समय के साथ रिश्तों की परिभाषा पूरी तरह से बदल गई है। आजकल किसी रिश्ते में आना आसान है, लेकिन उसे निभाना बहुत मुश्किल है। रिश्ता निभाने के लिए पार्टनर की अच्छाई के साथ-साथ उसकी कमी को भी अपनाना पड़ता है। लेकिन जब रिश्ता मानसिक सुख देने की जगह परेशानियां देना शुरू कर दे, तो आपको सोचने की जरूरत होती है।
कई बार जल्दबाजी में हम ऐसे शख्स के साथ रिश्ते में आ जाते हैं जिसका मिजाज परेशानी की वजह बन जाता है। ऐसे में किसी भी रिश्ते में सीरियस होने या कदम बढ़ाने से पहले पार्टनर के रेड फ्लैग्स को पहचान लेना चाहिए। आइए, यहां जानते हैं कि बॉयफ्रेंड की कौन-कौन सी हरकतें हेल्दी रिलेशनशिप के लिए रेड फ्लैग्स हो सकती हैं।
बॉयफ्रेंड की कौन-कौन सी हरकतें रेड फ्लैग्स हो सकती हैं?
एग्रेसिव नेचर और गुस्सैल
अगर आपका बॉयफ्रेंड एग्रेसिव है और बात-बात पर गुस्सा करने लगता है तो यह आपके लिए बड़ी परेशानी बन सकता है। कई बार हम गुस्से और अग्रेसिव नेचर को इग्नोर कर देते हैं, लेकिन पार्टनर का छोटी-छोटी बातों पर आग बबूला हो जाना एक बड़ा रेड फ्लैग हो सकता है।
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अग्रेसिव नेचर वाले लोग गुस्से में कई बार ऐसा कदम उठा जाते हैं जिसका बाद में उन्हें खुद पछतावा होता है। गुस्सैल लोग हिंसा भी कर सकता है, जो किसी भी रिश्ते में सही नहीं होता है।
कंट्रोलिंग नेचर
रिश्ते में किसी एक को आगे बढ़कर फैसला लेने की जरूरत होती है। लेकिन हमेशा एक ही शख्स सारे फैसले लेता जाए और दूसरा सिर्फ फॉलो करे, यह भी सही नहीं है। कंट्रोलिंग नेचर वाले लोग अक्सर केयर का मास्क लगाकर पार्टनर को कंट्रोल करते हैं। रिश्ते में हद से ज्यादा कंट्रोल करना एक रेड फ्लैग हो सकता है।
कंट्रोलिंग नेचर वाले लोगों को अपनी पसंद दूसरों पर थोपना अच्छा लगता है। लेकिन पार्टनर की पसंद को फॉलो करना उनके लिए ईगो का सवाल बन जाता है।
नेगेटिव सोच
अगर आपका पार्टनर हद से ज्यादा नेगेटिव सोचता है तो यह परेशानी की वजह बन सकता है। जिन लोगों की सोच नेगेटिव होती है वह हर चीज का गलत ही मतलब निकालते हैं। ऐसा शख्स मानसिक सुख को खतरे में डाल सकते हैं।
विश्वास की कमी
बात-बात पर शक करना भी रिश्ते में एक बड़ा रेड फ्लैग हो सकता है। क्योंकि किसी भी रिश्ते की बुनियाद विश्वास पर टिकी होती है। अगर विश्वास नहीं होगा तो हेल्दी रिलेशनशिप नहीं रह पाता है।
अगर आपका पार्टनर बात-बात पर फोन और सोशल मीडिया चेक करता है या दोस्तों के साथ-आने जाने पर रोक लगाता है तो आपको एक बार फिर रिलेशनशिप कंटिन्यू करने के बारे में सोच लेना चाहिए।
गैसलाइटिंग
रिश्ते में एक बड़ा रेड फ्लैग गैसलाइटिंग भी है। अब यह समझ लेना चाहिए कि गैसलाइटिंग होती क्या है। यह एक ऐसा मॉडर्न टर्म है, जिसमें पार्टनर को मैनिपुलेट किया जाता है। गैसलाइटिंग में एक व्यक्ति दूसरे को इतना मैनिपुलेट कर लेता है जिसकी वजह से दूसरा अपनी फीलिंग्स, एक्सपीरियंस और फैसलों को लेकर शक करने लगता है। किसी इंसान के अंदर सेल्फ डाउट भर देना ही गैसलाइटिंग है।
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कॉम्प्रोमाइज ना करना
एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए हमें अक्सर कॉम्प्रोमाइज करना पड़ता है। लेकिन सिर्फ एक शख्स के कॉम्प्रोमाइज करने से रिश्ता नहीं चलता है। इसे आप बहुत ही आसान उदाहरण से समझ सकती हैं- अगर आपको चप्पल पहनना पसंद है लेकिन पार्टनर जूतों में देखना चाहता है। तब आप पार्टनर के लिए अपने कंफर्ट से कॉम्प्रोमाइज कर रही हैं। वहीं जब आप पार्टनर को किसी दिन चप्पल पहनकर आने के लिए कहें और वह नाराज हो जाए या फिर कंफर्ट का बहाना देने लगे, तब आपको रिश्ते में आगे बढ़ने से पहले सोच लेने की जरूरत है।
बॉयफ्रेंड की कौन-कौन सी हरकतें रेड फ्लैग हो सकती हैं, यह आप समझ ही गई होंगी। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
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