पद्म पुरस्कारों की शुरुआत 1954 में की गई थी। सरकार ने दो पुरस्कार भारत रत्न और पद्म विभूषण की शुरुआत की थी। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान के तौर पर जाना जाता है। ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किए जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च या अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए जाते हैं।
पद्म पुरस्कार कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, मेडिसिन, सामाजिक कार्य, विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाले और विशिष्ट काम करने वालों को दिए जाते हैं। जानकारी के मुताबिक पद्म विभूषण में तीन वर्ग थे- पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में इसका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।
इसे भी पढ़ेंःपहले पति फिर बेटा खोने के बावजूद भी नहीं टूटा हौसला, आखिरकार द्रौपदी मुर्मू बनीं देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति
कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र होता है। सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए तब तक पात्र नहीं हैं, जब तक वो पद पर हैं हालांकि, इसमें डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छूट है।
इसे भी पढ़ेंःराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया रवीना टंडन को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
Photo Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।