हमारे धर्म शास्त्रों में तुलसी के पौधे को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में ये पौधा होता है उस पर माता लक्ष्मी की विशेष कृपा दृष्टि मिलती है। यूं कहा जाए कि इस पौधे को देवतुल्य माना जाता है और कुछ विशेष समय और अवसरों पर इसकी पूजा बड़े ही विधि विधान से की जाती है।
सिर्फ ज्योतिष में ही नहीं बल्कि अच्छी सेहत के लिए भी इसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि हम तुलसी के पौधे का श्रद्धा पूर्वक पूजन करते हैं और इसके पौधे में नियम से जल चढ़ाते हैं तो सुख समृद्धि बनी रहती है। वहीं तुलसी के पौधे की पत्तियां तोड़ने और इसके स्पर्श को लेकर भी कुछ विशेष नियम हमारे शास्त्रों में बताए गए हैं।
शास्त्रों में बताए नियमों के अनुसार तुलसी की पत्तियां रात में तोड़ना पूर्ण रूप से वर्जित माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल यदि रात की किसी पूजा में करना हो तब भी इसे सूर्यास्त के तोड़ लेना चाहिए। आइए ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें शास्त्रों के अनुसार रात के समय तुलसी तोड़ना या इसका स्पर्श वर्जित क्यों होता है।
शास्त्रों के अनुसार रात के समय तुलसी क्यों नहीं तोड़नी चाहिए
शास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि सूर्यास्त के समय कभी भी तुलसी के पौधे को स्पर्श नहीं करना चाहिए और न ही तुलसी तोड़नी चाहिए। दरअसल तुलसी को माता लक्ष्मी का ही रूप माना जाता है और रात के समय इसे तोड़ने से लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं।
इसके अलावा मान्यता यह भी है कि तुलसी के पौधे को राधा रानी का रूप माना जाता है और शाम के समय वो श्री कृष्ण जी के साथ रास रचाती हैं। इसी वजह से उनकी अनुपस्थिति में इस पौधे का स्पर्श भी वर्जित माना जाता है।
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क्या हैं वैज्ञानिक कारण
यदि हम शास्त्रों की न भी मानें तो विज्ञान के कारणों की वजह से भी रात में तुलसी तोड़ना (तुलसी की पत्ती तोड़ने से पहले जानें नियम) अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि रात के समय इस पौधे में होने वाले कीड़े मकोड़े आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि रात में कोई प्रकाश संश्लेषक गतिविधि नहीं होती है, इसलिए अन्य पौधों की ही तरह तुसली का पौधा भी ऑक्सीजन की तुलना में अधिक कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ता है।
इन दिनों में भी न तोड़ें तुलसी की पत्तियां
यदि शास्त्रों की मानें तो कुछ विशेष दिनों में भी तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए। जैसे रविवार और मंगलवार के दिन तुलसी न तोड़ें। किसी भी अमावस्या तिथि के दिन भी तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए।
यदि कोई भी ग्रहण जैसे सूर्य या चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी की पत्तियां भूलकर भी नहीं तोड़नी चाहिए। हालांकि ग्रहण से पहले इसकी पत्तियां तोड़कर घर में कुछ विशेष स्थानों और खाने की सामग्री के आस-पास जरूर रख देनी चाहिए जिससे ग्रहण का बुरा असर न हो।
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तुलसी की पत्तियां तोड़ने के नियम
- तुलसी की पत्तियां कभी भी रविवार या एकादशी के दिनन तोड़ें और न ही इन दिनों में तुलसी का स्पर्श करें।
- यदि आप किसी भी काम के लिए तुलसी के पौधे की पत्तियां तोड़ती हैं तो इसे तोड़ने के लिए उंगलियों का इस्तेमाल करें। कभी भी नाखून से पत्तियां न तोड़ें।
- तुलसी का स्पर्श कभी भी गंदे हाथों से न करें अपवित्र शरीर के साथ तुलसी का स्पर्श न करें।
- यदि किसी वजह से तुलसी का पौधा सूख जाए तो इसे घर से तुरंत हटा दें और इसके स्थान पर नया पौधा लगाएं।
- तुलसी की पत्तियां किसी भी वजह से तोड़ने से पहले हाथ जोड़कर उनसे क्षमा मांगें और उनकी अनुमति लें।
यदि आप तुलसी की पत्तियां तोड़ने के लिए यहां बताए विशेष नियमों का पालन करती हैं तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है और समृद्धि आती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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