गुड़हल का फूल अपनी सुंदरता के कारण भारत के सबसे लोकप्रिय फूलों में से एक माना जाता है। यह सिर्फ सजावट या बगीचे की शोभा बढ़ाने के लिए ही काफी नहीं होता है, बल्कि आयुर्वेद और पूजा-पाठ में भी इसका अहम महत्व है। मानसून का मौसम यूं तो पौधों के लिए वरदान माना जाता है, क्योंकि इस दौरान उन्हें पर्याप्त पानी और नमी मिलती है, जिससे खूब फलते-फूलते हैं। लेकिन, कई बार देखा जाता है कि भरपूर बारिश के बावजूद कुछ गुड़हल के पौधों पर एक भी कली नहीं आती है या वे मुरझाए हुए दिखते हैं। गुड़हल के पौधे की ऐसी स्थिती को देख हर गार्डन लवर को बेहद दुख होता है। अगर आपका गुड़हल का पौधा भी इस मानसून में सूखा-सूखा दिख रहा है और उस पर फूल नहीं आ रहे हैं, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम आपके लिए एक अचूक और प्राकृतिक घरेलू उपाय लेकर आए हैं। दरअसल, हम आपको एक ऐसे घोल के बारे में बताने वाले हैं, जिसे पौधे की जड़ के पास डालने से हफ्ते भर के अंदर ही आपके गुड़हल पर ढेरों कलियां खिलने लग सकती हैं। यह नुस्खा आपके पौधे को आंतरिक रूप से पोषण दे सकता है और उसे फूलों से भर सकता है। तो आइए, उस जादुई घोल और इसे कैसे तैयार व इस्तेमाल करना है, इस बारे में जान लेते हैं।
सूखते गुड़हल में डालें यह एक जादुई घोल
आपके गुड़हल के पौधे को फूलों से लदने के लिए आप एक खास घोल का इस्तेमाल कर सकती हैं। वह है- प्याज के छिलकों से बना प्राकृतिक लिक्विड खाद। यह एक ऐसा खाद है, जिसे हम आमतौर पर फेंक देते हैं, लेकिन यह पौधों के लिए पोषक तत्वों का खजाना होता है। प्याज के छिलके कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो पौधों के स्वस्थ विकास और विशेष रूप से फूलों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं यह फूलों के विकास और पौधे की समग्र रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पोटेशियम की कमी से फूल नहीं आते या कलियां गिर जाती हैं। यह जड़ों के विकास में मदद करता है। यह पूरी तरह से रासायनिक मुक्त और जैविक है, जिससे आपके पौधे और मिट्टी को कोई नुकसान नहीं होता है।
गुड़हल के लिए जादुई घोल वाला खाद कैसे बनाएं?
- यह घोल बनाना बेहद आसान है और इसे इस्तेमाल करने का तरीका भी बहुत सरल है।
- लगभग 2-3 प्याज के प्याज के छिलके इकट्ठा कर लें।
- एक ढक्कन वाला कंटेनर या बोतल लें।
- प्याज के छिलकों को एक कंटेनर में डालें।
- उसमें 1 लीटर पानी डालें।
- कंटेनर को ढक दें और इसे 24 से 48 घंटे के लिए किसी ठंडी और अंधेरी जगह पर रखा रहने दें। इस दौरान छिलकों के पोषक तत्व पानी में घुल जाएंगे।
- इसके बाद, घोल को छान लें और छिलकों को हटा दें। अब आपका जादुई लिक्विड फर्टिलाइजर तैयार है।
पौधे में कैसे डालें होममेड खाद
- सबसे पहले, अपने गुड़हल के पौधे की जड़ के आसपास की मिट्टी को हल्का ढीला कर लें, ताकि घोल आसानी से मिट्टी में घुल सके।

- अब, तैयार किए गए प्याज के छिलकों के घोल को पौधे की जड़ के ठीक पास, मिट्टी में धीरे-धीरे डालें।
- एक सामान्य आकार के गुड़हल के पौधे के लिए, आप लगभग एक कप घोल का उपयोग कर सकती हैं।
- इस घोल को सीधे पत्तियों या फूलों पर स्प्रे न करें, केवल जड़ के पास वाले क्षेत्र में ही डालें।
- इस लिक्विड खाद को जब धूप तेज न हो, तो सुबह या शाम के समय डालें।
- इस घोल का उपयोग आप मानसून के समय हर 15-20 दिनों में एक बार कर सकती हैं।
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घोल का उपयोग करने के बाद क्या होगा?
- यह घोल पौधे को तुरंत पोषक तत्व प्रदान करेगा।
- पोटेशियम विशेष रूप से फूलों के बनने की प्रक्रिया को तेज करेगा।
- हफ्ते भर के अंदर आप अपने गुड़हल के पौधे पर नई कलियां आती हुई और उसकी पत्तियों में हरियाली बढ़ती हुई देखेंगे।
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