
भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में महाकुंभ की चर्चा हो रही है। कुंभ मेला हर 12 साल में लगता है, लेकिन यह महाकुंभ है जो 144 साल बाद आया है। यही वजह है कि महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। महाकुंभ का पर्व 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाला है। ऐसे में श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने तरह-तरह के इंतजाम किए हैं। इन्हीं में से एक बिजली के खंभों पर दिख रहा पीला QR कोड भी है। जी हां, पीला QR कोड यह महाकुंभ में रास्ता भूले-भटके और परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद कर रहा है।
महाकुंभ में बिजली के खंभों पर लगे एस QR कोड को स्कैन करके आप मदद मांग सकते हैं। इतना ही नहीं, श्रद्धालुओं की मदद के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है, जिसपर फोन करके मदद मांगी जा सकती है। आइए, यहां जानते हैं इस क्यूआर कोड का कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है और यह कैसे मदद कर सकता है।

महाकुंभ के मेले में आस्था के साथ डिजिटल भारत की झलक भी देखने को मिल रही है। महाकुंभ मेले में बिजली के खंभों पर पीले रंग की एक पट्टी लगाई गई है, यह पूर्वांचल विद्युत विभाग ने लगाई है। इस पीली पट्टी में एक क्यूआर कोड है और साथ ही एक टोल फ्री नंबर भी लिखा गया है।
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बिजली के खंभे पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करके कोई भी व्यक्ति अपनी भौगोलिक स्थिति जान सकता है। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर एक फॉर्म सामने आ जाता है, जिसमें नाम, मोबाइल नंबर और खंभे पर लिखी संख्या लिखनी होती है। जैसे ही आप फॉर्म सबमिट करते हैं, वैसे ही हेल्पलाइन नंबर से सहायता के लिए फोन आ जाता है।
वहीं, अगर किसी के पास क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा नहीं है, तो वह 1920 टोल फ्री नंबर पर भी फोन करके मदद ले सकता है। महाकुंभ में लगभग 50 हजार खंभों पर पीली पट्टी वाला क्यूआर कोड लगाया गया है। यह क्यूआर कोड केवल महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की मदद नहीं कर रहा है, बल्कि शहर में बिजली के कितने खंभे हैं, सड़क या पानी की कोई परेशानी है इसे भी सुलझाने में मदद कर रहा है।

महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग क्यूआर कोड्स लगाए गए हैं। जिस तरह से बिजली विभाग की तरफ खंभों पर क्यूआर कोड लगे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के बड़े-बड़े पोस्टर्स के साथ भी कुछ क्यूआर कोड बनाए गए हैं।
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महाकुंभ मेले में नेताओं और राजनेताओं के पोस्टर के साथ दिख रहे क्यूआर कोड में गंगा पंडाल लोकेशन से लेकर कला कुंभ की लोकेशन डिटेल्स देखने को मिल रही हैं।
अगर आप महाकुंभ मेला में किसी भी स्थान पर हैं और गंगा पंडाल की तरफ जाना चाहते हैं, तो गंगा पंडाल के ऊपर बने क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और फिर जीपीएस लोकेशन ऑन करके रास्ता फॉलो कर सकते हैं। लेकिन, ध्यान रहे कि महाकुंभ में जगह-जगह दिखने वाले लुभावने ऑफर्स वाले क्यूआर कोड्स को स्कैन न करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि महाकुंभ के दौरान फ्रॉड और स्कैमर्स भी खूब एक्टिव हैं, जो होटल, स्टे और घूमने-घूमाने का लुभावना ऑफर देकर लोगों को लूट रहे हैं। ऐसे में महाकुंभ में अपनी और अपनों की सेफ्टी के लिए टेक्नोलॉजी का भी संभलकर इस्तेमाल करें।
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Image Credit: Writer's Personal
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