Close
चाहिए कुछ ख़ास?
Search

    ये है वो कुंड जिसमें नहाने से नि:संतान को होती है संतान की प्राप्ति, भगवान कृष्ण ने दिया था वरदान

    मां बनने को एक महिला के लिए सबसे बड़ा सुख माना जाता है लेकिन कुछ महिलाएं इस सुख से वंचित हैं। इस कुंड के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड में स्नान करने से निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है। 
    author-profile
    • Kirti Jiturekha
    • Her Zindagi Editorial
    Updated at - 2018-08-10,12:42 IST
    Next
    Article
    radha kund

    मां बनने को एक महिला के लिए सबसे बड़ा सुख माना जाता है लेकिन कुछ महिलाएं इस सुख से वंचित हैं। इस कुंड के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड में स्नान करने से नि:संतान को संतान की प्राप्ति होती है। 

    ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड को भगवान कृष्ण ने वरदान दिया था और इस वजह से इस कुंड की इतनी ज्यादा मान्यता है कि यहां स्नान करने के लिए हजारों मीलों का सफर तय कर विवाहित जोड़े संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर आते हैं। 

    तो चलिए आपको लेकर चलते हैं इस कुंड की तरफ। 

    radha kund

    भगवान कृष्ण की नगरी में है ये कुंड 

    भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में स्थित राधा कुंड में स्नान करने से नि:संतान को भी संतान की प्राप्ति होती है और ये मान्यता हजारों सालों से चली आ रही है। ऐसा माना जाता है कि अगर कोई नि:संतान दंपति एक साथ अहोई अष्टमी यानि कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी की मध्य रात्रि इस कुंड में स्नान करता है तो जल्द ही उसके घर में बच्चे की किलकारियां गूंजने लगती हैं। 

    Read more: यहां अपने भक्त के लिए खुद गवाही देने चले आए थे बांके बिहारी

    ऐसे किया जाता है राधाकुंड में स्नान 

    ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों को संतान की प्राप्ति नहीं हो रही होती है उन्हें इस राधाकुंड में स्नान करना चाहिए। मान्यतानुसार यहां स्नान करने वाली महिलाएं अपने केश खोलकर माता राधा से संतान का वरदान मांगती हैं और उन्हें ये वरदान मिलता भी है। 

    radha kund

    राधाकुंड को मिला वरदान 

    इस स्थान से जुड़ी एक पौराणिक कहानी भी प्रचलित है। कथा के अनुसार एक बार गोवर्धन पर्वत के पास में गाय चराने के दौरान अरिष्टासुर नामक राक्षस ने बछड़े का रूप धरकर भगवान कृष्ण पर हमला कर दिया था। भगवान कृष्ण के हाथों उस बछड़े का वध करने की वजह से कान्हा पर गौहत्या का पाप लग गया। इस पाप के प्रायश्चित के तौर पर श्रीकृष्ण ने अपनी बांसूरी से कुंड बनवाया और तीर्थ स्थानों के जल को वहां एकत्रित कर दिया। 

    इसी तरह राधा जी ने भी अपने कंगना की सहायता से कुंड खोदा और सभी वहां भी तीर्थ स्थान के जल एकत्रित हुए। राधा से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि जो भी नि:संतान दंपत्ति अहोई अष्टमी की रात यहां स्नान करेगा उसे सालभर के भीतर ही संतान की प्राप्ति अवश्य होगी।

    radha kund

    राधाकुंड की खासियत 

    राधाकुंड की एक खासियत है यहां कृष्णकुंड का पानी दूर से देखने पर कृष्ण जी के रंग की तरह सांवला दिखाई देता है, वहीं राधाकुंड का पानी उन्हीं की तरह श्वेत दिखता है। 

     

    Disclaimer

    आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

    बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

    Her Zindagi