जीवन और मरण जिंदगी दो ऐसे पहलू हैं, जिसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। यह पूर्ण रुप से एक दूसरे पर निर्भर है। भगवान कृष्ण ने भगवत गीता में कहा कि मृत्यु एक ऐसा सत्य है जिसे चाहकर भी नहीं टाला जा सकता है। जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु निश्चित है। इसके साथ आत्मा का नए जीवन में आगमन होना यह भी पूर्ण सत्य है। मृत्यु के बाद शरीर को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं हैं, जिसे आज भी लोग मनाते हैं। जैसे कि शव को घर के बाहर रखा जाता है।
श्मशान घाट से आने के बाद मिर्च को दांत से तोड़कर स्नान कर घर के भीतर प्रवेश करना इत्यादि शामिल है। लेकिन क्या आपको पता है कि शव यात्रा को देखकर मांगी गई इच्छा पूरी हो सकती है। क्या ऐसा सच में होता है इसके लिए ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जानते हैं।
शव यात्रा के सामने सिर झुकाने से क्या होता है?
हम ने रास्ते में आते -जाते शव को कभी न कभी तो जरूर देखा होगा। इसके साथ ही हमने यह भी देखा होगा कि आते-जाते लोग उसे देखकर प्रणाम करते हैं। इसे देख क्या आपने कभी सोचा कि आखिर ऐसा क्यों होता है। शास्त्र के अनुसार ऐसी मान्यता है कि जिस व्यक्ति ने आत्मा को छोड़ा है वह अपने साथ लोगों के सभी कष्टों, दुखों और अशुभ घड़ियों को अपने साथ लेकर चली जाती है। व्यक्ति पर चल रही विपत्ति से भी छुटकारा मिल सकता है।
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अर्थी से मन्नत मांगने पर क्या होता है?
अगर आपको रास्ते पर अर्थी दिखती है, तो उससे अगर हम अपनी इच्छा जाहिर करते हैं, तो जरूर पूरी होती है। ज्योतिष के अनुसार शव यात्रा को देखना शुभ माना गया है। मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति शव यात्रा को देख उससे रुके हुए कार्य के पूरा होने की विनती करता है, तो वह पूरा हो सकता है। साथ ही जीवन स दुख दूर होने के साथ उनकी मनोकामना पूर्ण होती है।
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Image credit-Herzindagi
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