महाकुंभ मेला 12 साल में एक बार लगता है। एक खास धार्मिक आयोजन है, जिसमें लोग गंगा, यमुना, और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं। यह इतना खास इसलिए माना जाता है,क्योंकि इसे देवताओं से जोड़कर देखा जाता है। धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों के बीच अमृत को पाने के लिए 12 दिनों तक भयंकर युद्ध हुआ था। यह 12 दिन 12 साल के बराबर थे।
माना जाता है कि जो भी इस दौरान घाटों में डुबकी लगाता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं और आत्मा शुद्ध होती है। कई लोग हैं, जो इस समय महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं। अगर आप भी यहां जाने का प्लान बना रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके काम आएगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको प्रयागराज किला घाट और उसके आस-पास स्थित जगहों के बारे में बताएंगे।
प्रयागराज का किला घाट अपनी खूबसूरती और शांति के लिए जाना जाता है। यह घाट अकबर किले के पास है। यह घाट प्रयागरात के फेमस घाट में से एक माना जाता है। दोनों के बीच दूरी लगभग 2.8 किमी है। यहां पहुंचने में आपको लगभग 15 से 20 मिनट का समय लग सकता है। इस घाट के पास आपको ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिलेगी। अगर आप शांतिपूर्ण जगह ढूंढ रहे हैं, तो यहां जाने का प्लान बना लें। इस घाट पर अक्षयवट मंदिर है, जो प्रयागराज का प्राचीन और प्रमुख हिंदू मंदिर माना जाता है।
इस मंदिर के पास एक अक्षयवट वृक्ष है, इसके नाम पर ही मंदिर का नाम रखा गया है। मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार की पूजा की जाती है। इस वृक्ष से जुड़े इतिहास को लेकर कहा जाता है कि प्रलय के समय पृथ्वी डूब रही थी, तब केवल अक्षयवट ही था, जो नहीं डूबा।
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खुसरो बाग- अगर आप किला घाट के आसपास घूमने के लिए कोई अच्छी जगह ढूंढ रहे हैं, तो खुसरो बाग जाने का प्लान बना सकते हैं। यह सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। यह बाग प्रयागराज नगर के लुकरगंज मोहल्ले में स्थित है। मेले का दौरान यहां पर्यटकों की भीड़ आपको देखने को मिलेगी। प्रयागराज में घूमते हुए ध्यान रखने योग्य बातें, अगर आप ध्यान में रखते हैं, तो यात्रा में आपको परेशानी नहीं होगी।
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आनंद भवन प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में स्थित है, जो प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन से लगभग 4 किमी की दूरी पर है। इस भवन की बाहरी खूबसूरती देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। वाकई यह प्रयागराज की सबसे सुंदर भवन में से एक माना जाता है।
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