Kyu Ki Jati Hai Terhi: हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद 13 दिन तक शोक मनाया जाता है और फिर तेरहवें दिन ब्राह्मण भोज कराया जाता है जिससे मृतक की आत्मा को शांति और भगवान के धाम में स्थान मिले। तेरह दिन के इस अवधि कला को तेरहवीं के नाम से जाना जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, मृतक की अगर तेरहवीं न की जाए तो इससे उसकी आत्मा पिशाच योनी में भटकती रहती है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं तेरहवीं के महत्व के बारे में।
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तो इस कारण से की जाती है हिन्दू धर्म में तेरहवीं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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