दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहार पर ज्वेलरी लेना शुभ माना जाता है। वहीं, अगर हमें त्योहार के सीजन में, शादी के खर्च, पढ़ाई में लगने वाले फीस, मेडिकल के अलावा कारोबार में पैसों की जरूरत पड़ती है तो घर में पहले से मौजूद ज्वेलरी के आधार पर गोल्ड लोन ले सकते हैं। इंश्योरेंस कंपनियों के अलावा बैंक से शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म लोन लेने पर ब्याज दर महंगा पड़ सकता है।
अगर आप पर्सनल लोन लेने का भी सोच रहे हैं तो हो सकता है वित्तीय जरूरत से ज्यादा महंगा इसके ब्याज पड़े। इसलिए त्योहार के सीजन में गोल्ड लोन लेने से आप अपना काम आसानी से कर सकते हैं। अक्सर त्योहार के सीजन में होने वाली शादियां घर के बजट पर भी असर डालती हैं। शादी पर अलग अलग काम में लगने वाले खर्च को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन बेहतर विकल्प में से एक हो सकता है।
असल में गोल्ड लोन एक ऐसे टाइप का लोन होता है जिसमें ज्वेलरी या सिक्कों को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। यह आकर्षक विकल्प में से एक हो सकता है क्योंकि यह आपको बैंक या इंश्योरेंस कंपनी से तत्काल नकद लेने में मदद करता है।
दिवाली और धनतेरस पर गोल्ड लोन के कई फायदे हैं:
आसान पात्रता (Easy eligibility):
गोल्ड लोन के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भरते समय आपको अच्छे क्रेडिट स्कोर या इनकम सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके लिए बस आपको यह दिखाना होगा कि आपके पास पर्याप्त सोना है, जिसे आप गिरवी रख सकते हैं। गिरवी रखी गई ज्वेलरी या सिक्कों के बदले में बैंक आपको मार्केट में चल रहे गोल्ड के रेट के हिसाब से आपको गोल्ड लोन मुहैया कराता है।
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कम ब्याज दरें (Low interest rates):
गोल्ड लोन पर ब्याज दरें आमतौर पर अलग तरह के लोन की तुलना में कम होती हैं। इसका कारण यह है कि सोना एक सुरक्षित संपत्ति मानी जाती है जिसकी हमेशा बाजार में मांग बनी रहती है। गोल्ड लोन की तुलना में पर्सनल लोन, कार लोन,क्रेडिट कार्ड लोन और होम लोन जैसे विकल्पों को बैंक और इंश्योरेंस कंपनियां गोल्ड लोन के मुकाबले जोखिम भरा मानती हैं। गोल्ड लोन में किसी ग्राहक के लोन के दाम का गोल्ड बैंक जमा कर लेती है। इसलिए गोल्ड लोन पर ब्याज दरें कम लगती है।
लचीला और दुबारा भुगतान की योजनाएं (Flexible Repayment Plans):
गोल्ड लोन पर आमतौर पर लचीली होने के साथ साथ दुबारा भुगतान करने की योजनाएं होती हैं। आप अपनी इनकम और जरूरतों के मुताबिक अपनी भुगतान राशि और अवधि चुन सकते हैं। इसमें बैंक आपको आपके आय के आधार पर समय इसलिए तय करता है ताकि आप समय अवधि के बीच में ही भुगतान कर सकें और रिटर्न में अपना गोल्ड ले सकें।
जल्दी नकदी (Quick cash):
गोल्ड लोन के लिए एप्लीकेशन स्वीकार होने के बाद आमतौर पर कुछ दिन या सप्ताह में लोन मिल जाता है। इससे आपको जल्दी नकद रुपये मिल सकते हैं। टेक्नोलॉजी के इस दौर में बैंक से जुड़े काम बैंकिंग हावर्स के बिना भी कहीं से कभी भी अप्लाई कर सकते हैं। आपको किसी दूसरी स्कीम की तुलना में गोल्ड लोन कुछ समय अंतराल के भीतर ही मिल जाती है।
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लोन की सुरक्षा (Loan security):
गोल्ड लोन के लिए गिरवी रखा गया सोना आपकी लोन राशि के लिए सुरक्षा के तौर पर काम करता है। अगर आप अपने लोन का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो बैंक या इंश्योरेंस कंपनी आपके सोने को बेच कर लोन की भरपाई कर सकते हैं।
हालांकि, गोल्ड लोन लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। सबसे पहले, यह तय करें कि आपके पास पर्याप्त सोना है जो गिरवी रखा जा सके। दूसरा, लोन की ब्याज दर और दोबारा भुगतान की योजनाओं को समझें। तीसरा, तय करें कि आप अपने लोन का भुगतान करने में सक्षम हैं।
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