अर्धकुंभ शाही स्नान और देशभर से आए साधु-सन्यासियों के लिए तो चर्चित रहता ही है, इस बार यह अपने वैराएटी फूड स्टॉल्स के लिए भी फेमस हो रहा है। अर्ध कुंभ में एक फूड हब बनाया गया है, जहां देश के अलग-अलग हिस्सों के खास फूड आइटम्स मिलने की व्यवस्था भी की गई है। गौरतलब है कि 48 मिल्क बूथ और 40 फूड स्टॉल्स इस बार के अर्ध कुंभ में लगाए गए हैं और यहां आकर हर प्रदेश के निवासी को अपने मनमुताबिक खाना मिल सकता है। कुंभ में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आते हैं और खान-पान में विशिष्टता को देखते हुए उनके लिए विशेष खाने की व्यवस्था काफी अहम है। दिलचस्प बात ये है कि एक ही जगह पर विविध प्रकार के खाने का मजा सिर्फ यहां आने वाले सैलानी ही नहीं बल्कि यहां के साधु-सन्यासी भी उठा रहे हैं।
Read more: जरूर जाइए इन 7 फूड फेस्टिवल्स में अपने गर्ल्स गैंग के साथ
प्रयागराज में कुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है और यहां देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे हो रहे है। इस विशाल आयोजन में आने वाले के लिए आनंद में कमी ना रहे, इसे ध्यान में रखते हुए इस बार यहां खानपान का विशेष इंतजाम किया गया है। गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी पर आयोजित हो रहे कुंभ में बने 'फूड हब' में श्रद्धालु कई तरह के फूड आइटम्स का स्वाद ले रहे हैं। कुंभ में सालों से यह परंपरा चली आ रही है कि यहां पहुंचने वालों के लिए खान-पान की विशेष व्यवस्था की जाती है।
Read more: शिल्पा शेट्टी से लेकर अमृता रायचंद जैसी सेलेब्स ने हेल्दी कुकिंग से किया इंस्पायर
अर्ध कुंभ मेले के इस फूड स्टॉल में खासतौर पर साउथ इंडियन फूड आइटम्स जैसे कि इडली सांभर, सांभर वड़ा और मसाला डोसा का मजा उठाया जा सकता है। यहां आने वाले सैलानी, साधु सन्यासी और श्रद्धालु इन फूड आइटम्स को काफी पसंद कर रहे हैं।
यह विडियो भी देखें
पर्यटन विभाग की तरफ से फूड हब बनाया गया है, उसमें देश के करीब 16 राज्यों के व्यंजनों मौजूद हैं। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक श्रद्धालुओं को हर तरह के फूड आइटम का स्वाद लेने का मौका मिल रहा है। अच्छी बात ये है कि यहां साफ-सफाई को लेकर भी विशेष सावधानी बरती जा रही है। यहां आने वाले सैलानियों का कहा है कि अलग-अलग प्रदेशों के फूड आइटम्स का हब बनाने से उन्हें काफी सहूलियत मिली है। साथ ही टेस्ट बदलने के लिए भी उनके पास अच्छे ऑपशन्स हैं। बता दें कि 55 दिन चलने वाला अर्ध कुंभ मेला 4 मार्च, 2019 को खत्म होगा। इसमें इस बार भी करीब 13 करोड़ श्रद्धालुओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है, जो पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाएंगे।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।