महाशिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 8 मार्च को है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए इस उत्सव को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शिवरात्रि हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 8 मार्च को है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व बताया गया है। कहते हैं, इस दिन शिव जी की पूजा करना विशेष रूप से फलदाई माना जाता है।
जो भी मनुष्य पूरे श्रद्धा भाव से शिव जी की पूजा-अर्चना करता है उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। हालांकि, शिव पूजन में कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है। इन्हीं में से एक है- शिवलिंग पर अर्पित किए जाने वाले चीजों का ध्यान रखना। दरअसल, कुछ चीजें ऐसी हैं, जिसे शिवजी की पूजा में शामिल करना वर्जित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इन चीजों को शिवलिंग पर चढ़ाने से महादेव नाराज हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं किन चीजों को शिव पूजन में शामिल करना अशुभ होता है।
सिंदूर या कुमकुम
अक्सर लोग भगवान की पूजा करने के दौरान लाल सिंदूर या कुमकुम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, शिवजी की पूजा के दौरान सिंदूर या कुमकुम नहीं चढ़ाना चाहिए। इसकी जगह आप चंदन का इस्तेमाल कर सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवजी को बैरागी माना गया है। ऐसे में उन्हें लाल सिंदूर अर्पित करना अपमान करने के बराबर है।
केतकी का फूल
शिवजी की पूजा में यूं तो सफेद फूलों को चढ़ाना शुभ माना जाता है। लेकिन, केतकी एक ऐसा फूल है जिसका शिव पूजन में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार केतकी फूल को शिव पूजन के लिए श्रापित माना गया है।
तिल का ना करें इस्तेमाल
शिवजी की पूजा में कभी भी तिल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पौराणिक मान्यता के अनुसार, तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ है। इसलिए इसे विष्णु भगवान पर चढ़ाया जाता है। लेकिन, देवों के देव महादेव पर तिल अर्पित करने से आपको बचना चाहिए।
बेलपत्र की पत्तियों का रखें ध्यान
दरअसल, शिवजी को बेलपत्र यूं तो अति प्रिय है। लेकिन भूल कर भी महाशिवरात्रि की पूजा में उनकी पत्तियों का ध्यान रखना जरूरी होता है। शिव जी पर कभी भी कटे-फटे बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए। बेलपत्र हमेशा तीन पत्तियों वाले ही चढ़ाएं। वरना आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।
नारियल पानी
शिवजी की पूजा में जल का इस्तेमाल जरूरी होता है। ऐसा माना जाता है कि शिव जी को हमेशा जल की धारा बेहद पसंद आती है। लेकिन, शिवलिंग पर कभी भी नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे श्रद्धालुओं को उनकी भक्ति का फल मिलने के बजाय उल्टा फल मिल सकता है। इसलिए महाशिवरात्रि की पूजा में सामग्री का खास ख्याल रखना जरूरी होता है।
ऐसे अक्षत ना चढ़ाएं
अक्षत यानी कि चावल यूं तो शिवजी को चढ़ता शुभ माना जाता है। लेकिन कभी भी उनकी पूजा में टूटे हुए अक्षत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहते हैं ऐसा करने से भक्त को पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
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लाल फूल
अक्सर देवी-देवताओं की पूजा में हम फूलों का इस्तेमाल करते हैं और लाल फूल चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। लेकिन शिवजी की पूजा में कभी भी लाल रंग के फूल जैसे गुड़हल के फूल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे शिवजी नाराज हो सकते हैं।
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तुलसी दल
अगर आप महाशिवरात्रि पर व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने वाली हैं तो ध्यान रखें कि उनकी पूजा में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल न करें। दरअसल शिवजी की पूजा में तुलसी की पत्तियां का इस्तेमाल वर्जित माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी को भगवान विष्णु की पत्नी के रूप में पूजा जाता है और शिवाजी उनके ज्येष्ठ के समान हैं। यही कारण है कि शिवजी पर तुलसी अर्पित करने की मनाही होती है।
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Image credit- Herzindagi
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