कद्दू या लौकी की बेल अगर आपने भी अपने घर में लगाई है और देख रहे हैं कि उस पर ढेर सारे फूल भी आ रहे हैं, लेकिन एक भी कद्दू या लौकी नहीं बन रहा, तो यह बेहद निराशाजनक लगता है। अगर आपके पौधे में फूल आने के बावजूद फल न आए, मूड खराब होना जाहिर सी बात है। हालांकि, इस पर निराश होने से बेहतर है कि आप इसके कारण और निवारण के ऊपर काम करें। किसी भी पौधे पर फल न आने का मुख्य कारण अक्सर मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी या परागण की समस्या होती है। कई लोग यह समझ भी जाते हैं कि मिट्टी को जरूरी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत है, पर लोग इसकी भारपाई करने के लिए बाजार में कई तरह के महंगे फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करते हैं, जो कि कुछ खास असर नहीं दिखा पाते हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं और अपनी कद्दू की बेल को फलों से लदा हुआ देखना चाहती हैं, तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम आपके लिए एक ऐसा फ्री का और अचूक देसी जुगाड़ लेकर आए हैं, जिसमें आपको मिट्टी में बस एक खास चीज मिलानी है। यह प्राकृतिक उपाय इतना प्रभावी होगा कि आपको हफ्ते भर में ही असर दिखना शुरू हो जाएगा और आपकी बेल पर ढेर सारे कद्दू लगने लगेंगे। आइए कद्दू की बेल पर ढेर सारी सब्जी उगाने के लिए जानते हैं कि उसकी मिट्टी में आप कौन सी खाद डाल सकती हैं।
बेल पर कद्दू पाने के लिए मिट्टी में मिलाएं ये चीजें
कद्दू और लौकी जैसी बेल वाली सब्जियों में अच्छी फसल पाने के लिए मिट्टी में सही पोषक तत्वों का संतुलन होना बहुत जरूरी है। फूलों का आना और फलों का न बनना अक्सर पोषक तत्वों की कमी का संकेत होता है। ऐसे में, आप इसके जड़ के पास वर्मी कंपोस्ट और सरसों की खली डाल सकती हैं। यही इस समस्या का एक प्राकृतिक और प्रभावी समाधान हैं। वर्मी कंपोस्ट केंचुओं द्वारा तैयार की गई जैविक खाद है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और पौधों के विकास के लिए एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम के साथ-साथ कई सूक्ष्म पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में होते हैं। हालांकि, इससे पहले आपको कद्दू के पौधे में वर्मी कंपोस्ट डालने के तरीके के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है।
कद्दू के पौधे में कैसे डालें वर्मी कंपोस्ट?
- अपनी कद्दू की बेल के आकार के अनुसार, लगभग 100-200 ग्राम वर्मी कंपोस्ट को एक छोटी कटोरी लें।
- बेल के तने से थोड़ी दूरी पर लगभग 4-6 इंच दूर बेल के चारों ओर की मिट्टी को हल्का ढीला करें।
- वर्मी कंपोस्ट को मिट्टी की ऊपरी परत पर समान रूप से छिड़कें और मिट्टी में हल्के से मिला दें।
- खाद डालने के बाद पौधे को अच्छी तरह पानी दें।
- यह प्रक्रिया आप हर 3-4 हफ्तों में एक बार दोहरा सकती हैं।
कद्दू के पौधे में कैसे डालें सरसों की खली?
- सरसों की खली सरसों के तेल निकालने के बाद बचा हुआ ठोस अवशेष होता है। यह नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम का एक बेहतरीन जैविक स्रोत है।
- सरसों की खली को धूप में सुखाकर या सीधे पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
- एक कद्दू की बेल के लिए लगभग 20-30 ग्राम पाउडर पर्याप्त है।
- बेल के तने से थोड़ी दूरी पर मिट्टी को ढीला करें और पाउडर को मिट्टी की ऊपरी परत पर छिड़क कर हल्के से मिला दें।
- खाद डालने के बाद तुरंत पानी दें।
- यह प्रक्रिया आप हर 3-4 हफ्तों में एक बार दोहरा सकती हैं।
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