ऑफिस या बहुमंजिला इमारत, हम सभी रोजाना लिफ्ट की मदद से ऊपर-नीचे करते हैं। अब इस पर चढ़ते उतरते वक्त तमाम तरह के ख्याल मन में आते हैं कि कहीं ये लिफ्ट बीच में बंद हो गई तो क्या होगा। या फिर अगर इसमें किसी प्रकार की दुर्घटना घटित हो गई तो क्या होगा। इन सभी सवालों पर पूर्ण विराम लगाने का काम इसकी सर्विसिंग, इसके फीचर और दुर्घटना के समय आने वाली राहत जैसे तमाम समाधान है। लेकिन खबरों में सुनाई देने वाली लिफ्ट घटना के कारण एक डर हमेशा बना रहता है। इन सब से परे क्या आपने कभी सोचा है कि आप जिस लिफ्ट का रोजाना इस्तेमाल कर रहे हैं क्या उसका रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन और समय-समय पर उसका निरीक्षण करवाना कानूनन जरूरी है। लेकिन कई बार लोग या बिल्डिंग सोसाइटियां इस जरूरी प्रक्रिया की अनदेखी कर देते हैं, जिससे बाद में कानूनी झंझटों या दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि लिफ्ट रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है। इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होती है। आवेदन प्रक्रिया क्या है और इसे कहां से और कैसे पूरा किया जा सकता है। साथ ही जानें कि रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के बारे में चेक कर सकते हैं।
लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है?
लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन एक सेफ्टी और सिक्योरिटी से जुड़ी प्रक्रिया है, जिसे राज्य सरकार के श्रम विभाग या लिफ्ट इंस्पेक्टर कार्यालय के माध्यम से किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि लिफ्ट टेक्निकल रूप से सही है, नियमित रूप से मेंटेन की जा रही है और उसका संचालन सुरक्षित है।
अगर लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन नहीं है, तो उसमें किसी भी तरह की तकनीकी खराबी या दुर्घटना की स्थिति में जिम्मेदारी तय करना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं, बिना रजिस्ट्रेशन लिफ्ट चलाना कानूनन अपराध भी है, जिस पर जुर्माना या कानूनी कार्रवाई हो सकती है। रजिस्ट्रेशन से बीमा क्लेम, मेंटेनेंस रिकॉर्ड और सलाना निरीक्षण भी सुनिश्चित होते हैं, जिससे इस्तेमाल करने वाले लोगों की सुरक्षा बनी रहती है। इसलिए, चाहे आप बिल्डिंग ओनर हों या निवासी, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपकी बिल्डिंग की लिफ्ट पूरी तरह से वैध और रजिस्टर्ड हो।
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बिल्डिंग के लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन चेक करने के लिए क्या करें?
अगर आप अपनी बिल्डिंग में लगी लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन चेक करना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले संबंधित राज्य के लिफ्ट विभाग या विद्युत निरीक्षक की वेबसाइट पर जाएं। इसके बाद वहां लिफ्ट रजिस्ट्रेशन स्टेटस या सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का ऑप्शन मिलेगा। यहां पर लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन नंबर, बिल्डिंग का नाम या मेंटेनेंस कंपनी का नाम फिल करें। अगर ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध नहीं है, तो आप अपनी हाउसिंग सोसायटी, बिल्डिंग मैनेजर या मेंटेनेंस एजेंसी से भी इसका प्रमाणपत्र मांग सकते हैं। हर रजिस्टर्ड लिफ्ट को एक वैलिड सर्टिफिकेट ऑफ मेंटेनेंस एंड फिटनेस दिया जाता है, जो आमतौर पर लिफ्ट के अंदर या पास में लगाया जाता है। अगर यह नहीं दिख रहा है, तो तुरंत स्थिति की जांच करवाना जरूरी है।
रजिस्ट्रेशन के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होती है?
- बिल्डिंग का नक्शा और अनुमति पत्र
- लिफ्ट की तकनीकी जानकारी
- मेंटेनेंस कंपनी का सर्टिफिकेट
- इंस्टॉलेशन के बाद टेस्ट रिपोर्ट
- बिल्डिंग ओनर या सोसाइटी द्वारा भरा गया आवेदन फॉर्म
कहां और कैसे करें आवेदन?
हर राज्य का अपना लिफ्ट विभाग होता है, जिसकी मदद से आप लिफ्ट रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि अब कई राज्यों में ऑनलाइन आवेदन और भुगतान की सुविधा उपलब्ध है। आवेदन के बाद निरीक्षण प्रक्रिया पूरी की जाती है। अगर लिफ्ट तय मानकों पर खरी उतरती है, तो उसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया जाता है। नीचे समझिए कुछ राज्यों की वेबसाइट-
- महाराष्ट्र- https://mahaepay.nic.in
- दिल्ली- श्रम विभाग की वेबसाइट
- कर्नाटक- CEIG विभाग
- उत्तर प्रदेश- ऊर्जा विभाग
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Image Credit- Freepik
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