इस डिजिटल युग में शायद ही कोई होगा जो सोशल नेटवर्किंग साइट्स न जुड़ा हो। अरबन सिटीज हों या गांव या फिर कस्बे सभी जगह के रहने वाले लोगों के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट उपलब्ध है। इसलिए सोशल नेटवर्किग साइट्स से जुड़ना अब लोगों के लिए बेहद आसान हो गया है। फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसी वेबसाइट पर लगभग सभी का पर्सनल अकाउंट होता है। एक स्टडी के मुताबिक भारत में 2017 में सोशल मीडिया यूजर्स की संख्या 196.02 मिलियन तक पहुंच चुकी है। भारत में सबसे ज्यादा लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। महिलाएं भी सोशल मीडिया साइट्स में काफी एक्टिव हैं। वैसे इन सोशल नेटवर्किंग साइट्स को डेवलप करने के पीछे एक मकसद था। मकसद यह था कि लोग ज्यादा से ज्यादा सोशल हो सकें, मगर सोशल होने के साथ ही लोगों ने इन साइट्स का पर्सनल एडवांटेज लेना भी शुरु कर दिया और कुछ ऐसी एक्टिविटीज होने लगी, जो न केवल गैरकानूनी हैं बल्कि उनके खुद के लिए हानिकारक हैं। इन्हें करने पर कभी उनका मजाक बनता है तो कभी वे लीगल इशूज में फंस जाते हैं। महिलाएं भी इन एक्टिविटीज को करने में पीछे नहीं हैं। तो चलिए हम आज आपको बताते हैं कि वो कौन सी एक्टिविटीज हैं जो आपको सोशल साइट्स पर नहीं करनी चाहिए।
कुछ लोग बड़े ही एक्सप्रेसिव होते हैं। अपने पार्टनर से वे कितना प्यार करते हैं इसका जिक्र वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट तक में कर देते हैं। वैसे अपने पार्टनर से प्यार का इजहार करना बुरी बात नहीं मगर इसके लिए सही जगह तय करना जरूरी है। खासतौर पर फेसबुक जैसे सोशल प्लैटफॉर्म पर अपने पार्टनर के साथ बिताए पलों का जिक्र और उससे प्यार का इजहार करना आपको हंसी का पात्र बना सकता है। इसलिए जब भी अपने पार्टनर के किसी पोस्ट पर कॉमेंट करें तो ध्यान रखें कि वह बेहद डीसेंटली लिखा गया हो।
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पार्टनर के साथ बिताए गए प्राइवेट मोमेंट्स खासतौर पर किसिंग सेल्फी को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करने से बचें। आप यदि इस तरह की तस्वीरों को पोस्ट करती हैं तो इसका खामियाजा भी आपको भुगतना पड़ सकता है। कई बार ऐसी तस्वीरों पर आपको लागों के भद्दे कॉमेंट्स मिल सकते है तो कई बार लोग आपका मजाक भी बना सकते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि आपकी किसिंग सेल्फी को आपकी फैमिली भी एप्रीशिएट न करें। इसलिए सेल्फी डालें मगर यह तय कर लें कि किस तरह की सेल्फी आपको सोशल नेटवर्किंग साइट्स में डालनी चाहिए।
कई लोग एक्सीडेंट, हॉस्पिटल या फिर किसी की डेथ होने पर उस घटना से जुड़ी तस्वीरों को फेसबुक पर पोस्ट कर देते हैं। मजे कि बात तो यह है कि उन तस्वीरों पर लोगों कि उन्हें सिम्पेथी भी मिलने लगती हैं। मगर इस तरह की घटनाओं की तस्वीरें कुछ लोगों को मानसिक तौर पर परेशान भी करती हैं। इसलिए ऐसी तस्वीरों को किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर पोस्ट करने से बचें जो किसी भी दुखद घटना से जुड़ी हुई है।
जो चीजें कानूनी तौर पर मना हैं उन चीजों से जुड़ी तस्वीरों को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करके बढ़ावा न दें। जैसे, ड्रिंक करते हुए ड्राइव करना, पब्लिक प्लेस पर स्मोकिंग करना या फिर कोई खतरनाक स्टंअ करते हुए ली गईं तस्वीरों पोस्ट करने से आप कानूनी दांव पेंच में फंस सकते हैं। कई बार लोग शौक-शौक में ऐसा कर बैठते हैं और बाद में कानून तोड़ने पर उन्हें सजा तक हो जाती है।
खुशी हो या गम या फिर गुस्सा, हर तरह की फीलिंग्स को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर व्यक्त करने की आजादी दी गई है। इसके लिए हर तरह की फीलिंग्स से जुड़े इमोजीस का ऑप्शन भी उपलब्ध है। मगर बावजूद इसके कई लोग अपनी फीलिंग्स को शब्दों में बयान करते हैं। शब्दों में फीलिंग को व्यक्त करना गलत नहीं है मगर शब्दों के चयन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। खासतौर पर जब आप देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या किसी पब्लिक फिगर पर कोई कॉमेंट कर रहे हों। ज्यादातर लोग हंसी मजाक में खराब शब्दों का इस्तेमाल कर पब्लिक फिगर्स या फिर देश की शान में कुछ ऐसा लिख जाते हैं जिसका खामयाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। इसलिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर किसी भी तरह के कॉन्ट्रीवर्शियल कॉमेंट्स करने से बचें।
हो सकता है कि आपको आपका बॉस बिलकुल पसंद न हो या ऑफिस में काम करने वाले किसी कलीग से आपकी बिलकुल नहीं बनती हो मगर इस बात की चर्चा सोशल नेटवर्किंग साइट पर करने से बचें। ऑफिस की गॉसिप ऑफिस तक ही सीमित रखें सोशल प्लैटफॉर्म पर उन्हें जाने से बचें, नहीं तो इसका असर आपके करियर पर भी पड़ सकता है। हो सकता है कि आपकी गॉसिप का कोई फायदा उठा कर आपके खिलाफ ही उसका इस्तेमाल कर दें।
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McAFee द्वारा किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि 63 प्रतिशत भारतीय लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपनी लोकेशन को शेयर करते हैं। इसमें युवाओं की संख्या ज्यादा है। दरअसल लोगों को शौक होता है अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को यह बताने का कि किस वक्त वे कहां हैं मगर इस शौक के चक्कर में आप बड़ी मुसीबत में भी फंस सकती हैं। खासतौर पर अगर आपका बच्चा छोटा है तो अपने फोन पर लोकेशन का ऑप्शन हमेशा टर्न ऑफ करके रखें क्योंकि भरत में कई किडनैपिंग के केस हुए हैं, जो फेसबुक पर लोकेशन को ट्रैक करके किए गए हैं।
वेकेशन पर जाना सभी को अच्छा लगता है मगर अपने वेकेशन प्लान्स को भूल कर भी सोशल नेटर्विंग साइट्स पर डिसक्लोज न करें। आप शायद इतनी दूर का न साच पाएं मगर आपके जाने की जानकारी अगर किसी गलत व्यक्ति को लग जाए तो वो पूरी प्लानिंग के साथ आपके घर पर डाका डाल सकता है। जाहिर है कि वेकेशन पर निकलने के बाद अगर घर पर कोई नहीं है तो आपका घर सुरक्षित नहीं है और अगर ऐसे वक्त में किस गलत व्यक्ति को इस बात की सूचना मिल जाए तो वह आपके घर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अपने वेकेशन पर जाने से पहले उसकी चर्चा किसी से न करें खासतौर पर सोशल नेटवर्किंग साइट पर तो भूल कर भी अपने प्लान्स को अपडेट न करें।
पासपोर्ट, आधारकार्ड, वोटरआइडी और पैन कार्ड, यह सभी चीजें आपके पर्सनल आइडिंटिटीफिकेशन के लिए होती है। अगर आप इसे सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर करती हैं तो इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। कई लोग अपने इन आइडी कार्ड्स के पिकचर्स को अपने फेसबुक आइडी पर शेयर कर देते हैं। यदि यह पिकचर्स किसी गलत आदमी के हाथ लग जाएं तो वे आपकी पर्सनल इनफॉर्मेशन का इस्तेमाल गैरकानूनी चीजों में कर सकता है।
कई बार लोग सोशल प्लैटफॉर्म को भी एसएमएस और ईमेल की तरह इस्तेमाल करने लगते हैं और आपने बैंक अकाउंट डिटेल्स या पॉलिसी डिटेल्स को दूसरों के साथ शेयर कर देते हैं। कई लोग मजाक -मजाक में एटीएम स्लिप्स और पासबुक की डिटेल्स शेयर कर देते हैं। ऐसा करना आपके लिए घातक साबित हो सकता है। आप खुद ही साइबर क्राइम को दावत दे रही हैं। सोशल प्लैटफॉर्म्स से इन डिटेल्स को आसानी से चुराया जा सकता है और अकाउंट्स को हैक करके आपको फिनैंशियली नुकसान पहुंचाया जा सकता है। McAFee के द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चलता है कि 70 प्रतिशत भारतीय अपनी सोशल आईडीज पर अपनी पर्सनल डीटेल्स को शेयर करते हैं। इसमें बैंक अकाउंट नंबर से लेकर फोन नंबर और घर पता भी होता है। अगर आपने ऐसा कुछ भी किया है तो उसे अपनी आईडी से डीलीट कर दें और आगे से इन गलतियों को न दोहराएं।
पार्टी करना, दोस्तों के साथ मस्ती करना और पार्टी के दौरान होने वाला फन कतई बुरा नहीं है मगर इस फन की तस्वीरों को बहुत सोच समझ कर उन लोगों से साझा करें जिन्हें आप केवल फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर के द्वारा जानती हैं। क्योंकि आपकी इन तस्वीरों का भी गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी तस्वीरों को मॉर्फिंग की तकनीक से एकदम बदला जा सकता है और आपको एक ऐसी जगह और वेशभूषा में दिखाया जा सकता है , जिससे आप खुद अनजान होंगी। इसलिए अपनी तस्वीरों को बेहद सोच समझकर सोशल साइट पर अपलोड करें।
भारत के गाइनोक्लोजिस्ट कहते हैं कि प्रेगनेंसी की न्यूज सेकेंड ट्राइमेस्टर तक नहीं देनी चाहिए क्योंकि तब मिसकैरेज के चांसेस ज्यादा होते हैं। मगर मां बनने की खबर मिलते ही महिलाएं अपनी खुशी को सबके साथ शेयर करना शुरु कर देती हैं। हालाकि यह अंधविश्वास है कि लोगों को इतनी जल्दी प्रेगनेंसी की खबर देने से बच्चे को नजर लग जाती है और मिसकैरेज हो जाता है। मगर The Rules of Netiquette: How to MInd Your Digital Manners बुक की ऑथर Julia Spira ने अपनी किताब में इस बात का जिक्र किया है कि, जो बच्चा अभी जन्मा भी नहीं है उसकी अल्ट्रासाउंट फोटोज को सोशलमीडिया पर सबको दिखाना बड़ा ही ऑक्वर्ड सिचुएशन क्रिएट करता है।
महिलाओं को अपनी एक्सपेंसिव चीजों को फ्लॉन्ट करने का बहुत शौक होता है। मगर इसे व्यक्तिगत तौर पर किया जाए तो ही अच्छा है। सोशल मीडिया में अपने महंगे सामान को फ्लॉन्ट करना आपको महंगा पड़ सकता है क्योंकि आपको नहीं पता कि आपकी दी गई इनफॉर्मेंशन को कौन-कौन देख रहा है और किसकी नीयत आपके सामना को लेकर कब खराब हो जाए। इस लिए सोशल मीडिया में इस तरह की कोई भी फोटो शेयर करने से बचें।
McAFee ब्लॉग की साइबरमम अनिनदिता मिश्रा कहती हैं, ‘आजकल ट्रेंड है कि मातापिता अपने सोशल मीडिया अकाउंट के साथ ही अपने बच्चों के नाम का अकाउंट भी बना देते हैं और उसमें बच्चों से जुड़ी तस्वीरें और डीटेल्स भी शेयर करने लगते हैं। कई बार बच्चे खुद ही अपना उम्र से पहले अकाउंट बना लेते हैं और नसमझी में कई ऐसी चीजें शेयर करने लगते हैं, जो उन्हें नहीं करनी चाहिएं। ऐसे में मातापिता का फर्ज है कि वे अपने बच्चे की सोशल मीडिया एक्टिविटीज पर नजर रखें।’