30 दिन की ही क्यों मिलती है हर महीने सैलरी? क्या आप जानते हैं इसके पीछे की असली वजह

Is Salary Calculated For 30 or 31 Days: सैलरी हर कर्मचारी के लिए मोटिवेशन है। आपने नोटिस किया होगा कि कुछ महीनों में 28 तो किसी में 31 दिन भी होते हैं, लेकिन इसके बाद भी सैलरी 30 दिन की ही मिलती है। क्या आपने कभी सोचा है कि सैलरी हमेशा 30 दिन के हिसाब से ही क्यों मिलती है?
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-07-11, 10:30 IST
Is Salary Calculated For 30 or 31 Days

How Many Days Should a Salary Be Paid: अपनी रोज की जरूरतों को पूरा करने और घर चलाने के लिए लोग बिजनेस या नौकरी करते हैं। अधिकतर लोग नौकरी करके अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं। नौकरी करने वाले लोगों को हर महीने एक तय समय पर सैलरी मिलती है, लेकिन क्या आपने एक बात नोटिस की है कि कुछ महीने ऐसे भी होते हैं, जिनमें 28, 30 या फिर 31 दिन होते हैं। किसी महीने में 30 से कम या ज्यादा दिन भी होते हैं, लेकिन इसके बाद भी सैलरी हमेशा 30 दिन के हिसाब से ही कैलकुलेटर करके दी जाती है।

नौकरी करने वाला एक एम्प्लॉई 30 दिन पूरे होने का इंतजार करता है, जब उसे सैलरी मिलती है। हर कोई पूरे महीने केवल सैलरी के लिए लगन से काम करता है। ऐसे में आइए जानें, आखिर हर महीने में 30 दिन के हिसाब से ही सैलरी क्यों दी जाती है?

30 दिन की ही क्यों मिलती है सैलरी?

Why do we get salary for only 30 days

हर कर्मचारी पूरे महीने लगन के साथ काम करता है, ताकि महीने के आखिर में उसके अकाउंट में सैलरी क्रेडिट हो सके। हालांकि, कुछ महीनों में 31 दिन भी होते हैं और किसी में 28 भी तो सैलरी कम या ज्यादा बढ़कर क्यों नहीं आती? हर बार सैलरी 30 दिन के हिसाब से ही क्यों आती है?

आज हम आपको बताएंगे, इस सवाल का जवाब। दरअसल, एम्प्लॉई की मंथली सैलरी की कैलकुलेशन करने के लिए कुछ मानक बने हुए हैं। इस मानक के मुताबिक, हर महीने को 30 दिन का ही माना जाता है और उसी के हिसाब से सैलरी दी जाती है। इस मानक के साथ सैलरी की गणना करना काफी आसान है।

30 दिन की गणना का है कानूनी नियम

बता दें कि सैलरी की गणना 30 दिन के हिसाब से ही की जानी चाहिए, इसके लिए कानूनी नियम भी बना हुआ है। इसकी के मुताबिक, ग्रेच्युटी की गणना की जाती है। ग्रेच्युटी की गणना करते वक्त 1 महीने को 30 दिन का मानकर उसमें से 26 कार्यदिवस के हिसाब से 15 दिन का औसत निकलाने के बाद, कर्मचारी को भुगतान किया जाता है।

ग्रेच्युटी की गणना कैसे की जाती है?

How is gratuity calculated

ग्रेच्युटी को कैलकुलेट करने के लिए (15 x पिछली सैलरी x काम करने की अवधि)/ 26 फार्मूला यूज किया जाता है। इस फॉर्मूले के तहत महीने को 30 दिन का मानकर उसमें से कर्मचारी को 15 दिन की औसत सैलरी के आधार पर सैलरी दी जाती है।

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Image Credit: Her Zindagi

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