HZ WomenPreneur Awards 2025: कैसे यह महिला बनीं चेंज मेकर, जानिए हैक्सर के माध्यम से बुजुर्गों के फैशनवियर को बेहतर बनाने वाली कंचन गुप्ता की कहानी

HZ WomenPreneur Awards 2025 के तीसरे सीजन की चेंजमेकर अवार्ड श्रेणी में कंचन गुप्ता को अवार्ड मिला है। वह अपने ब्रांड हैक्सर के माध्यम से समाज के बुजुर्गों के फैशनवियर को बेहतरीन बनाने का काम करती हैं। आइए उनकी कहानी के बारे में और विस्तार से जानते हैं।
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WomenPreneur Awards 2025: हर जिंदगी की पहल वीमेनप्रेन्योर अवार्ड्स 2025 के तीसरे सीजन की चेंजमेकर अवार्ड की श्रेणी में मिस कंचन गुप्ता को शामिल किया गया है। वह अपने ब्रांड, हैक्सर के माध्यम से समाज के बुजुर्गों की शान, सहजता और आत्मविश्वास के लिए काम किया है। कंचन ने भारत का पहला बुजुर्गों के लिए फैशनवियर ब्रांड लॉन्च किया है, जिसका नाम हैक्सोर है। जानकारी के लिए बता दें कि यह ब्रांड 26 जनवरी, 2025 को दिल्ली में लॉन्च किया गया था। वो कहते हैं न हर काम के पीछे कोई न कोई कारण होता है। वैसी ही एक वजह कंचन गुप्ता की इस बड़ी पहल के पीछे भी है। तो चलिए इस आर्टिकल में हम आपको उनकी हैक्सोर ब्रांड लॉन्च करने की कहानी के बारे में विस्तार से बताते हैं।

कंचन गुप्ता की हेक्सोर के पीछे की कहानी

कंचन गुप्ता ने एक निजी मुद्दे के कारण हैक्सोर का विचार बनाया था, जिसकी कहानी उन्होंने HerZindagi की वीमेनप्रेन्योर अवार्ड्स 2025 में हमारे साथ साझा की। उन्होंने कहा कि मेरी मां के कैंसर के अंतिम चरण के दौरान, मैंने उन्हें कपड़े बदलने जैसी छोटी-छोटी चीजों के लिए संघर्ष करते देखा। वह पल मेरे साथ रहा, जिसने मुझे एहसास दिलाया कि बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों की जरूरतों को कितना अनदेखा किया जाता है। इस घटना ने मुझे हैक्सोर बनाने के लिए प्रेरित किया। तभी कंचन ने अनुकूल कपड़ों के ऐसे ब्रांड लॉन्च करने के बारे में सोचा, जिससे असमर्थ लोगों को आराम और पहनने में आसानी वाले ड्रेसेस मिल सके।

साथ ही, कंचन ने अवार्ड फंक्शन में यह भी बताया कि उन्होंने बुजुर्गों और सीमित गतिशीलता वाले व्यक्तियों की समस्याओं को समझने में महीनों बिताए। उसके बाद, विशेषज्ञों के साथ मिलकर डिजाइन का परीक्षण करना शुरू किया। तब जाकर वे विकलांग और बुजुर्गों के लिए कंफोर्टेबल कपड़े बनाने वाले इस खास ब्रांड हैक्सोर बनाने में सफल हो सकीं।

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हेक्सोर ब्रांड बनाने में आई चुनौतियां

कंचन गुप्ता कहती हैं, कि यह ब्रांड लॉन्च करना मेरे लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। "सबसे बड़ी चुनौती लोगों के अनुकूली फैशन को देखने के तरीके को बदलना है। बहुत से लोग तब तक यह नहीं समझ पाते कि यह कितना महत्वपूर्ण है, जब तक कि वे या उनका कोई प्रियजन ऐसी समस्याओं का सामना न कर लें। हालांकि, अनुकूली कपड़े भारत में अपेक्षाकृत नए हैं, इसलिए जागरूकता और मांग पैदा करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास की आवश्यकता होती है। गुप्ता आगे कहती हैं कि निवेशकों और रिटेलर्स को इस श्रेणी पर दांव लगाने के लिए राजी करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन फायदेमंद भी रहा है।

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हेक्सोर ब्रांड में किस तरह के कपड़े मिलते हैं?

हेक्सोर ज्यादातर ऐसे बुजुर्ग पुरुषों और महिलाओं के लिए कपड़े बनाता है, जो बिस्तर पर पड़े मरीजों और विकलांगों के लिए पहनने में आसान हो। कैटलॉग दिलचस्प और काफी सोच-समझकर बनाए गए हैं। पुरुषों के लिए ओपन-बैक ट्राउजीर और टी-शर्ट, इलास्टिक कमर ट्राउज़र, वेल्क्रो क्लोज़र पैंट और ऐसे ही कई विकल्प शामिल हैं। महिलाओं के लिए ओपन-बैक टॉप, अडैप्टिव स्कर्ट और सामने से खुली कुर्ती/ट्यूनिक्स आदि शामिल हैं।

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Image credit- Freepik


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