आजकल बहुत से लोग एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखते हैं। किसी में सैलरी आती है, तो कोई सिर्फ बचत के लिए होता है। यह आम बात है, लेकिन अगर आपके पास कई बैंक अकाउंट हैं, तो उन्हें ठीक से मैनेज करना भी जरूरी है, वरना यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। दरअसल, अगर आप अलग-अलग खर्चों के लिए अलग-अलग बैंक अकाउंट रखते हैं, तो आपको बैंक चार्जेस, कम ब्याज और टैक्स भरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि कई बैंक अकाउंट रखने पर आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अपने बैंक अकाउंट्स का बैलेंस चेक करना
अगर आप अपने बैंक अकाउंट्स का बैलेंस रोजाना चेक नहीं करते हैं, तो यह लापरवाही आपको महंगी पड़ सकती है। ऐसा करने से आपको पता नहीं चलेगा कि अकाउंट में कितना पैसा है, जिससे ओवरड्राफ्ट चार्ज, पेमेंट फेल या खाता बंद होने जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। अगर आप बैंक अकाउंट को काफि समय तक इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो वह 'इनएक्टिव' हो सकता है और पेनल्टी लग सकती है। इसलिए आपको सभी खातों के लिए बैलेंस अलर्ट या SMS/Email नोटिफिकेशन ऑन रखना चाहिए। आपको हफ्ते में एक बार सभी बैंक स्टेटमेंट्स और बैलेंस को चेक करना चाहिए।
कम ब्याज वाले खाते में ज्यादा पैसे नहीं रखना
अगर आपके पास कई बैंक अकाउंट हैं, तो आपको उस अकाउंट में पैसा रखना चाहिए जहां ब्याज ज्यादा मिलता हो। ऐसे खाते में पैसा रखना चाहिए, जहां आपको तुरंत पैसा मिल सके। अगर आपके बैंक अकाउंट में ज्यादा पैसा है और आप उसे कुछ महीनों तक इस्तेमाल नहीं करने वाले हैं, तो आपको उसे किसी ऐसे खाते में ट्रांसफर कर देना चाहिए, जहां अच्छा ब्याज मिलता हो। जैसे - हाई-इंटरेस्ट सेविंग अकाउंट, स्वीप-इन एफडी आदि।
टैक्स भरते समय ध्यान रखना
अक्सर लोग बिना सोचे-समझे अलग-अलग बैंक में खाता खुलवा लेते हैं। लेकिन, जब आप टैक्स भरते हैं, तो आपको सभी बैंक स्टेटमेंट्स का हिसाब रखना काफी मुश्किल हो जाता है। कई बार लोग किसी खाते में कितना पैसा है और कहां से ऑटो-डेबिट हो रहा है, जैसी चीजों को भी भूल जाते हैं। इसलिए, आपको हर अकाउंट को अपने मोबाइल पर लेबल देकर रखना चाहिए, जैसे 'सेविंग्स अकाउंट', 'इमरजेंसी फंड अकाउंट' आदि।
बैंक खातों के नियम और चार्ज नजरअंदाज नहीं करना
आजकल कई बैंकों में मिनिमम बैलेंस रखना और हर महीने लिमिटेड ट्रांजैक्शन करना जरूरी होता है। अगर आप इन शर्तों को नहीं मानते हैं, तो आपके अकाउंट से बिना बताए चार्ज काटा जा सकता है। इसलिए, आपको हर बैंक अकाउंट से जुड़ी शर्तों की जानकारी रखनी चाहिए और मिनिमम बैलेंस रखना चाहिए। अगर आपको लगता है कि कोई बैंक ज्यादा चार्ज काट रहा है, तो आपको अकाउंट बंद करने या दूसरे बैंक में ले जाने के बारे में सोचना चाहिए।
बचत और बिल पेमेंट को ऑटोमैटिक करना
अगर आप आज भी मैन्युअली तौर पर पैसे ट्रांसफर करते हैं और बिल भरते हैं, तो हो सकता है कि आप कभी भूल जाएं। ऐसे में आपको लेट फीस देनी पड़ सकती है। इसलिए आपको पेमेंट को 'ऑटो पे' पर सेट करना चाहिए, जो हर महीने एक तय तारीख पर आपके बैंक अकाउंट से कट जाए। ऐसा करने से समय की बचत होगी और सभी बिलों का समय पर भुगतान होता रहेगा।
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CIBIL रेटिंग पर ध्यान रखना
अगर आप एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखते हैं, तो हर एक में मिनिमम बैलेंस होना जरूरी होता है। अगर आप इसे मेंटेन नहीं कर पाते हैं या ऑटो डेबिट फेल हो जाता है, तो बैंक पेनल्टी या चार्ज लगा सकता है। इतना ही नहीं, इसका असर आपके CIBIL Score पर भी पड़ सकता है।
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