पहले जमाने में भारतीय घरों में वित्त से जुड़ी सभी जिम्मेदारियों का बोझ पतियों पर डाल दिया जाता था। लेकिन, बदलते समय के साथ अब पत्नियां भी कमाने लगी हैं और घर चलाने से लेकर सभी बड़े फैसले भी लेने लगी हैं। ऐसे में फाइनेंशियल प्लानिंग भी दोनों को साथ मिलकर करना बहुत जरूरी है। Fidelity की 2022 रिपोर्ट के अनुसार, जो कपल्स हर महीने पैसों पर बात करते हैं, उनका रिश्ता और समझदारी दोनों बेहतर होती है। जब आप पति के साथ मिलकर फाइनेंशियल प्लानिंग करती हैं, तो यह आपका बैंक बैलेंस ही नहीं, बल्कि भरोसा भी बढ़ता है। आज हम आपको 6 स्मार्ट वित्तीय आदतें बताने वाले हैं, जिनको अपने पति के साथ मिलकर अपनाने से आपका फ्यूचर सेफ एंड सिक्योर हो सकता है।
पैसों को लेकर खुलकर बात करें
भारत में अक्सर पति-पत्नी भी आपस में पैसों को लेकर खुलकर बात करने से परहेज करते हैं। लेकिन, जब दो लोग साथ में जिंदगी बिता रहे होते हैं, तो उनका पैसों को लेकर चुप रहना नहीं है। आप अपने पति के साथ बैठकर पैसों से जुड़ी बातें खुलकर कर सकती हैं। जैसे- आप कितना कमाते हैं, कहां खर्च होता है, कोई लोन या EMI तो नहीं, क्या आप सेविंग्स करते हैं? इन सवालों के जवाब पार्टनर की तरफ से जानना जरूरी होता है।
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सपने अकेले नहीं, मिलकर पूरे करें
अगर आपका सपना है कि आप खुद का घर या गाड़ी खरीदना चाहती हैं, छोटा बिजनेस शुरू करना चाहती हैं या इंटरनेशनल वेकेशन पर जाना चाहती हैं, तो अपने पति के साथ मिलकर सपना देखें और उसे मिलकर ही पूरा भी करें। जब पति-पत्नी मिलकर कोई गोल सेट करते हैं, तो एक टीम की तरह काम करते हैं। आप अपने गोल्स को तीन हिस्सों में बांट सकते हैं, ताकि आपको अचीव करने में आसानी हो जाए।
साथ में बनाएं इमरजेंसी फंड
जिंदगी में कभी भी कुछ भी हो सकता है। इसकी तैयार पहले से करनी जरूरी है और आपको इसके लिए इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए। आप पति के साथ मिलकर हर महीने कुछ पैसा अलग रख सकती हैं ताकि जरूरत पड़ने पर 3 से 6 महीने आराम से कट जाएं। इस फंड को ऐसे अकाउंट में रखना चाहिए, जहां ब्याज ज्यादा मिलता हो।
इन्वेस्ट करें, लेकिन समझदारी और मिलजुलकर
आज के समय में लोग SIP, FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) और LIC पॉलिसी जैसी चीजों पर इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं। ऐसे में आप अपने पति के साथ मिलकर शुरुआत में छोटा-सा निवेश शुरू कर सकती हैं और इन्वेस्टमेंट के स्मार्ट ऑप्शन्स चुन सकती हैं।
- SIP : हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा म्यूचुअल फंड में लगाएं
- PPF : टैक्स बचत और रिटायरमेंट की तैयारी
- NPS: रिटायरमेंट के बाद पेंशन फंड
- Health Insurance और Term Insurance: इमरजेंसी के समय काम आने वाला फंड
रिटायरमेंट की प्लानिंग
कई बार लोग नौकरी करते रहते हैं, लेकिन रिटायरमेंट की प्लानिंग नहीं करते हैं। सच्चाई यह है कि नौकरी शुरू करने के साथ ही हमें रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। शादी के बाद आपको अपने पति के साथ मिलकर रिटायरमेंट प्लानिंग करनी चाहिए। आप दोनों के नाम Public Provident Fund या National Pension Scheme अकाउंट खोल सकती हैं। उसके लिए आपको पहले तय करना होगा कि रिटायरमेंट के समय आपको कितना पैसा चाहिए होगा।
दोनों के नाम पर बीमा करवाएं
आमतौर पर वर्किंग पर्सन अपने नाम पर बीमा करवा लेते हैं, लेकिन घर संभालने और चलाने वाले की भी भूमिका अहम होती है। इसलिए, पति-पत्नी दोनों के नाम बीमा होना चाहिए, ताकि इमरजेंसी में फैमिली को वित्तीय बोझ न उठाना पड़े। आप चाहें तो फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस करवा सकती हैं। अपनी फैमिली के लिए क्रिटिकल इलनेस कवर ले सकती हैं और दोनों के नाम पर टर्म इंश्योरेंस करवा सकती हैं।
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Image Credit- freepik, herzindagi
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