How to make inverter battery water at home: गर्मियों के दिनों में बिजली जाना आम बात है। गर्मी के दिनों में ट्रांसफार्मर पर अधिक लोड पड़ता है, तो कई बार ट्रांसफार्मर फुक जाता है। ऐसे में जब लाइट चली जाती है, तो इन्वर्टर का महत्व बढ़ जाता है। जब लाइट नहीं रहती है, तो इन्वर्टर से कई दिनों तक काम चल जाता है। लाइट न रहने पर इन्वर्टर घर के लिए अच्छा तो होता है, लेकिन समय-समय पर इन्वर्टर का पानी यानी डिस्टिल्ड वाटर कम हो जाता या नहीं बदला जाता है, तो बैटरी बहुत जल्द खराब भी हो जाती है। डिस्टिल्ड वाटर कम होने की वजह से बैटरी बहुत जल्दी डिस्चार्ज भी हो जाता है। ऐसे में अगर आपके भी इन्वर्टर की बैटरी डिस्टिल्ड वाटर की कमी की वजह से जल्दी-जल्दी डिस्चार्ज हो जाता है, तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप घर पर ही फ्री में बैटरी के लिए पानी तैयार कर सकती हैं।
इन्वर्टर बैटरी में कौन सा पानी इस्तेमाल होता है?
सबसे पहले यह जान लेते हैं कि इन्वर्टर की बैटरी में कौन का पानी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्वर्टर बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर का इस्तेमाल किया जाता है। डिस्टिल्ड वाटर के अलावा, ऐसे पानी का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें बिल्कुल साफ हो। यानी पानी में किसी भी प्रकार की अशुद्धियां ना हो। पानी का TDS भी अधिक न हो। इसके लिए नॉर्मल पानी की भाप को भी बैटरी में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इन्वर्टर की बैटरी के लिए डिस्टिल्ड वाटर कैसे बनाएं?
इन्वर्टर की बैटरी के लिए डिस्टिल्ड वाटर बनाना बहुत ही आसान है, इसके लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो कर सकती हैं।
- सबसे पहले एक बड़े बर्तन में 4-5 लीटर नॉर्मल पानी डालें।
- इसके बाद बर्तन के अंदर एक लोहे की एक पाइप को डालकर बर्तन के ढक्कन को सील कर दीजिए।
- अब पानी वाले बर्तन को गैस पर रखकर गर्म करें। पानी जैसे-जैसे गर्म होगा वैसे-वैसे पाइप के माध्यम में भाप का पानी निकलेगा।
- जब भाप का पानी पूरा निकाल जाए, तो कुछ समय ठंड होने के लिए छोड़े दें।
- पानी ठंडा होने के बाद आप इन्वर्टर की बैटरी में डाल सकती है।
- नोट: भांप के पानी का TDS बैटरी के लिए अनुकूल होता है। भाप के पानी में किसी भी तरह की अशुद्धियां नहीं होती हैं। भाप के पानी से बैटरी जल्दी खराब भी नहीं होती है।
क्या एसी से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है?
कई लोग एसी से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल इन्वर्टर की बैटरी में करते हैं, लेकिन अगर आप भी ऐसी गलती करती हैं, तो बैटरी जल्दी ही खराब हो सकती है। कई लोगों का मानना है कि क्या एसी से निकलने वाले पानी में कई तरह की अशुद्धियां पाई जाती हैं, जिसके चलते बैटरी खराब हो सकती है। एसी के पानी में धूल, बैक्टीरिया, फंगस और धातु के कण हो भी सकते हैं। इसके अलावा, एसी के पानी का TDS भी अधिक हो सकता है।
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गर्मी में बैटरी की देखभाल कैसे करें?
- अगर आप चाहती हैं कि गर्मी में इन्वर्टर बैटरी जल्दी डिस्चार्ज न हो, तो बैटरी पर अधिक लोड न डालें।
- समय-समय पर कनेक्शन पॉइंट यानी सप्लाई पॉइंट की सफाई करते रहें।
- बैटरी को किसी नमी वाली जगह न रखें, क्योंकि नमी की वजह से बैटरी खराब भी हो सकती है।
- समय-समय पर बैटरी में मौजूद एसिड का स्तर चेक करती रहें।
- फुल चार्ज होने के बाद ही इन्वर्टर का इस्तेमाल करें।
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