Famous Krishna Temple In Rajasthan: हिन्दू समाज में जन्माष्टमी एक पावन और प्रसिद्ध त्योहार माना जाता है। इस साल 26 अगस्त को पूरे देश में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी के खास मौके पर लाखों भक्त देश की अलग-अलग जगहों पर स्थित प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर का दर्शन करने पहुंचते रहते हैं। खासकर, मथुरा, वृन्दावन, द्वारका और ओडिशा के पुरी शहर में कुछ अधिक ही भीड़ मौजूद रहती है।
राजस्थान में भी एक ऐसा कृष्ण मंदिर मौजूद है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां जो जितना देता है, उससे कई गुणा अधिक पाता भी है। जन्माष्टमी के मौके पर यहां भक्तों की भीड़ लग जाती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान में मौजूद 'सांवरिया सेठ मंदिर' के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप भी परिवार के साथ जन्माष्टमी के मौके पर पहुंच सकते हैं।
सांवरिया सेठ मंदिर की खासियत बताने से पहले आपको यह बता दें कि यह प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। यह चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन से करीब 41 किमी दूर है।
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर से यह मंदिर 338 किमी और उदयपुर से 74 किमी है। आपको बता दें कि मंदिर के सबसे पास में उदयपुर एयरपोर्ट है।
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सांवरिया सेठ मंदिर का इतिहास कई तथ्यों से जुड़ा हुआ है। जी हां, इस मंदिर को लेकर कई मिथ है। इस मंदिर को लेकर कई लोगों का मानना है कि करीब 450 साल पुराना माना जाता है। (महाराष्ट्र के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर)
वहीं कुछ लोगों का मत है कि सांवरिया सेठ मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी के आसपास किया गया था। कुछ लोगों का मानना है कि 1840 के आसपास भोलाराम गुर्जर नाम के एक ग्वाला ने यहां कृष्ण की मूर्ति देखी, जिसके बाद आसपास के लोग पूजा-पाठ करने लगे।
सांवरिया सेठ मंदिर से कई महत्व जुड़े हुए हैं। इस पवित्र और प्रसिद्ध मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर को जो जितना दान करता है और उससे कई गुणा अधिक फल के रूप में प्राप्त करता है।
जी हां, इस मंदिर के भंडार के बारे में कहा जाता है कि कुछ महीने पहले ही दानपात्र खोला गया था और गिनती करने में लगभग 5 दिन लग गए थे। यहां पैसे के अलावा सोना और चांदी भी दानपात्र से निकलते हैं। (रहस्यमयी कृष्ण मंदिर)
सांवरिया सेठ मंदिर भक्तों के लिए काफी खास माना जाता है। यह पवित्र मंदिर न केवल पूजा का स्थान है, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संवर्धन का भी स्थान है। जन्माष्टमी के मौके पर यह मंदिर जीवंत हो उठता है।
जन्माष्टमी के मौके इस मंदिर को फूलों से सजा दिया जाता है। इस खास मौके पर सुबह से लेकर शाम तक कीर्तन और भजन होते रहता है। जन्माष्टमी के मौके पर यहां राजस्थान के हर शहर से भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं।
चित्तौड़गढ़ में सांवरिया सेठ मंदिर का दर्शन करने के बाद इस शहर में मौजूद कई प्रसिद्ध जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। जैसे-चित्तौड़गढ़ फोर्ट, फतेह प्रकाश पैलेस, राणा कुंभा पैलेस, गोमुख कुंड, सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य और विजय स्तंभ जैसी शानदार जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। चित्तौड़गढ़ में आप ऊंट सवारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
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