Maha Kumbh Viral Video: आस्था और विश्वास की नगरी प्रयागराज में इन दिनों गांव शहर देश-विदेश से लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। आस्था इतनी गहरी है कि व्यक्ति की उम्र और शारीरिक क्षमता महज एक नंबर बन कर रह गई है। बड़े-बुजुर्ग ने सच ही कहा कि व्यक्ति जब किसी काम को करने के बारे में ठान ले तो वह किसी भी चुनौती से डर नहीं लगता है। ऐसा ही कुछ कारनामा धनबाद की एक बूढ़ी महिला ने कर दिखाया है। महाकुंभ से आए-दिन अलग-अलग लोगों की वीडियो सामने आ रही है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसमें आपने मोनालिसा, आईआईटी और कांटे वाला बाबा के बारे में तो जरूर देखा होगा। लेकिन आज हम आपको धनबाद की रहने वाली 92 साल की दादी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अकेले महाकुंभ घूमने आई हैं।
आस्था पर उम्र बनी एक संख्या
92 साल की उम्र में किसी काम को कर पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो अपने काम से उम्र को एक संख्या साबित कर देते हैं। आज कुछ धनबाद की रहने वाली तारा देवी ने कर दिखाया है। तारा देवी वह महिला है, जो 92 साल की उम्र में धनबाद से ट्रेन में अकेले सफर कर महाकुंभ आई हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनके पास किसी प्रकार का कोई फोन नहीं है, जिससे वह किसी प्रकार की मदद ले सकें।
1945 से लगातार कुंभ में हो रही हैं शामिल
बूढ़ी दादी 1945 से हो रहे हर एक कुंभ में शामिल हो रही है। वह हरिद्वार, नासिक, उज्जैन और प्रयागराज में होने वाले कुंभ का हिस्सा बन चुकी हैं। वह 1 महीने प्रयागराज महाकुंभ मेले में रुकने वाली है। वह घर पर अपनी पोती को बताकर ट्रेन में बैठकर संगम चली आईं।
महाकुंभ में वायरल हुए ये लोग
मोनालिसा
मेले क्षेत्र में आकर लोग वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। इसी बीच इंटरनेट पर महाकुंभ में माला बेचने वाली मोनालिसा का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मोनालिसा के वायरल होने के पीछे का कारण उनकी खूबसूरत कत्थई आंखें हैं। संगम में पहुंचा लगभग हर व्यक्ति मोनालिसा के साथ वीडियो बनाना चाहता है। हालांकि अब उन्हें लेकर यह भी खबर आ रही हैं कि भीड़ से परेशान होकर वह अपने घर चली गई हैं।
आईआईटी बाबा
महाकुंभ विभिन्न प्रकार के साधु-संतों से सजा हुआ है। इसके साथ ही कुछ बाबा ऐसे हैं, जो अपनी हट के चलते सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसके अलावा कुंभ में चर्चा का विषय बने आईआई बाबा अभय सिंह अपनी लाइफ जर्नी को लेकर सुर्खियों में बने रहे हैं। वह सांसारिक मोह माया को छोड़कर अध्यात्म का जीवन चुना।
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Image credit-Personal Photo,Google
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