IAS Jagrati Awasthi Success Story: इंजीनियरिंग छोड़कर यूपीएससी एग्जाम के लिए IAS अफसर जागृति अवस्थी ने ऐसे की तैयारी

मध्यप्रदेश की जागृति अवस्थी को साल 2020 में सिविल सेवा परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल हुई लेकिन उन्होंने यूपीएससी एग्जाम के लिए कैसे तैयारी की थी यह आज हम आपको बताएंगे। 

 
upsc preparation story of jagrati awasthi
upsc preparation story of jagrati awasthi

आईएएस अफसर बनना कई लोगों का सपना होता है लेकिन केवल कुछ लोग ही इस सपने को पूरा कर पाते हैं। आईएएस बनने के लिए जागृति अवस्थी और उनके माता-पिता ने कई कठिन फैसले लिए। जहां जागृति ने यूपीएससी पास करने के लिए अपनी इंजीनियर की नौकरी तक छोड़ दी तो वहीं उनके माता-पिता ने चार साल तक टीवी नहीं देखी। आज हम आपको IAS अफसर जागृति अवस्थी की यूपीएससी एग्जाम से जुड़ी हुई इंस्पिरेशनल जर्नी बताने जा रहे हैं।

कहां से पूरी की जागृति ने पढ़ाई?

ias officer jagrati awasthi

जागृति ने भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद वह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड में काम करने लगी। लेकिन उनका यह सपना बचपन से था कि वह आईएएस ऑफिसर बने। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी और यूपीएससी तैयारी में जुट गई।

आपको बता दें कि जागृति के परिवार में माता-पिता और एक भाई है। जागृति के पिता एससी अवस्थी पेशे से होमियोपैथ हैं। वहीं उनकी मां एक स्कूल टीचर थी लेकिन जागृति की पढ़ाई में मदद करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी। जागृति का भाई एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।

साल 2016 में जागृति ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी।(स्कूल के दौरान फेल हुए ये बच्चे बड़े होकर कैसे बन गए IAS? आप भी जानें) जिसके बाद जागृति ने गेट की परीक्षा दी और उसमें सफलता हासिल करने के बाद भेल वह नौकरी करने लगी थी।

जागृति ने क्यों छोड़ी नौकरी?

जागृति गेट की परीक्षा में जब शामिल हुई थी तो उसमें उन्हें सफलता मिल गई और भेल में वह टेक्निकल ऑफिसर नौकरी करने लगीं। जागृति देश के लिए भी कुछ करना चाहती थी इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और दो साल बाद इंजीनियर की नौकरी छोड़ दी।

साल 2019 में जागृति ने अफसर बनने के सपने को पूरा करने की ठान ली थी और दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान में एडमिशन ले लिया लेकिन कोविड के केस ज्यादा आने के कारण लॉकडाउन घोषित हुआ और उन्हें भोपाल लौटना पड़ा। लेकिन जागृति ने अपनी पढ़ाई नहीं रोकी। जागृति ने ऑनलाइन क्लासेज की मदद से अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की।

इसे जरूर पढ़ें-22 साल की अनन्या सिंह ने पहले प्रयास में ही ऐसे क्लियर किया यूपीएससी एग्जाम, आप भी लें इंस्पिरेशन

कैसे की यूपीएससी एग्जाम की तैयारी?

आईएएस बनने के लिए जागृति ने इंजीनियरिंग छोड़ी थी और वहीं उनके माता-पिता ने भी अपनी बेटी के लिए कई कठिन फैसले भी लिए। जागृति की मां ने बेटी की पढ़ाई में मदद के लिए अपनी टीचिंग की जॉब भी छोड़ दी थी उनके घर पर चार सालों से टीवी को ऑन भी नहीं किया गया।

इन सभी फैसलों के कारण जागृति को घर से सपोर्ट मिला। पहले प्रयास में जागृति प्रीलिम्स भी पास नहीं हो सकी थी लेकिन उन्होंने दृढ़ निश्चय किया और दूसरे प्रयास में वह टॉपर बन गयी थी। साल 2020 में सिविल सेवा परीक्षा में उनकी ऑल इंडिया रैंक 2 थी।

इसे जरूर पढ़ें-IAS, IPS और IFS की रैंक कैसे होती है निर्धारित, कहां और कितना है ट्रेनिंग का समय

आपको जागृति की इंस्पिरेशनल स्टोरी जानकर कैसा लगा हमें जरूर बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें साथ ही कमेंट करके हमें बताएं और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

image credit- instagram

HerZindagi Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP