यह हर कोई बताता है कि दूध पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। लेकिन यह कोई नहीं बताता है कि कौन सा वाला दूध पीना हमारे लिए हेल्दी है? अगर आप भी इसी सवाल को लेकर दुविधा में रहती हैं तो हाल ही में आई रिसर्च आपकी मदद कर सकती है।
टोंड, डबल टोंड या फुलक्रीम
अब हर जगह तो गोशाला से दूध मंगाया नहीं जा सकता है। गांव जैसी फेसिलिटी तो हर जगह नहीं मिलेगी। इसलिए शहरों में तीन तरह के दूध बेचे जाते हैँ। टोंड मिल्क, डबल टोंड मिल्क और फुलक्रीम मिल्क।
- फुलक्रीम मिल्क में मलाई होती है और इसमें फैट काफी मात्रा में होता है।
- टोंड मिल्क को फेंट करके उसमें से फैट निकाल लिया जाता है। इसलिए इसमें फैट की मात्रा फुलक्रीम की तुलना में कम होती है।
- डबल टोंड मिल्क में सबसे कम फैट होता है।
टोंड या डबल टोंड मिल्क होता है फायदेमंद
माना जाता है कि टोंड या डबल टोंड मिल्क फायदेमंद होता है। इनमें फैट की मात्रा कम होती है इसलिए इसे दिल के लिए हेल्दी माना जाता है। साथ ही इससे वजन नहीं बढ़ता है इसलिए इसे महिलाएं जरूर पीती हैं। एक कप डबल टोंड मिल्क में केवल 111 कैलोरी होती है इसलिए वेट लूज़ करने के दौरान यही मिल्क पिया जाता है।
लेकिन हाल ही में आई एक रिसर्च के अनुसार फुलक्रीम मिल्क, डबल टोंड और टोंड मिल्क से ज्यादा हेल्दी होता है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि फुल क्रीम वाला दूध दिल के लिए सबसे अच्छा रहता है।
136,384 लोगों पर किया गया यह शोध
कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 21 देशों के 136,384 लोगों पर एक स्टडी की है। स्टडी में शामिल हुए लोगों की उम्र 35 से 70 वर्ष के बीच थी। नौ वर्षों के दौरान हुए इस अध्ययन में डेयरी उत्पादों के सेवन से स्वास्थ्य पर असर की निगरानी की गई। शोध में शामिल हुए प्रतिभागियों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया था। एक में जिन्होंने डेयरी उत्पाद बिल्कुल नहीं खाया, दूसरे में दिन में एक बार, तीसरे में दिन में दो बार और चौथे में एक दिन में दो बार से अधिक बार खाने वालों को रखा गया।
यह शोद द लैंसेट जर्नल में पब्लिश हुई है। इसके अनुसार दूध ना पीने वाले लोगों की तुलना में दूध पीने वाले लोगों में मृत्यु दर कम थी और दिल की बीमारी होने या स्ट्रोक का खतरा भी कम था। इसके अलावा जिन लोगों ने पूर्ण वसायुक्त डेयरी उत्पाद एक दिन में तीन बार लिए उनमें दिल की बीमारी का अनुभव करने की संभावना कम थी।
फुलक्रीम वाला दूध है बेहतर
इस शोध में यह बात भी निकलकर आई है की फुलक्रीम वाला दूध पीना भी स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। लोग फुलक्रीम वाला दूध इसलिए नहीं पीते हैं क्योंकि उसमें फैट अधिक होता है। लेकिन केवल एक पोषकतत्व के कारण अगर आप फुलक्रीम वाले दूध को छांट देती हैं तो आप बहुत बड़ी गलती कर रही हैं। क्योंकि इसमें जिस तरह से फैट अधिक होता है उसी तरह से अन्य पोषक-तत्व भी अधिक होते हैं।
शोध के प्रमुख लेखक डॉ. महशीद देहघान ने बताया है कि कि कम वसा वाली चीजें लोग इसलिए पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि संतृप्त वसा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। उन्होंने ने यह भी कहा है कि डेयरी उत्पादों में कई अन्य घटक जैसे अमीनो एसिड, विटामिन K, कैल्शियम, मैग्नीशियम भी होते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हो सकते हैं। इसलिए एक ही पोषक तत्व को ध्यान में नहीं रखना चाहिए।
रोज पिएं दूध
अगर शोध के परिणामों पर ध्यान दें तो पनीर और अन्य डेयरी प्रोडक्ट की तुलना में रोज दूध पीना हेल्दी होती है। दूध और दही को रोजाना सेवन करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसलिए आज से ही अपने खाने में दूध को शामिल करें और एक बार की चाय को कम कर दें।
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