मानसून का मौसम पौधों के लिए नई जान लेकर आता है, लेकिन इस दौरान उन्हें अतिरिक्त पोषण की भी जरूरत होती है ताकि वे स्वस्थ और हरे-भरे रहें। बाजार से महंगी रासायनिक खाद खरीदना हर किसी के लिए संभव नहीं होता और न ही वे हमेशा पौधों के लिए सबसे अच्छा विकल्प होते हैं। हालांकि, आप कुछ बेकार समझकर फेंक दिए जाने वाली चीजों से खुद ही खाद बना सकती हैं। वे आपके पौधों के लिए अद्भुत प्राकृतिक खाद का काम कर सकती हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं- आम और अनार के छिलकों की। ये ऐसी ही दो चीजें हैं, जो पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं और आपके पौधों को मानसून में बेहतरीन बूस्ट दे सकती हैं। इन छिलकों में पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो पौधों के विकास, फूलों और फलों के उत्पादन के लिए बेहद जरूरी हैं। इन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करने पर आप अपने हर पौधे को, चाहे वह फूल का हो, फल का हो या सब्ज़ी का, एक मज़बूत और स्वस्थ विकास दे सकती हैं। यह खाद आपके पैसे बचाएगा। तो आइए जानते हैं कि कैसे आप आम और अनार के छिलकों से एक प्राकृतिक खाद बना सकती हैं।
आम और अनार के छिलकों से खाद के फायदे
आम और अनार के छिलके, जिन्हें हम अक्सर कूड़े में फेंक देते हैं, वास्तव में पौधों के लिए पोषक तत्वों का खजाना हैं। ये दोनों ही छिलके पोटैशियम के बेहतरीन स्रोत हैं। पोटैशियम पौधों में फूलों और फलों के उत्पादन को बढ़ाता है, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है और जड़ों के विकास में मदद करता है। यह जड़ों के मज़बूत विकास और फूलों व फलों के बेहतर बनने के लिए आवश्यक है। यह पौधों को मजबूती देता है और फलों में होने वाली समस्याओं, जैसे ब्लॉसम एंड रॉट को रोकने में मदद करता है। इनमें आयरन, मैग्नीशियम, सल्फर और अन्य ट्रेस एलिमेंट्स भी होते हैं जो पौधों के समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है, रासायनिक मुक्त है और मिट्टी के माइक्रोबियल जीवन को बढ़ावा देता है।
आम और अनार के छिलकों से लिक्विड फर्टिलाइजर कैसे बनाएं?
यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है इन छिलकों का उपयोग करने का, क्योंकि पोषक तत्व पानी में आसानी से घुल जाते हैं और पौधे उन्हें तुरंत अवशोषित कर पाते हैं।
- सबसे पहले 2-3 आम और अनार के छिलकों को अच्छी तरह धोकर सुखा लें।
- इसके बद, आम और अनार के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें या फाड़ लें। ऐसा करने से पोषक तत्व पानी में जल्दी घुलते हैं।
- एक ढक्कन वाला कंटेनर या बाल्टी में कटे हुए छिलकों को डालें।
- छिलकों को लगभग 1 से 1.5 लीटर पानी में पूरी तरह डुबो दें।
- कंटेनर का ढक्कन कसकर बंद कर दें। इसे किसी ठंडी और अंधेरी जगह पर कम से कम 3 से 7 दिनों के लिए रखा रहने दें।
- आप चाहें तो बीच-बीच में इसे हल्का हिला भी सकती हैं। जितने ज्यादा दिन रखेंगे, पोषक तत्व उतने ही बेहतर तरीके से पानी में घुलेंगे।
- निर्धारित समय के बाद, इस घोल को छान लें। छिलकों को हटा दें। आपका प्राकृतिक तरल उर्वरक अब तैयार है।
मानसून में खाद का उपयोग कैसे करें?
- यह खाद काफी गाढ़ी होती है, इसलिए इसे सीधे पौधों पर इस्तेमाल न करें। उपयोग करने से पहले इस तरल खाद को समान मात्रा के पानी के साथ पतला करें। उदाहरण के लिए, यदि आपने 1 कप खाद ली है, तो उसमें 1 कप पानी मिलाएं।
- पतला किए गए घोल को अपने पौधों की जड़ के पास की मिट्टी में धीरे-धीरे डालें। पत्तियों या फूलों पर स्प्रे करने से बचें, क्योंकि यह पत्तियों पर दाग छोड़ सकता है।
- इसे सुबह या शाम के समय डालें, जब सूरज की रोशनी तेज़ न हो।
- एक मध्यम आकार के गमले में लगे पौधे के लिए लगभग 1/2 से 1 कप पतला घोल पर्याप्त होता है।
- मानसून के मौसम में आप इस खाद का उपयोग हर 15-20 दिनों में एक बार कर सकती हैं।
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