विदेश जाने का सपना भला कौन नहीं देखता है। कभी विदेश में नौकरी तो कभी घूमने के लिए जाने के लिए हम सभी जिज्ञासु रहते हैं। यही नहीं कुछ पेरेंट्स सोचते हैं कि उनके बच्चे विदेश जाकर पढ़ाई करें।
लेकिन कई बार सब कुछ अपने पक्ष में होने पर भी विदेश जाने के योग नहीं बन पाते हैं। दरअसल इसके योग कुंडली में कुछ ग्रहों की स्थिति से होते हैं। अगर इन ग्रहों की दशा ठीक नहीं होती है तो आप चाहकर भी नौकरी या पढ़ाई के लिए विदेश नहीं जा पाएंगे।
कुंडली में ग्रहो की गलत स्थिति हमारे काम में अड़चनें पैदा करती है और कभी वीज़ा नहीं बन पाता है तो कभी कोई और कारण आगे आ जाता है जो आपको आगे बढ़ने से रोकता है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें कुंडली में कौन से ग्रह बना सकते हैं विदेश यात्रा के योग और इन्हें मजबूत करने के उपाय।
कुंडली में कौन सा भाव बनाता है विदेश यात्रा के योग
जन्म कुंडली का बारहवां भाव विदेश यात्रा से संबंध रखता है। विदेश यात्रा के लिए चंद्रमा को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना जाता है। दशम भाव किसी व्यक्ति की आजीविका का पता चलता है। विदेश यात्रा के लिए या वहां नौकरी और पढ़ाई करने के लिए कुंडली में बारहवें भाव में चंद्रमा और दशम भाव में शनि की स्थिति का आंकलन किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि विदेश जाने के लिए सबसे ज़रूरी है विदेश यात्रा का योग। किसी भी व्यक्ति की कुंडली के छठे भाव में चंद्रमा हो तो भी विदेश यात्रा के योग बनते है।
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राहु की स्थिति बना सकती है विदेश यात्रा के योग
वैसे तो राहु को छाया ग्रह माना जाता है, लेकिन कुंडली के भाग्य स्थान पर बैठकर राहू भी विदेश यात्रा के योग बनाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति मजबूत होती है उसे नौकरी में सफलता, पढ़ाई में सर्वोच्च स्थान और यहां तक कि विदेश यात्रा के योग बनते हैं। वहीं राहु की खराब स्थिति किसी की भी प्रगति में बाधा बन सकती है।
शुक्र ग्रह की ठीक स्थिति विदेश में नौकरी के योग बनाती है
शुक्र ग्रह को किसी भी व्यक्ति के आरामदायक जीवन का कारक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जब यह ग्रह कुंडली में मजबूत होता है तब व्यक्ति के नौकरी में प्रमोशन के साथ अच्छे जीवन के योग बनते हैं। यही नहीं शुक्र की कमजोर स्थिति की वजह से विदेश जाने में समस्याएं तो होती ही हैं और अगर आप किसी काम की शुरुआत करते हैं तो उसमें भी सफलता नहीं मिलती है।
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विदेश यात्रा के लिए कुंडली में ग्रहों को कैसे करें मजबूत
- यदि आपकी लाख कोशिशों के बाद भी विदेश जाने के योग नहीं बन पा रहे हैं तो आपको सबसे पहले किसी ज्योतिष एक्सपर्ट की सलाह से यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि कौन सा ग्रह आपको आगे बढ़ने से रोक रहा है।
- यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा या शुक्र की स्थिति कमजोर है तो आपको शुक्रवार के दिन सफ़ेद चीजों का दान करना चाहिए। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करें और खीर का भोग लगाएं।
- अपने घर में श्री यंत्र रखें और हर शुक्रवार इसकी पूजा करें। शुक्रवार के दिन किसी छोटी कन्या को भोजन कराएं।
- अगर कुंडली में राहु कमजोर है तो राहु को मजबूत करने के लिए शनिवार के दिनपीपल के वृक्ष (घर में उग गया है पीपल का पेड़ तो करें ये उपाय) के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि देव की पूजा करें। इसके साथ आप किसी जरूरतमंद को काले अनाज का दान करें।
- कई बार शनि की स्थिति ठीक न होने पर भी विदेश यात्रा में समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि देव की शिला पर सरसों का तेल चढ़ाएं और शनि चालीसा का पाठ करें।
- यदि आपकी विदेश यात्रा में बाधाएं आ रही हैं तो यहां बताई बातों को ध्यान में रखकर कुछ ज्योतिष उपायों का पालन करें जल्द ही विदेश जाने के योग बनेंगे।
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