Yamuna Shashthi Puja Vidhi 2025: कैसे करें यमुना षष्ठी पर मां यमुना की पूजा? जानें विधि, सामग्री और मंत्र

आज यमुना षष्ठी का पर्व बड़े ही धूमधामा से मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आइये जानते हैं कि कैसे करें मां यमुना की पूजा, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और मां यमुना के किन मंत्रों का करें जाप।  
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चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन यमुना षष्ठी मनाई जाती है। इस साल यमुना षष्ठी 3 अप्रैल, दिन गुरुवार को पड़ रही है। यमुना षष्ठी के दिन मां यमुना की पूजा की जाती है। मान्यता है कि यमुना षष्ठी के दिन यमुना माता की पूजा करने से उनकी कृपा तो प्राप्त होती ही है, साथ ही श्री कृष्ण का सानिध्य भी मिलता है क्योंकि यमुना मैय्या श्री कृष्ण की पटरानी हैं। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं यमुना षष्ठी की पूजा विधि, सामग्री और मंत्र के बारे में विस्तार से।

क्या है यमुना पूजन की सामग्री? (Kya Hai Yamuna Pujan Ki Samagri?)

yamuna shashthi puja samagri 2025

यमुना माता की पूजा बहुत ही सरल है। यमुना पूजन के लिए तांबे की एक थाली, मिट्टी का दीपक, कलावे की बत्ती, बताशे, दूध, फूल, देसी घी और धूप बत्ती सामग्री के तौर पर शामिल करें।

कैसे करें यमुना षष्ठी की पूजा? (Kaise Kare Yamuna Sashthi Ki Puja?)

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यमुना माता की पूजा भी सरल रूप से होती है। यूं तो हर देवी-देवता के दिवस पर पूजा सुबह के समय की जाती है, लेकिन यमुना माता की पूजा षष्ठी के दिन शाम के समय यानी कि संध्या काल में होती है।

शाम के समय पहले घर पर स्नान करें और फिर यमुना घाट पर जाएं। इसके बाद पवित्र जल में स्नान करते हुए मां यमुना को तांबे की थाली में बताशे और फूल अर्पित करें। यमुना मां के मंत्रों का जाप करें।

इसके बाद मिट्टी के दीपक में घी डालें और कलावे की बत्ती को भिगोकर दीया प्रज्वलित करें। धूपबत्ती जलाएं और यमुना माता की आरती करें। यमुना स्नान करने के बाद घाट पर बैठकर यमुना चालीसा पढ़ें।

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किन मंत्रों का यमुना षष्ठी पर करें जाप? (Kin Mantron ka Yamuna Shashthi Pr Kare Jap)

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यमुना षष्ठी के दिन मां यमुना के 'यमस्वसर्नमस्तेऽसु यमुने लोकपूजिते। वरदा भव मे नित्यं सूर्यपुत्रि नमोऽस्तु ते" और "ॐ गङ्गे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती' मंत्र का जाप 11 या 21 बार करना चाहिए।

इसके अलावा, मां यमुना के 'ॐ हीं श्रीं, क्लीं कालिन्द्यै देव्यै नम:' मंत्र का जाप करना भी शुभ माना जाता है। इस मंत्र के जाप से घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है और संकटों से रक्षा होती है।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • यमुना षष्ठी के दिन क्या करना चाहिए?

    यमुना षष्ठी के दिन यमुना माता के साथ ही श्री कृष्ण की पूजा भी अवश्य करनी चाहिए। इसके अलावा, दान भी करना चाहिए।