हम सभी अपने घर में कई तरह के प्लांट्स लगाना पसंद करते हैं। मसलन, अगर होम डेकोर को देखा जाए तो हम सभी स्पाइडर प्लांट को जगह देते हैं। ये देखने में भी काफी अच्छे लगते हैं और लिविंग एरिया आदि के लुक को पूरी तरह से बदल देते हैं। वहीं, अपनी किचन की जरूरतों को समझते हुए हम सिट्रस ट्री को लगाना पसंद करते हैं। ये दोनों देखने में बेहद ही खूबसूरत लगते हैं और आप इन्हें बेहद आसानी से अपने घर में जगह दे सकते हैं। बस आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि आप इन्हें कभी भी एक साथ एक जगह पर ना रखें।
जी हां, बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है और वे अक्सर इन दोनों प्लांट्स को एक ही जगह पर रख देते हैं। दरअसल, ये दोनों एक-दूसरे के लिए सबसे अच्छे रूममेट नहीं हैं। जब आप इन दोनों को एक साथ रखते हैं तो कहीं ना कहीं उनकी ग्रोथ पर नेगेटिव असर देखने को मिलेगा। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि आपको इन दोनों प्लांट्स को एक जगह क्यों नहीं उगाना चाहिए-
पानी की ज़रूरतें होती हैं अलग-अलग
स्पाइडर प्लांट और खट्टे फलों के पेड़ों को एक साथ लगाना इसलिए भी अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि दोनों प्लांट की पानी की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। जहां खट्टे फलो के पेड पानी देने के बीच मिट्टी का थोड़ा सूखना पसंद करते है, वहीं स्पाइडर प्लांट लगातार नम मिट्टी पसंद करते हैं। ध्यान दें कि मिट्टी नम होनी चाहिए, गीली नहीं। इसलिए, आप चाहें पानी कम दें या ज्यादा, दोनों ही स्थिति में किसी ना किसी एक पेड़ को नुकसान उठाना पड़ेगा। खट्टे फलों के पेड़ों को बहुत ज़्यादा पानी से जड़ सड़ जाएगी या फिर स्पाइडर प्लांट सूख सकता है।
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न्यूट्रिशन को लेकर होता है कॉम्पीटिशन
स्पाइडर प्लांट और खट्टे फलों के पेड़ों को एक साथ उगाने का एक नुकसान यह भी है कि दोनों प्लांट न्यूट्रिशन के लिए एक-दूसरे के साथ कॉम्पीटिशन करते हैं। जिससे कहीं ना कहीं किसी एक प्लांट में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। दोनों ही प्लांट्स को नाइट्रोजन की जरूरत होती है। जहां खट्टे फलों के पेड़ों को रसदार व स्वस्थ फल पैदा करने के लिए बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स चाहिए होते हैं, वहीं स्पाइडर प्लांट को अपनी लंबी व हरी पत्तियों को हरा-भरा रखने के लिए लगातार न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। इसलिए, अगर उन्हें एक-दूसरे के बहुत पास-पास लगाया जाता है, तो उनकी ग्रोथ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
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रोशनी की जरूरतें होती हैं अलग-अलग
पानी की ही तरह इन दोनों पेड़ों की रोशनी से जुड़ी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं और इसलिए उन्हें पास-पास लगाना नुकसानदायक साबित हो सकता है। जहां खट्टे फलों के पेड को दिन में कम से कम 6 से 8 घंटे तक तेज व सीधी धूप पसंद होती है। वहीं दूसरी ओर, स्पाइडर प्लांट तेज व इनडायरेक्ट लाइट पसंद करते हैं। स्पाइडर प्लांट को अगर लंबे समय तक तेज सीधी धूप में रखा जाए तो इससे उनकी पत्तियां झुलस सकती हैं। इसी तरह, अगर खट्टे फल के पेड़ों को इनडायरेक्ट लाइट में रखा जाए तो इससे उन्हें फल देने के लिए पर्याप्त धूप नहीं मिल सकती है।
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