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bhaum pradosh vrat 2025 recite mangal stotra to get rid of mangal dosha

Bhaum Pradosh Vrat 2025 Stotra: भौम प्रदोष व्रत के दिन मंगल दोष से छुटकारा पाने के लिए जरूर करें इस स्तोत्र का जाप, हो सकता है लाभ

भौम प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। भौम प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, और इसे करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
Editorial
Updated:- 2025-02-18, 15:10 IST

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन व्रत के साथ प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का व्रत और पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन के सभी दुख दूर होते हैं। साथ ही घर में अन्न और धन का भंडार भरा रहता है। जिस महीने में प्रदोष व्रत मंगलवार को पड़ता है, उस महीने में भौम प्रदोष व्रत होता है। ऐसा माना जाता है कि भौम प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपाय करने से कर्ज से मुक्ति मिल जाती है। अब ऐसे में अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है, उन्हें इस दिन मंगल स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

भौम प्रदोष व्रत के दिन करें मंगल स्तोत्र का जाप

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भौम प्रदोष व्रत के दिन मंगल स्तोत्र का जाप नियमित रूप से करने से व्यक्ति को लाभ हो सकता है। साथ ही मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।
मंगलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रद: !
स्थिरामनो महाकाय: सर्वकर्मविरोधक: !!
लोहितो लोहिताक्षश्च सामगानां। कृपाकरं!
वैरात्मज: कुजौ भौमो भूतिदो भूमिनंदन:!!
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्!
कुमारं शक्तिहस्तं च मंगलं प्रणमाम्यहम्!!
अंगारको यमश्चैव सर्वरोगापहारक:!
वृष्टे: कर्ताऽपहर्ता च सर्वकामफलप्रद:!!
एतानि कुजनामानि नित्यं य: श्रद्धया पठेत्!
ऋणं न जायते तस्य धनं शीघ्रमवाप्रुयात् !!
स्तोत्रमंगारकस्यैतत्पठनीयं सदा नृभि:!
न तेषां भौमजा पीडा स्वल्पाऽपि भवति क्वचित्!!
अंगारको महाभाग भगवन्भक्तवत्सल!
त्वां नमामि ममाशेषमृणमाशु विनाशय:!!
ऋणरोगादिदारिद्रयं ये चान्ये ह्यपमृत्यव:!
भयक्लेश मनस्तापा: नश्यन्तु मम सर्वदा!!
अतिवक्र दुराराध्य भोगमुक्तजितात्मन:!
तुष्टो ददासि साम्राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात्!!
विरञ्चि शक्रादिविष्णूनां मनुष्याणां तु का कथा!
तेन त्वं सर्वसत्वेन ग्रहराजो महाबल:!!
पुत्रान्देहि धनं देहि त्वामस्मि शरणं गत:!
ऋणदारिद्रयं दु:खेन शत्रुणां च भयात्तत:!!
एभिद्र्वादशभि: श्लोकैर्य: स्तौति च धरासुतम्!
महतीं श्रियमाप्रोति ह्यपरा धनदो युवा:!!
!! इति श्रीस्कन्दपुराणे भार्गवप्रोक्त ऋणमोचन मंगलस्तोत्रम् !!

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भौम प्रदोष व्रत के दिन करें मंगल स्तोत्र का जाप करने का महत्व

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भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस दिन मंगल स्तोत्र का जाप करने से जातक के जीवन में मंगल ग्रह के कारण आने वाले अशुभ प्रभाव में कमी आती है। अगर मंगलवार के दिन प्रदोष तिथि आती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन कर्ज से मुक्ति के लिए शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत ही लाभदायक माना गया है। भौम प्रदोष व्रत के दिन मंगल देव के 21 या 108 नामों का पाठ करने से ऋण से जातक को जल्दी छुटकारा मिल जाता है। इस व्रत और पूजन से मंगल ग्रह की शांति भी होती है।

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