क्या कभी आपने सोचा है कि आपके बच्चे पर आपकी किस चीज़ का असर ज्यादा होता है? हम कितनी भी मेहनत कर लें, लेकिन कभी कोई एक गलती बच्चों के मन पर कुछ ऐसा असर कर जाती है जो उन्हें जिंदगी भर याद रहती है। बच्चों के व्यवहार और उनकी पर्सनालिटी को लेकर ध्यान देना बहुत जरूरी है। सबसे बड़ी बात ये है कि कई बच्चे अपने मन की बात माता-पिता से भी कहने से डरते हैं।
कुछ ऐसी पेरेंटिंग मिस्टेक्स होती हैं जो बच्चों की परेशानियों को बढ़ा देती हैं और बच्चे को जिंदगी भर का स्ट्रेस दे सकती हैं।
पेरेंटिंग मिस्टेक्स के बारे में 'Parents' perceptions about child abuse and their impact on physical and emotional child abuse' नामक एक स्टडी की गई थी जो बताती है कि 34% माता-पिता को खुद बचपन में एब्यूज किया गया था और इसलिए फिजिकल पनिश्मेंट को ही वो सही मानते हैं।
इसे जरूर पढ़ें- बेस्ट पेरेंटिंग के लिए ध्यान में रखें ये ज़रूरी बातें
बच्चों को चांटा मारना सबसे खराब बिहेवियर में से एक है। ऐसी ही एक और स्टडी बताती है कि अगर बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी है तो उसपर फिजिकल एब्यूज करना उसे और ज्यादा जिद्दी बना सकता है।
अब बात करते हैं उन गलतियों की जो बच्चों पर जिंदगी भर का असर छोड़ सकती हैं।
अगर आपको किसी और के सामने कुछ कहा जाए तो आपको भी अच्छा नहीं लगेगा ना? ऐसे ही बच्चे के साथ भी होता है और उसे बहुत ही शर्मिंदगी महसूस हो सकती है जिससे बच्चा और जिद्दी और बिगड़ैल या फिर बिल्कुल दबी हुई पर्सनालिटी वाला हो सकता है।
यह विडियो भी देखें
आपके बच्चे में कुछ खास हो सकता है, लेकिन उसे हमेशा अगर आप किसी और इंसान से ही कम्पेयर करते रहेंगे तो समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में बच्चे के अंदर हीन भावना आ सकती है।
बच्चों के ऊपर आप हमेशा इस बात का अहसान नहीं जता सकते कि आप उसे अच्छी परवरिश दे रहे हैं या उसे इस दुनिया में लाए हैं। ये आपकी च्वाइस थी कि आपने बच्चे को जन्म दिया। उसे हमेशा ये अहसास दिलाना कि आप उसपर कोई अहसान कर रहे हैं ये सही नहीं है।
बच्चों की परवरिश कितनी भी सही तरीके से क्यों ना की जाए एक गलती जो अधिकतर माता-पिता कर बैठते हैं वो ये कि वो अपने बच्चे की बातों को हमेशा गलत और खुद को ही सही मानते हैं। ऐसा सही नहीं है और इसके कारण परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है।
आप हमेशा बच्चों को ये अहसास नहीं दिला सकते हैं कि बच्चे खुद कुछ नहीं कर सकते। अधिकतर माता-पिता बच्चों को ये बताने की कोशिश करते हैं कि वो बच्चों के लिए कितना कुछ कर रहे हैं और उनके बच्चे उनके काम का ये सिला दे रहे हैं और ठीक से पढ़ नहीं रहे हैं आदि।
इसे जरूर पढ़ें- पेरेंटिंग के ये 5 इफेक्टिव टिप्स जो करेंगे आपके बच्चे का बेहतर विकास
बच्चे छोटे हैं और वो जिद करेंगे ही। उन्हें ध्यान से समझाना जरूरी है। आप उन्हें सीधे डांटकर ये नहीं कहें कि, 'पैसे पेड़ पर नहीं उगते हैं', आप बच्चों को अपनी स्थिति के बारे में बताएं ना कि उन्हें सीधे डांट दें।
चाइल्ड एब्यूज का असर बहुत ही गहरा होता है और आप ये सोच भी नहीं सकते हैं कि आपका बच्चा इसे किस तरह से लेगा। हो सकता है कि आपके बच्चे को इसके कारण जिंदगी भर की परेशानी उठानी पड़ जाए और उसके दिमाग में हमेशा स्ट्रेस रहे। बच्चे की हर परेशानी का हल चांटा नहीं हो सकता है।
इसके अलावा, बच्चों के सामने एक दूसरे से लड़ना, बहुत शराब पीना आदि बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकता है। ये बच्चे के मन में बहुत गहरा असर डाल सकता है।
आपको ये ध्यान रखना है कि आपके बच्चे कितना भी जिद करे उसके व्यवहार को कंट्रोल करने के लिए दूसरे तरीके अपनाएं। ध्यान रखें कि बच्चे को हमेशा प्यार-दुलार और थोड़ी सख्ती से भी कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।