हिंदू धर्म में दशहरा का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन के मान्यताएं प्रचलित हैं और इसकी पौराणिक कथा असत्य पर सत्य की जीत के साथ बुराई अच्छाई की जीत को भी दिखाती है।
मान्यतानुसार इसी दिन प्रभु श्री राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी और इसी विजय पर्व को लोग विजयाशमी के नाम से जानने लगे। दशहरा का पर्व पूरे देश में प्रचलित होने के साथ कई प्रथाओं को भी अपने में समेटे हुए है, जिसका एक अलग ही मतलब होता है।
ऐसी ही एक प्रथा है इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना। ऐसी मान्यता है कि यदि दशहरा के दिन इस पक्षी के दर्शन हो जाते हैं तो व्यक्ति का भविष्य उज्जवल हो जाता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि दशहरा के दिन नीलकंठ के दर्शन करना शुभ क्यों माना जाता है और ये आपके भविष्य के लिए क्या संकेत देता है।
नीलकंठ के दर्शन से होती है धन की वर्षा
ऐसा माना जाता है कि यदि दशहरा के दिन नीलकंठ के दर्शन हो जाते हैं तो ये आपकी सोई किस्मत जगा सकता है। यदि आप दशहरा के दिन घर से बाहर निकल रहे हैं और आपको नीलकंठ पक्षी कहीं नजर आ जाए तो आपके काम जरूर पूरे हो जाएंगे। इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन से गरीब व्यक्ति भी मालामाल हो जाता है।
इसे जरूर पढ़ें: Dussehra Kab Hai 2023: इस साल दो शुभ योग में है दशहरा, जानें शस्त्र पूजा और रावण दहन का शुभ मुहूर्त
नीलकंठ के दर्शन से बनते हैं विवाह के योग
ऐसी मान्यता है कि यदि आप दशहराके दिन नीलकंठ के दर्शन करती हैं तो ये आपके जीवन के लिए बहुत ही शुभ संकेत देता है। ऐसा कहा जाता है कि यदि किसी व्यक्ति के विवाह में बाधा आ रही हो और उसे नीलकंठ के दर्शन ख़ास दशहरा के दिन हो जानें से जल्द ही विवाह के योग बनते हैं।
नीलकंठ के दर्शन देते हैं ये संकेत
नीलकंठ को भगवान शिव का दूसरा रूप माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि इसके दर्शन मात्र से हमारे तमाम कार्य पूरे होने लगते हैं। बहुत से लोग दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन के लिए आतुर रहते है किसी भी मुद्रा में अगर नीलकंठ पक्षी आपको मिल जाये तो ये बहुत ही शुभ साबित हो सकता है। अगर आपको लकड़ी पर बैठे हुए नीलकंठ के दर्शन हो जाते हैं तो समझें तुरंत ही धन के योग बन रहे हैं।
- अगर किसी कन्या को नीलकंठ के दर्शन उसके दाहिनी ओर उड़ते हुए हो जाते हैं तो उसके शादी के योग बहुत ही जल्दी बनने वाले हैं। अगर बायीं ओर उड़ते हुए हुआ नीलकंठ के दर्शन हों तो समझें कि कन्या को ऐसा वर मिलने के योग हैं जो उसकी हर एक बात को सहर्ष स्वीकारे।
- ज्योतिष में ऐसी मान्यता है कि यदि नीलकंठ के दर्शन पीठ पीछे हों तो लड़की के विवाह का रिश्ता टूट जाता है और बात बीच में ही ख़त्म हो सकती है। लेकिन दशहरा के दिन भी पीठ पीछे से नीलकंठ के दर्शन अशुभ माने जाते हैं।
पुरुषों के लिए ऐसे दर्शन होते हैं शुभ
अगर नीलकंठ पुरुष को दशहरा के दिन दिखाई दे तो उसके दर्शन मात्र से ही पुरुष को विजय प्राप्त होती है ये एक शुभ प्रतीक होता है। नीलकंठ के दर्शन से बिगड़े काम बन जाते हैं। अगर आपको नीलकंठ के दर्शन होते है तो आपके काम में आपको सफलता मिलती है। सोमवार या दशहरा के दिन या फिर महाशिवरात्रि के दिन दर्शन करना भी लाभदायक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने इस पक्षी को देखने के बाद ही रावण को युद्ध में पराजित किया था। तभी से नीलकंठ को विजय का प्रतीक माना जाने लगा।
इस प्रकार यदि आपको दशहरा के पावन अवसर पर नीलकंठ पक्षी दिख जाए तो ये आपके जीवन में समृद्धि के मार्ग खोल सकता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: unsplash.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों