भारत में सोना सिर्फ इन्वेस्टमेंट के लिए नहीं खरीदा जाता है। सोने के साथ महिलाओं के इमोशन्स और यादें जुड़ी होती हैं। लेकिन, जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है और कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आता है तब सोना गिरवी रखकर पैसा लेना आसान ऑप्शन नजर आता है। यही वजह है कि गोल्ड को हार्ड कैश भी माना जाता है।
पैसों की जरूरत कभी भी आ सकती है और यह समय देखकर तो कभी नहीं आती है, ऐसे में अगर आप सोना गिरवी रखकर पैसा लेने के बारे में सोच रही हैं तो पहले रूक जाइए। जी हां, गोल्ड रखकर पैसा लेना लगता तो आसान है लेकिन, यह कदम उठाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, जिससे आपको भविष्य में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। आइए, यहां जानते हैं कि सोना गिरवी रखकर पैसा लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सोना गिरवी रखने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
बाजार से इंटरेस्ट रेट की तुलना करें

अगर आप सोना गिरवी रखकर पैसा लेने जा रही हैं यानी गोल्ड लोन लेने जा रही हैं, तो साफ तौर पर आपको ब्याज भी चुकाना पड़ेगा। ऐसे में जब भी सोना गिरवी रखने जाएं, तो अलग-अलग बैंकों और फाइनेंशियल संस्थानों की ब्याज दरों की तुलना जरूर करें।
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लोन पर कुछ जगह इंटरेस्ट यानी ब्याज मासिक लिया जाता है, तो कुछ जगह तिमाही, छमाही और सालाना होता है। ऐसे में ब्याज दर भी अलग-अलग हो सकती है, जिसे अच्छी तरह समझने के बाद ही अपना सोना गिरवी रखें।
भरोसेमंद संस्था या बैंक चुनें
अपना कीमती सोना गिरवी रखने या गोल्ड लोन लेने से पहले अच्छी तरह से चेक कर लें कि आप सरकारी बैंक या RBI से मान्यता प्राप्त वित्तीय संस्था का चुनाव कर रहे हैं या नहीं। वहीं, गैर-कानूनी या संदिग्ध लोन देने वालों और एजेंट्स से दूरी बनाकर ही रखें। क्योंकि, यह आपकी मजबूरी का फायदा उठा सकते हैं और पैसों के साथ सोने का भी नुकसान करा सकते हैं।
नियम और शर्तें पढ़ें
जब भी सोना गिरवी या गोल्ड पर लोन लेने जाएं तो अवधि, प्रोसेसिंग फीस, पेनल्टी और छिपे चार्जेस की जानकारी पहले लें। क्योंकि, कई जगह पर अगर आप समय से लोन नहीं चुकाते हैं तो उसे नीलाम कर दिया जाता है।
गोल्ड की प्योरिटी और वजन का रिकॉर्ड
अपना सोना गिरवी रखने से पहले उसका वजन और गोल्ड की प्योरिटी (22 कैरेट या 24 कैरेट) को अच्छी तरह से चेक करवा लें। साथ ही गिरवी रखने के समय बैंक और वित्तीय संस्थान से रसीद जरूर लें, जिसमें वजन, पैसा और प्योरिटी साफ तौर पर लिखी हो। यह रसीद बैंक या वित्तीय संस्थान के लैटर हेड या स्टैंप के साथ होनी चाहिए।
ग्रेस पीरियड के बारे में जानें
कई बैंक और वित्तीय संस्थान समय पर लोन नहीं चुकाने पर आपका गिरवी रखा सोना नीलाम कर देते हैं। ऐसे में गोल्ड लोन लेने से पहले ग्रेस पीरियड के बारे में अच्छी तरह से जान लें। इसका यह फायदा होता है कि आप किसी वजह से लोन नहीं चुका पाती हैं, तो ग्रेस पीरियड में किसी तरह पैसों का इंतजाम कर सकती हैं और अपना गोल्ड नीलाम होने से बचा सकती हैं।
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अपनी जरूरत समझें
छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन लेने की गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। ऐसे में जब भी सोना गिरवी रखने का ख्याल आए तो पहले अपनी जरूरत समझें और फिर लोन लें। क्योंकि, लोन लेना तो आसान होता है लेकिन, उसे चुकाना बहुत मुश्किल होता है।
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