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जानें शिव मंदिर में ताली बजाने के नियम

मंदिर में पूजा-पाठ करने के नियम के बारे में बताया गया है। जिनका पालन करना बेहद जरूरी है।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-12-29, 17:00 IST

(rules of clapping in shiva temple) सनातन धर्म में पूजा-पाठ के नियम के बारे में विस्तार से बताया गया है। वहीं अगर आप भगवान शिव की पूजा करने के लिए मंदिर जाते हैं, तो वहां आपने कुछ लोगों को शिवलिंग के सामने 3 बार ताली बजाते हुए देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि ऐसा क्यों किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शिव मंदिर में 3 बार ही ताली बजानी चाहिए। जिससे अनेक फायदे होते हैं।

अब ऐसे में भगवान शिव के मंदिर में ताली बजाने के क्या नियम हैं, इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से जानते हैं। 

जानें 3 ताली बजाने का महत्व (Significance of 3 Clap)

clap on temple

किसी भी मंदिर में पूजा-पाठ करने जाते हैं, तो उस दौरान तीन ताली बजाई जाती है। 

  • पहली ताली का अर्थ यह है कि अपनी उपस्थिति दर्ज कराना। 
  • दूसरी ताली का अर्थ याचना से जुड़ा है, यानी कि भगवान के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद अपने कष्ट और दुख दर्द से निवारण की याचना करना है। 
  • तीसरी ताली का अर्थ यह है कि हे भगवान, मुझे आप अपनी शरण में रखें और अपने चरणों में जगह दें। 

ताली बजाने का पौराणिक महत्व (mythological significance of clapping)

शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि संसार में रावण से बड़ा पंडित और विद्वान कोई नहीं था और न कोई होगा। रावण अपनी भक्ति की शक्ति और भाव से प्रकट करने के लिए भगवान शिव की आराधना की। रावण ने अपना सिर शिव जी के समझ रख दिया। उन्होंने तीन ताली बजाकर कर ही अपनी उपस्थिति यानी कि अपना दुख, विचार प्रभु का सुनाया।

\यह भी कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण (श्रीकृष्ण मंत्र) की कई पटरानियां थीं, लेकिन उन्हें संतान नहीं हो रहा था, तो उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर संतान प्राप्ति के लिए भगवान शिव की आराधना कर तीन तालियां बजाकर महादेव से संतान की मनोकामना की। ऐसा भी कहा जाता है कि जब रामेश्वरम में स्थापना हो रही थी, उसी समय भगवान श्रीराम ने 3 ताली बजाकर भगवान शिव के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी और अपनी सफलता के लिए मनोकामना मांगी थी। 

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ताली बजाने के नियम (rules of clapping in shiva temple)

clapping on temple

ज्योतिष के अनुसार भगवान शिव के मंदिर में पूजा करने के बाद हर समय 3 बार ताली नहीं बजानी चाहिए। कई भक्त ऐसे होते हैं कि शिव (भगवान शिव मंत्र) मंदिर में किसी भी समय आकर पूजा-पाठ करने के बाद ताली बजा देते हैं। यह गलत माना जाता है।

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ऐसे में भगवान का विश्राम समय भी होता है, तो इसमें भक्तों को ताली नहीं बजानी चाहिए। ताली बजाने का भी शुभ समय निर्धारित किया गया है। जिससे भगवान आपकी योजनाओं को सुनते हैं और व्यक्ति के सभी कष्टों को दूर कर देते हैं। आप संध्या के समय और सुबह करने के दौरान  3 ताली बजा सकते हैं। 

 

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Image Credit- Freepik

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