, इस मौसम में सेक्शुअल रिलेशन बनाना उतना सही नहीं है जितना समझा जाता है।