शादी के बाद सेविंग के लिए आजमाएं ये 5 तरीके, कुछ ही साल में बन जाएंगी लखपति

इंडियन फैमली में शादी के टाइम पर इतना खर्चा हो जाता है कि ज्यादातर कपल हनीमून से आने के बाद सेविंग पर ध्यान देते हैं लेकिन लेडीज़ के लिए सेविंग कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि भला वो अपने दिल को शॉपिंग करने से कैसे रोके। 

money saving after marriage

इंडियन फैमली में शादी के टाइम पर इतना खर्चा हो जाता है कि ज्यादातर कपल हनीमून से आने के बाद सेविंग पर ध्यान देते हैं लेकिन लेडीज़ के लिए सेविंग कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि भला वो अपने दिल को शॉपिंग करने से कैसे रोके।

अगर आप उन महिलाओं में से एक हैं जिनके लिए शादी के बाद सेविंग कर पाना मुश्किल हो रहा है और सैलरी आते ही खत्म हो जाती हैं तो आपको सेविंग के लिए ये टिप्स फॉलो करने की जरूरत है। यह स्थिति लगभग सभी की होती है क्योंकि हम सही तरीके से महीने का बजट नहीं बनाते इसलिए आप जरूर फॉलो कीजिए ये आसान टिप्स:

बजट जरूर करें तैयार

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जिस तरह वित्तमंत्री हर साल देश का बजट बनाते हैं उसी तरह आप भी घर के वित्त मंत्री बन जाइए और हर महीने सैलरी आने वाले दिन घर का पूरा वित्त बजट तय कर लीजिए। सैलरी निकालने के बाद एक मोटे तौर पर खाका बना लें कि पूरे महीने कितने पैसे कहां खर्च करने हैं। जैसे कि आप तय करें कि राशन खर्च, पढ़ाई में खर्च और अन्य खर्च आदि कितना पैसा जाएगा ताकि आपको अंदाजा लग सके कि पूरे महीने में कितना खर्च हो सकता है। एक बार खाका बन जाने के बाद आप हर महीने की किचकिच से बच सकती हैं। अगर आप ऐसा नहीं करती हैं तो हर समय वही समस्या आपके सामने होगी कि पैसा बचता ही नहीं इसलिए इन सब बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।

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एफडी कराना ना भूलें

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सेविंग के लिए तय किया गया पैसा सैलरी अकाउंट से ही सेविंग अकाउंट में डाल दीजिए या उसकी एफडी बना दीजिए। इस तरह आप चाह कर भी वो पैसा नहीं खर्च कर पाएंगी जो बचत के लिए रखा गया है।

उदाहरण के तौर पर आपकी आय पचास हजार रुपए माह है तो आप हर माह पांच हजार रुपए निकाल कर उसकी एफडी बनवा सकती हैं। इस तरह साल के अंत में आपके पास साठ हजार रुपए होंगे यानी कि एक माह की अतिरिक्त कमाई।

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निर्धारित करें सीमा

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सैलरी अकाउंट में आने के बाद यह जरूरी नहीं कि आप एटीएम से पूरी की पूरी सैलरी निकाल लें बल्कि अकाउंट से उतना ही पैसा निकालें जितना जरूरी हो क्योंकि अगर पैसा हाथ में रहेगा तो फालतू खर्च होगा ही। इसलिए बहुत जरूरी है कि अपने खर्च के मुताबिक ही आप पैसे निकालें और साथ ही इस बात का भी ध्यान दें कि पूरे महीने आपको इतने ही पैसे में खर्च चलाना है।

ऑनलाइन शॉपिंग पर करें कंट्रोल

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अगर आप भी नए जमाने की ऑनलाइन शॉपिंग के मोह में पड़ जाती हैं तो खुद पर कंट्रोल करें। जब हम ऑनलाइन शॉपिंग करने बैठते हैं तो पता ही नहीं चलता है और फालतू में लंबा-चौड़ा बील तैयार हो जाता है इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग करने से बचें।

पिगी बैंक का भी कर सकती हैं यूज़

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यूं तो बच्चे अब पिगी बैंक नहीं बनाते लेकिन आप चाहें तो अपना और अपने जीवनसाथी का पिगी बैंक बना सकती हैं। जिसका सबसे ज्यादा पैसा जमा हो उसे ही घर का अगला वित्तमंत्री घोषित कर दीजिए। जाहिर तौर पर बचत करने वाला भविष्य को सही तरीके से देख रहा है।

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