'MEME' से जुड़े दिलचस्प इतिहास के बारे में जानें

सोशल मीडिया पर अगर ‘Meme’ न हों तो लोगों के हंसने की वजह यकीनन कम हो जाएगी, ऐसे में जानें इन मीम्स की शुरुआत कब हुई। 

origin of meme

सोशल मीडिया पर हंसाने और गुदगुदाने वाले ‘मीम्स’ भला किसे पसंद नहीं हैं। आजकल तो इन मीम्स की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि इसके बिना सोशल मीडिया की कल्पना करना ही संभव नहीं है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ये मीम्स स्ट्रेस रिलीफ का काम करते हैं। सोशल मीडिया पर नजर आने वाले मीम्स मजाकिया होने के साथ-साथ रिलेटेबल भी होते हैं, जिस कारण लोग इन्हें एक-दूसरे को और भी ज्यादा शेयर करते हैं। आज इन इन मीम्स का इस्तेमाल इतना ज्यादा किया जाता है कि ये बतौर प्रमोशनल टूल भी काम करते हैं। इन मीम्स का इस्तेमाल मदद से फिल्मों और वेब सीरीज के प्रमोशन के लिए किया जाता है।

मीम्स बनाने वालों को मीम मेकर कहा जाता है, जो इन्हें बनाने बनाने के पैसे चार्ज करते हैं। आज ये मीम्स फन कॉन्टेंट के साथ-साथ एक बिजनेस के रूप में सामने आ रहा है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको मीम से जुड़े दिलचस्प इतिहास के बारे में बताएंगे, जिनके विषय में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। तो देर किस बात की आइए जानते हैं कि आखिर मीम्स हमारे सोशल मीडिया का हिस्सा कैसे बने।

मीम क्या है?

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मीम शब्द यूनानी भाषा ‘मीमेमा’ से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है नकल उतारना। आज के समय में मीम सोशल मीडिया पर किसी भी तस्वीर या लेख को व्यंगात्मक तरीके से पेश करने का इंटरेस्टिंग तरीका बन गए हैं। लोग इसके जरिए एक-दूसरे से हंसी-मजाक फोन या लैपटॉप पर हंसी मजाक कर सकते हैं।

पहली बार यहां पर हुआ था मीम शब्द का इस्तेमाल-

इंटरनेट की जानकारियों के हिसाब से मीम शब्द का इस्तेमाल पहली बार 1976 में किया गया था। इस शब्द का इजाद करने का श्रेय ब्रिटिश जीवविज्ञानी ‘रिचर्ड डॉकिंस’ को जाता है। जानकारियों की माने तो रिचर्ड डॉकिंस ने पहली बार मीम्स शब्द का इस्तेमाल अपनी बुक ‘द सेल्फिश जीन’ में किया था।

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वेब कॉमिक्स के जरिए बना था पहला मीम-

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मीम्स का असल इस्तेमाल पहली बार साल 2009 के बीच में किया गया था। जब ‘रेज कॉमिक्स’ नाम की एक बेब कॉमिक लोगों के बीच खुब फेमस हुई थी। अगर आप उस दौर से इंटरनेट चलाते हैं, तो आपने यह नाम जरूर सुना होगा। इस फेमस कॉमिक के किरदारों को कार्लोस रामीरेज ने साल 2008 में बनाया था, जिनके सभी किरदारों में से ट्रोलफेस किरदार को सबसे ज्यादा पसंद किया गया। इसके साथ ही मीम्स की दुनिया की शुरुआत हुई।

कौन थे कार्लोस?

बता दें कि कार्लोस को मीम्स का जनक माना जाता है, जिनके बनाए मीम्स सोशल मीडिया पर बेहद फेमस रहे हैं। बता दें कि कार्लोस उस वक्त केवल 18 साल के थे, जब उन्हें ड्राइंग का चसका लगा था। वो घंटो पढ़ाई छोड़कर अपना समय कंप्यूटर ड्रॉइंग को देते थे। ड्राइंग तैयार करने के बाद कार्लोस उसे आर्ट साइट पर अपलोड कर देते थे। एक बार उन्होंने रफ कार्टून तैयार किया और उसे जैसे का तैसा साइट पर शेयर कर दिया और सोने चले गए।

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यूं वायरल हुआ कालोर्स का मीम-

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अगली सुबह जब कालोर्स की नींद खुली, तो उन्होंने देखा कि उनका डूडल वेबसाइट पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। यह देखकर कालोर्स को खुशी तो हुई, मगर उन्हें इससे कोई फायदा नहीं नजर आया। जिस कारण कालोर्स कुछ समय के लिए इंटरनेट से दूर होकर अपनी पढ़ाई में लग गए।

कुछ समय के ब्रेक के बाद जब कालोर्स इंटरनेट पर वापिस आए, तो उन्होंने देखा कि उनका ट्रोलफेस वर्ल्ड वाइड फेमस हो चुका है। साल 2010 आते-आते ट्रोल फेस और रेज कॉमिक्स के बाकी कैरेक्टर बहुत तेजी से फेमस होने लगे। इतना ही नहीं इन मीम्स का क्रेज इस हद तक बढ़ गया कि लोग कॉफी मग और टी-शर्ट्स पर भी कालोर्स का यह ट्रोलफेस बनाने लगे।

आज के समय में मीम्स-

आज के समय में इंटरनेट पर तरह-तरह के मीम्स देखने को मिल जाएंगे, जिन्हें देखकर आपका मन हल्का हो जाएगा। भारत समेत दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों में मीम्स(वायरल मीम्स) का चलन देखने को मिलता है, ऐसे में क्रिएटिव लोग अपने आप भी मीम तैयार कर सकते हैं।

तो ये थे मीम्स के इतिहास से जुड़े इंटरेस्टिंग फैक्ट, जिनके बारे में आपको शायद ही पता हो। हमारा यह आर्टिकल अगर आपको पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहे हर जिंदगी के साथ।

Image Credit- wikipedia

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