Top Valley In Uttarakhand: उत्तराखंड देश का बेहद ही खूबसूरत राज्य है। इस राज्य की खूबसूरती इस कदर प्रचलित है कि यहां घूमने के लिए हर हजारों देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।
उत्तराखंड की खूबसूरती में यहां स्थित वैली भी काम करती हैं। उत्तराखंड की प्रसिद्ध वैली का नाम लिया जाता है, तो वैली ऑफ फ्लावर्स, हर्षिल वैली, तोष वैली और पिंडर वैली का जिक्र होता है।
उत्तराखंड हसीन वादियों में मौजूद दारमा वैली भी खूबसूरती के मामले में किसी से कम नहीं है। इस आर्टिकल में हम आपको दारमा वैली की खासियत और आसपास में मौजूद कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं।
सबसे पहले आपको यह बता देते हैं कि दारमा वैली उत्तराखंड के कहां स्थित है। आपको बता दें कि यह खूबसूरत वैली उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में धौलीगंगा नदी के किनारे स्थित है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दारमा वैली भारत-चीन सीमा पर स्थित दावे गांव से शुरू होती है। यह मनमोहक घाटी चीन और तिब्बत के साथ नेपाल सीमा से भी करीब है।
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दारमा वैली की खासियत जानने के बाद आप अपने आप को रोक नहीं पाएंगे। जी हां, दारमा वैली की खूबसूरती इस कदर प्रचलित है कि इसे कुदरत का नायब उपहार माना जाता है।
हिमालय की गोद में मौजूद दारमा वैली उत्तराखंड की खूबसूरती में चार चांद लगाने का कम करती है। इसे उत्तराखंड का छिपा हुआ खजाना भी माना जाता है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़, घास के मैदान, हजारों किस्म के फूल और झील-झरने इस वैली की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। दारमा वैली को हिमालय की सबसे सुंदर घाटियों में से भी एक माना जाता है।
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दारमा वैली की पौराणिक कथा आपको घूमने पर मजबूर कर देगी। इस खूबसूरत घाटी के बारे में बोला जाता है कि पांडवों ने स्वर्ग जाते समय अपना आखिरी खाना दारमा वैली में ही खाया था।
कहा जाता है कि दारमा वैली में पांडव पीक मौजूद है, जहां जाने के बाद पर्यटक में अपने आप सुखद और सकारात्मक ऊर्जा पैदा होने लगती है। (मालदीव का नजारा राजस्थान के किशनगढ़ देखें)
दारमा वैली पर्यटकों के लिए बेहद ही खास है। यहां स्थित ऊंचे-ऊंचे पहाड़, घास के मैदान और झील-झरने पर्यटकों को खूब आकर्षित करते हैं। प्रकृति प्रेमियों यह घाटी किसी हसीन जन्नत से कम नहीं है।
दारमा वैली के बारे में बोला जाता है कि यहां से पंचाचुली पर्वत का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। इस वैली में स्थित गांव भी आकर्षण का केंद्र है। गांव आदिवासी परंपरा को करीब से देख सकते हैं। दारमा वैली सैलानियों के बीच ट्रेकिंग और कैम्पिंग के लिए भी खूब लोकप्रिय है।
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दारमा वैली पहुंचना बहुत आसान है। दारमा वैली पहुंचने के लिए सबसे पहले उत्तराखंड के धारचूला में पहुंचना होगा। धारचूला से आप लोकल टैक्सी या कैब लेकर दारमा वैली जा सकते हैं। (हिमालय की गोद में स्थित एक रहस्यमयी फोर्ट)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दारमा वैली के आसपास में स्टेशन टनकपुर रेलवे स्टेशन है। टनकपुर से दारमा वैली करीब 240 किमी है। टनकपुर उत्तराखंड रोडवेज बस लेकर दारमा वैली जा सकते हैं। सबसे पास में पतंग नगर एयरपोर्ट है।
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