Myths & Facts: त्‍वचा के लिए तुलसी फायदेमंद है या नुकसानदायक, एक्‍सपर्ट से जानें

त्‍वचा पर तुलसी का प्रयोग कर रही हैं, तो पहले इससे जुड़े महत्‍वपूर्ण मिथ और तथ्य जान लें। इसके लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। 

tulsi uses in ayurveda pic

तुलसी के पौधे की हम पूजा करते हैं और आयुर्वेद में भी इसे बहुत महत्व दिया गया है। सौंदर्य प्रसाधन की चीजों में भी तुलसी का बहुत प्रयोग किया जाता है। मगर त्‍वचा पर तुलसी के प्रयोग को लेकर बहुत सारे भ्रम भी हैं, जो हमें कई बार उसका गलत प्रयोग करने के लिए उकसाते हैं और फिर हमारी त्‍वचा को उससे नुकसान पहुंचता है।

वहीं दूसरी तरफ तुलसी को लेकर कई लोगों को यह भी गलतफहमी है कि वह हमारी काया पलट कर सकती है और त्‍वचा का रंग बदलने से लेकर उसके दाग-धब्बों तक को गायब कर सकती है।

इसलिए हमने इस विषय में स्किन एक्सपर्ट डॉक्टर अमित बांगिया से बात की और उनसे जाना कि त्‍वचा पर तुलसी के इस्तेमाल को लेकर क्‍या-क्‍या मिथ हैं। डॉक्टर अमित कहते हैं, 'तुलसी में ढेरों एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्‍वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं, मगर तुलसी त्‍वचा की हर परेशानी का हल नहीं है।'

तो चलिए जानते हैं तुलसी से जुड़े मिथ और तथ्य, जो आपके भविष्य में बहुत ज्यादा काम आएंगे।

इसे जरूर पढ़ें- चेहरे की आइसिंग करते वक्त लगाएं ये खास चीज, मिलेगा तुरंत निखार

tulsi for skin infection

मिथ- तुलसी का त्‍वचा पर डायरेक्ट इस्तेमाल किया जा सकता है?

तथ्‍य- नहीं, तुलसी बेशक एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल होती है, मगर इसके साथ ही तुलसी में पारा होता है, जो त्‍वचा को इरिटेट कर सकता है और त्‍वचा में रैशेज पैदा कर सकता है। इसलिए तुलसी में हमेशा गुलाब जल, एलोवेरा जेल या फिर अन्य कोई चीज को मिक्स करके लगाना चाहिए।

मिथ-तुलसी से त्‍वचा में मौजूद दाग-धब्बे दूर होते हैं?

तथ्‍य- तुलसी में मौजूद लिनोलिक एसिड एंटी इंफ्लेमेटरी होता है और त्‍वचा में किसी भी प्रकार की सूजन को कम करता है। यदि आपकी त्‍वचा पर दाने, फुंसी या मुंहासे हो रहे हैं, तो तुलसी के पानी से आप नहा सकती हैं मगर इससे केवल त्‍वचा पर इंफ्लेमेशन ही कम होती है न किसी दाग-धब्बे कम होते हैं।

मिथ- संक्रमित त्‍वचा का इलाज करने के लिए तुलसी का इस्तेमाल करना चाहिए?

तथ्‍य- यह सत्य है कि तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्‍वचा को को संक्रमित होने से बचाते हैं, मगर त्‍वचा यदि पहले ही संक्रमित हो चुकी है तो उस पर आपको कभी भी तुलसी नहीं लगानी चाहिए। क्योंकि संक्रमित त्‍वचा को ठीक करने के लिए आपको हमेशा दवाओं की जरूरत पड़ेगी। जबकि पहले से त्‍वचा को संक्रमण से बचाने के लिए आपको तुलसी के पानी या लेप का इस्तेमाल करना चाहिए।

इसे जरूर पढ़ें-संतरे के बेकार छिलके आएंगे काम, घर पर त्‍वचा के अनुसार बनाएं Facial Scrub

tulsi ayurvedic

मिथ- तुलसी के प्रयोग से त्‍वचा हो जाती है चमकदार?

तथ्‍य- यह मिथ है कि तुलसी त्‍वचा को चमकदार बनती है। हालांकि, तुलसी में त्‍वचा को प्यूरिफाई करने के गुण होते हैं और अगर आपके स्किन पोर्स में छुपी गंदगी से त्‍वचा कोई नुकसान पहुंचने वाला है तो तुलसी का नियमित प्रयोग त्‍वचा को उस नुकसान से बचा लेगा।

मिथ- तुलसी होती है एंटी एजिंग?

तथ्‍य- तुलसी में ढेरों एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, मगर यह त्‍वचा को यूथफुल बनाए रखने वाले कॉलेजन के प्रोडक्शन को न बढ़ाने में सहायक है और न कम करने की जिम्मेदारी है। ऐसे में तुलसी को एंटीएजिंगी नहीं कहा जा सकता है। हां, यह थोड़ा बहुत त्‍वचा में कसाव जरूर लाती है अगर आप इसे किसी ऐसी चीज के साथ मिक्स करके लगाएं, जो कॉलेजन को बूस्‍ट करे।

नोट- बिना स्किन एक्सपर्ट की सलाह और स्किन पैच टेस्ट के तुलसी का प्रयोग त्‍वचा पर न करें।


उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए आर्टिकल के नीचे आ रहे कमेंट सेक्शन में हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP