क्या एक नई मां के लिए 8 घंटे वर्क शिफ्ट की डिमांड करना गलत है? दीपिका पादुकोण की बात वाजिब क्यों लगती है

दीपिका पादुकोण और संदीप वांगा रेड्डी की कॉन्ट्रोवर्सी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। अब रेणुका शहाणे और बनिता संधू ने भी इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। लोगों का मानना है कि इस इंडस्ट्री में ज्यादा काम करना आम बात है, लेकिन क्या ये सही है?
image

दीपिका पादुकोण की कॉन्ट्रोवर्सी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। एक के बाद एक कई तरह की बातें कही जा रही हैं। संदीप रेड्डी वांगा ने दीपिका पर अनप्रोफेशनल होने का आरोप लगाया था, लेकिन क्या वाकई दीपिका ने ऐसा कुछ किया था? बाद में बातें सामने आईं कि दीपिका ने अपने वर्किंग हावर्स कम करने की डिमांड की थी। कुछ रिपोर्ट्स मानती हैं कि उन्होंने 8 घंटे काम करने को कहा था, कुछ का कहना है कि बात 10 घंटे की हुई थी। पर क्या ये डिमांड वाजिब नहीं है?

जब भी बात पोस्ट पार्टम वर्क स्ट्रेस की आती है, तो नई मां को बहुत सी सलाहें दी जाती हैं। पर एक एम्प्लॉय और एक मां के बीच का फर्क भले ही कोई और ना समझता हो, लेकिन वो महिला खुद जरूर समझती है। अब आप कहेंगे कि एक्ट्रेस के पास तो काम करने और काम पर वापस लौटने के ऑप्शन के साथ-साथ बच्चे की देखभाल करने के लिए कई लोग भी होंगे, फिर क्या दिक्कत है?

पर कभी आपने सोचा है कि एक मां के लिए हमेशा ऐसा ऑप्शन ही क्यों रखा जाता है कि वो अपने बच्चे की देखभाल और अपने काम दोनों को लेकर परफेक्ट होनी चाहिए?

क्या होता है एक नई मां के लिए काम पर वापस आने का मतलब?

दीपिका ने जब से ये डिमांड रखी है, उन्हें लेकर ना जाने क्या-क्या सुनने को मिल गया है, लेकिन एक आम इंसान के तौर पर सोचिए कि 8 घंटे काम करने के बाद आप के अंदर कितनी एनर्जी रह जाती है? अब आप कहेंगे कि इंडस्ट्री का नियम यही है, लेकिन किसी व्यक्ति की मेंटल हेल्थ और निजी जिंदगी से बढ़कर नियम होता है? ऐसा नहीं कि दीपिका ने कुछ ज्यादा ही स्टारडम दिखा दिया।

deepika padukone returning to work issue

इसे जरूर पढ़ें- फीस और हिस्सेदारी मांगने पर दीपिका पादुकोण को फिल्म से किया गया बाहर... क्या महिलाएं आज भी अपने हक की कीमत चुकाने को हैं मजबूर, कब खत्म होगा यह जेंडर गैप?

एक नई मां के हिसाब से आप सोचिए, उसके लिए कितना मुश्किल होता है मैटरनिटी लीव से वापस आकर दोबारा काम पर लगना। कुछ समय के लिए सिर्फ दीपिका को एक नई मां के तौर पर देखते हैं। उन्होंने अपने प्रेग्नेंसी की समस्याओं को दरकिनार किया होगा, उन्होंने पोस्ट पार्टम समस्याओं के चलते अपनी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को ठीक करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया होगा। उन्होंने अपने समय में से बच्चे के लिए भी समय निकाला होगा।

एक मां के लिए इतनी सारी चीजों के बाद वापस काम पर लौटना आसान नहीं है। हम जिस तरह की लाइफस्टाइल जी रहे हैं, जैसे कॉम्पटीशन में जी रहे हैं, वहां अगर किसी महिला ने अपने करियर के लिए बहुत ज्यादा मेहनत की है, तो कम से कम हम उसका काम पर वापस लौटना आसान तो बना सकते हैं। ये समस्या लगभग सभी महिलाएं फेस करती हैं।

ऐसे में दीपिका पादुकोण के पास भले ही सैकड़ों नौकरों की फौज हो, भले ही उनके आस-पास कोई भी हो, उनकी बच्चा संभालने में मदद कर सकता हो, लेकिन किसी भी महिला के लिए सारी सुविधाओं के बाद भी काम पर लौटना आसान नहीं होता है।

दीपिका की ये कॉन्ट्रोवर्सी जब से आई है, तब से इंडस्ट्री के बाकी लोगों ने भी अलग-अलग प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी हैं।

जेनेलिया डिसूजा

जूम को दिए अपने एक इंटरव्यू में जेनेलिया का कहना है कि ये मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं है। वो खुद भी 10 घंटे काम करती हैं और जब डायरेक्टर कहता है, तो 11-12 घंटे भी काम करती हैं। एडजस्टमेंट्स खुद ही करने होते हैं।

बनीता संधू

अपने एक इंटरव्यू में बनीता ने कहा कि पश्चिमी देशों में एक्टर्स के राइट्स के लिए यूनियन होती हैं। बनीता लगातार 12 घंटे के वर्किंग हावर्स को लेकर बात करती हैं। उनका मानना है कि फिल्म मेकिंग कोई जंग नहीं है और इसके लिए एक्टर्स की मेंटल हेल्थ से नहीं खेलना चाहिए।

banita sandhu and deepika's story

इसे जरूर पढ़ें- संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'Spirit' से पहले भी दीपिका पादुकोण की इन फिल्मों में हुई थी कांट्रोवर्सी, जानिए क्या थे कारण

रेणुका शहाणे

जानी-मानी एक्ट्रेस रेणुका जी का मानना है कि ये व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बतौर एक्टर आप उतने ही बड़े हो सकते हैं जितना रोल आपको दिया गया है।

चित्रांगदा सेन

इस मामले में एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में चित्रांगदा ने कहा कि ये एक्टर और डायरेक्टर की पर्सनल रिलेशनशिप हो सकती है। अगर डायरेक्टर चाहे तो ऐसा कर सकता है कि कम घंटों के लिए काम करवाया जाए और अगर एक्टर चाहे, तो डायरेक्टर के साथ काम कर सकता है।

returning to work and maternity deepika padukone

डिलीवरी के बाद काम पर लौटना एक जंग

डिलीवरी के बाद काम पर लौटना इतना आसान नहीं होता। महिला कोई बड़ी एक्ट्रेस हो या फिर कोई आम कॉर्पोरेट कर्मचारी, या फिर कोई काम करने वाली मजदूर, बच्चे को छोड़कर वापस काम पर लौटना किसी जंग से कम नहीं लगता। शुरुआती कुछ महीने इसको लेकर बहुत ही मुश्किल हो सकते हैं। ऐसे में अगर काम पर वापसी करने में थोड़ा सा सपोर्ट मिल जाए, तो इसमें बुराई क्या है?

आपके हिसाब से क्या होना चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP