प्रत्येक महीने में एक अमावस्या तिथि होती है और प्रत्येक तिथि का विशेष महत्व है। अमावस्या को हिंदू कैलेंडर में एक शुभ दिन माना है, मुख्य रूप से वैशाख महीने में पड़ने वाली अमावस्या का अलग महत्व है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार वैशाख अमावस्या का किसी भी व्यक्ति की कुंडली पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
इस दिन कुछ विशेष अनुष्ठानों को करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है। वहीं लोग इस दिन पितरों की शांति के लिए भी कुछ विशेष उपाय आजमाए जा सकते हैं।
मान्यता है कि यदि आप इस दिन पितृ शांति के उपाय करते हैं तो समस्त पापों से मुक्ति मिलने के साथ मनोकामनाओं की पूर्ति भी की जा सकती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें इस साल कब पड़ रही है वैशाख अमावस्या और इस दिन कौन से उपाय किए जा सकते हैं।
वैशाख अमावस्या की तिथि (Vaishakh Amavasya 2023 Date)
इस साल वैशाख अमावस्या 20 अप्रैल 2023, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगेगा।
वैशाख अमावस्या 2023 शुभ मुहूर्त (Vaishakh Amavasya 2023 Muhurat)
- हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख अमावस्या तिथि आरंभ- 19 अप्रैल 2023, प्रातः 11 बजकर 23 मिनट पर
- वैशाख अमावस्या तिथि समापन -20 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर
- स्नान-दान मुहूर्त - 20 अप्रैल 2023 प्रातः 04.23 से 05.07
- सूर्य ग्रहण आरंभ- 20 अप्रैल, प्रातः 07 बजकर 04 से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक।
वैशाख अमावस्या का महत्व (Vaishakh Amavasya 2023 Significance)
ऐसी मान्यता है कि वैशाख अमावस्या के दिन यदि कोई व्यक्ति अपने पितरों का तर्पण करता है तो उसे कई जन्मों के बराबर पुण्य मिलता है। इस दिन किया गया पूजन आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकता है और मनोकामनाओं की पूर्ति करने में मदद करता है।
वैशाख अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना भी शुभ माना जाता है और यदि आप गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करते हैं तो पापों से मुक्ति के साथ शरीर को भी शुद्धि मिलती है। इस दिन किया गया तर्पण पूर्वजों के प्रति सम्मान का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सूर्योदय से पहले उठना विशेष रूप से फलदायी होता है।
वैशाख अमावस्या पर पितृ शांति के उपाय (Vaishakh Amavasya 2023 Pitra Shanti Upay)
मान्यता है कि यदि आप वैशाख अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए कुछ विशेष उपाय आजमाते हैं तो सदैव आपके ऊपर उनकी कृपा दृष्टि बनी रहती है और आपको परेशानियों से बाहर निकलने में मदद मिलती है।
वैशाख अमावस्या पर पितरों के लिए करें तर्पण
यदि आप वैशाख अमावस्या के दिन पितरों का विधि पूर्वक तर्पण करते हैं तो आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। तर्पण में जल का इस्तेमाल करते समय उसमें काले तिल अवश्य मिलाएं और पितरों के नाम का स्मरण करके उन्हें जल अर्पित करें।
इसे जरूर पढ़ें: Expert Tips: घर की सुख समृद्धि के लिए शुभ है वैशाख का महीना, जरूर करें ये काम
पितरों के नाम का दीपक जलाएं
पितरों की शांति के लिए वैशाख अमावस्या पर उनके नाम का दीपक जलाएं और उनकी मुक्ति की प्रार्थना करें। आप घर की दक्षिण दिशा में दीपक प्रज्वलित करें या घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं।
वैशाख अमावस्या पर गरीबों को भोजन कराएं
इस दिन यदि आप गरीबों को अपनी सामर्थ्य अनुसार भोजन कराते हैं तो पितरों को मुक्ति अवश्य मिलती है। भोजन के साथ दान-पुण्य भी करें और यदि संभव हो तो एक ब्राह्मण को घर पर आमंत्रित करके उसे भोजन कराएं या मंदिर में अनाज का दान करें।
पवित्र नदी में स्नान करें
वैशाख अमावस्या के दिन आप यदि पवित्र नदी में स्नान करते हैं तो आपके लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसे भी पितृ शांति का उपाय माना जाता हैं क्योंकि इससे आपके मन-मस्तिष्क को शांति मिलती है और खुशहाली आती है।
वैशाख अमावस्या के दिन यदि आप यहां बताई बातों का ध्यान रखेंगे और पितरों की शांति के विशेष उपाय आजमाएंगे तो आपके जीवन में समृद्धि बनी रहेगी।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images: shutterstock. com, freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों