Digital Personal Data Protection Bill 2023: पेरेंट्स के लिए खुशखबरी, बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी के लिए हो सकते हैं बेफिक्र

डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल किसी की भी ऑनलाइन सेफ्टी के लिए बहुत अच्छा विकल्प है और इससे आपको किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपने पर्सनल डाटा को सुरक्षित रखने में मदद मिल सकती है। 

 

benefits of digital protection bill

आज के दौर में इंटरनेट हमारे जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन गया है और बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं। यूं कहा जाए कि बच्चों की स्कूल फीस से लेकर ऑनलाइन क्लास तक, नई चीजें सीखने से लेकर एक-दूसरे से मेलजोल बढ़ाने और मनोरंजन तक हर चीज के लिए इंटरनेट का उपयोग अनिवार्य हो गया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया भर की जानकारी देने वाला यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आपके बच्चे की सेफ्टी के लिए कितना ठीक है?

खासतौर पर जब बात बच्चों की सिक्योरिटी की आती है तब कई बार इंटरनेट के जरिये बच्चे की गोपनीय जानकारी भी पब्लिक हो जाती है, वास्तव में यह एक अहम् सवाल है कि आखिर कैसे इसे समस्या से बचा जा सके और शायद पेरेंट्स की सबसे बड़ी चिंता भी यही है।

अब आपकी इस समस्या का समाधान इंडिया डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2023 में आ गया है। अब पेरेंट्स बेफिक्र हो सकते हैं बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी के लिए। इस बिल के तहत कोई भी आपकी मर्जी के बिना आपका पर्सनल डाटा एक्सेस नहीं कर सकता है। आइए आपको बताते हैं क्या है ये बिल और कैसे बच्चों और माता-पिता के लिए एक वरदान बन रहा है।

क्या है इंडिया डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2023

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डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2023 (Digital Personal Data Protection Bill 2023) भारत सरकार द्वारा प्रस्तुत किया गया एक ऐसा बिल है जिसका मुख्य उद्देश्य किसी के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता की सुरक्षा बनाए रखना है।

यह बिल डिजिटल युग में व्यक्तिगत डेटा को महत्वपूर्ण मानते हुए उसकी प्रोसेसिंग और स्टोरेज के लिए स्ट्रिक्ट नियम और उपयोगकर्ताओं को जिम्मेदारियों के प्रति उनके कमिटमेंट को मजबूती देने का प्रयास करता है। इस बिल में ऐसे प्रावधान शामिल हैं जो विशेष रूप से बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

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डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2023 को कब मिली सहमति

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वास्तव में यह एक सराहनीय कदम है जो बच्चों को साइबर क्राइम के खतरे से बचाने के साथ उनके पर्सनल इन्फॉर्मेशन को भी लीक होने से बचा सकता है। इस बिल को 3 अगस्त 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा लोकसभा में पेश किया।

यह बिल भारत के क्षेत्र के भीतर डिजिटल व्यक्तिगत डेटा के प्रसंस्करण को शामिल करता है। ऑनलाइन या ऑनलाइन एकत्र किया गया और बाद में डिजिटलीकरण किया गया।

डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल पारित होने के साथ, ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को अब अपने डेटा की पूरी पहुंच जानकारी मिलेगी। बिल की खास बात यह है कि बच्चों से संबंधित किसी भी व्यक्तिगत डेटा को एक्सेस करने से पहले उनके माता-पिता की सहमति प्राप्त करनी होगी। यह बिल बच्चों की ऑनलाइन सिक्योरिटी के लिए बहुत जरूरी है।

इंडिया डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2023 के फायदे

अन्य प्रावधानों में डेटा प्रोसेसिंग के उद्देश्य से उपयोगकर्ताओं को स्पष्ट और सरल भाषा में नोटिस भेजना, अधिकारों तक पहुंचने का तरीका और शिकायत करने का तरीका शामिल है। इस बिल से सोशल मीडिया कंपनियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और जब भी कोई कंपनी किसी शख्स की निजी जानकारी लेना चाहेगी तो उस शख्स से अनुमति लेनी होगी।

यह बिल भारत के बाहर भी यूजर के व्यक्तिगत डेटा की सिक्योरिटी की भी पूरी जिम्मेदारी लेता है।

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बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी के लिए इंडिया डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल क्यों है जरूरी

why digital secutiry bill is important

यह बिल बच्चों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए विशिष्ट उपाय पेश करता है। इसमें बच्चे की पर्सनल जानकारी लेने से पहले उनके माता-पिता या अभिभावकों से सहमति लेना अनिवार्य होगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके डेटा का किसी तरह से दुरुपयोग न हो।

इस बिल की वजह से बच्चे ऑनलाइन दुनिया में किसी भी तरह की असुरक्षा से बचे रह सकते हैं। यह बिल बच्चों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए नियम देता है। यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि उनका डेटा गलत उद्देश्यों से उपयोग नहीं हो रहा है।

इस बिल की वजह से बच्चे साइबर बुलिंग (कैसे पहचानें साइबर स्टॉकिंग), ऑनलाइन मोलेस्टेशन और कोई भी गलत जानकारी शेयर करने जैसी गलतियों से बचे रह सकते हैं। बच्चों की सभी ऑनलाइन आदतों और सुरक्षा की जागरूकता बढ़ाने के लिए विधेयक शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।

वास्तव में बच्चों की सुरक्षा के लिए ये बिल सरकार का एक सराहनीय कदम है और पेरेंट्स के लिए एक अच्छी खबर यह है कि वो इस बिल से बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा की जिम्मेदारी ले सकते हैं।

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Images: Freepik.com

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