भारत के इन झरनों पर घूमने जाना हो सकता है खतरनाक, ट्रिप प्लान करने से पहले पढ़ लें यह आर्टिकल

पिछले कुछ दिनों से झरनों पर हादसे की वजह से मौत की खबर देखने को ज्यादा मिल रहा है। कभी कोई रील बनाते हुए पानी में बह जा रहा है, तो कभी पानी के तेज बहाव के कारण बहने से दुर्घटना की खबर आती है। ऐसे में अगर आप भी बारिश के मौसम में कहीं झरना देखने जा रहे हैं, तो आपको यात्रा से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

 

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देशभर में आपको घूमने के लिए बहुत सारी जगहें होंगी जो मानसून में घूमने के लिए अच्छी मानी जाती है। बारिश के मौसम में इन जगहों का नजारा अन्य महीनों के मुकाबले सबसे अलग और सुंदर होता है। यही कारण है कि लोग मानसून में ऐसी जगहों पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन किसी भी लोकेशन पर जाने से पहले आपको उन जगहों के बारे में विस्तार से जान लेना चाहिए। क्योंकि आपकी एक छोटी सी गलती आपका जान ले सकती है। जैसे बारिश के मौसम में झरनों का नजारा एकदम स्वर्ग जैसा लगता है।

ऊंचाई से गिरता पानी इतना ज्यादा सुंदर लगता है कि हर कोई इस मौसम में जगह-जगह झरने को देखने का प्लान बनाते हैं। लेकिन भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां मानसून में मौसम में जाना खतरनाक हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इन झरनों से पानी इतना ज्यादा तेज बहाव में होता है कि कोई भी दुर्घटना घट सकती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

कुंचीकल झरना (Kunchikal Falls)

Kunchikal Falls

भारत हरे-भरे जंगलों से लेकर मनमोहक पहाड़ों तक हैरान करने वाले प्राकृतिक नजारों से भरा हुआ है। कुंचीकल झरना उनमें से एक है। यहां आपको मानसून के महीने में सुंदर झरने का नजारा भी देखने को मिलेगा। लेकिन यही झरना आपके लिए यादगार होने की जगह खतरनाक हो सकता है।

दरअसल, कर्नाटक राज्य में वाराही नदी पर स्थित कुंचीकल झरना भारत में सबसे ऊंचे झरने में से एक है। बारिश के मौसम में यहां पानी बहुत तेजी से गिरता है। ऐसे में झरने के करीब जाना, या ऊपर से झरने को किनारे पर खड़े होकर देखना खतरनाक हो सकता है। क्योंकि पानी की वजह से पत्थर फिसलन वाला हो जाता है।

  • कहां स्थित है कुंचीकल झरना- यह कर्नाटक राज्य के शिमोगा जिले में स्थित है। खड़ी चट्टानों से नीचे गिरने वाला कुंचिकल झरना, इसकी ऊंचाई 455 मीटर है।

बरेहीपानी झरना (Barehipani Falls)

falls

ओडिशा में स्थित यह झरना भारत के दूसरे सबसे बड़े झरने में से एक है। झरना एक विशाल चट्टान से दो चरणों में गिरता है। कई लोग रील्स बनाने के लिए झरने के पास भी जाने की कोशिश करते हैं, जो खतरनाक हो सकते हैं। झरना 399 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। मानसून की भारी वर्षा के कारण, पानी का प्रवाह बहुत अधिक हो जाता है। ऐसे में अगर आप पानी के पास जाने की कोशिश करेंगे, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। अगर आप यहां घूमने जा रहे हैं, तो झरने को दूर से ही देखने की कोशिश करें।

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नोहकलिकाई झरना, मेघालय

यह झरना 340 मीटर ऊंचाई से गिरता है। यह झरना इसलिए खतरनाक है, क्योंकि यह सबसे ज्यादा बारिश वाली जगह में से आता है। भारत के मेघालय राज्य के चेरापूंजी के पास यह स्थित है। ऊंचाई से झरना आपको क तालाब जैसी आकृति में गिरता हुआ दिखेगा। पानी की धारा बारिश में बहुत ज्यादा तेज रहती है। इसलिए अगर आप यहां घूमने जा रहे हैं, तो दूरी बनाए रखें। पानी में उतरने की कोशिश न करें और किनारों से दूर रहें।

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image credit- freepik

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