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on which day we should chant kanakdhara stotra

कनकधारा स्तोत्र का जाप किस दिन करना चाहिए?

सनातन धर्म में सभी मंत्र और स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। अब ऐसे में कनकधारा स्तोत्र का पाठ किस दिन करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
Editorial
Updated:- 2024-11-12, 23:00 IST

हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने के दौरान मंत्र और स्तोत्र का जाप विशेष रूप से किया जाता है। इनका जाप करने से व्यक्ति को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। अगर बात करें, कनकधारा स्तोत्र का जाप करने के बारे में, तो यह स्तोत्र बेहद शक्तिशाली माना जाता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति का भाग्योदय भी हो सकता है। अब ऐसे में अगर कोई व्यक्ति कनकधारा स्तोत्र का जाप कर रहा है, तो इसे किस दिन करने से दोगुने फल की प्राप्ति हो सकती है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

किस दिन करना चाहिए कनकधारा स्तोत्र का जाप

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कनकधारा स्तोत्र का जाप शुक्रवार का दिन करना बेहद शुभ माना जाता है। आपको बता दें, कनकधारा स्तोत्र को आदिगुरु शंकराचार्य जी ने लिखा था। इस आप बिनी किसी माला के कर सकते हैं। आप शुक्रवार के दिन एक बार इस स्तोत्र का जाप जरूर करें। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने के लिए सबसे पहले कनकधारा यंत्र ले आएं और रोजाना सुबह और शाम के समय कनकधारा यंत्र के सामने घी का दीपक जलाकर इस स्तोत्र का विशेष रूप से जाप करें। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है और शुभ परिणाम भी मिलते हैं।

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कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने का महत्व क्या है?

कनकधारा स्तोत्र का पाठ माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक स्थिति मजूबत होती है। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है।

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कनकधारा स्तोत्र पढ़ने के नियम क्या है?

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  • कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से पहले नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। अगर आप इस स्तोत्र का पाठ करने जा रहे हैं, तो एक पवित्र स्थान का चुनाव करें। जहां शांत वातावरण हो। उसके बाद विधिवत रूप से आप इस स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं।
  • स्तोत्र का पाठ करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठकर स्तोत्र का पाठ करना शुभ माना जाता है।
  • तुलसी की माला का उपयोग करके स्तोत्र का जाप करना उत्तम माना जाता है।
  • स्तोत्र का पाठ करते समय मन को एकाग्र करके माता लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए।

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Image Credit- HerZindagi

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