(Vivah Panchami 2023) हिंदू पंचांग के अनुसार विवाह पंचमी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी शुभ तिथि के दिन मिथिला नरेश की पुत्री देवी सीता का विवाह भगवान श्रीराम के साथ हुआ था। इसलिए इस दिन को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि विवाह पंचमी का दिन बेहद शुभ होता है, लेकिन इस दिन विवाह करना शुभ नहीं माना जाता है। बता दें, इस साल दिनांक 28 नवंबर दिन सोमवार को विवाह पंचमी है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह महोत्सव मनाने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है। अब ऐसे में अगर आप घर में विवाह पंचमी के माता सीता और भगवान श्रीराम का विवाह कर रहे हैं, तो किस विधि से करना शुभ माना जाता है।
इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
घर पर इस विधि से करें पूजन (Vivah Panchami Puja Vidhi 2023)
- विवाह पंचमी के दिन भगवान श्रीराम की बारात निकाली जाती है।
- इसलिए, इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता की प्रतिमा स्थापित करें।
- भगवान गणेश (भगवान गणेश मंत्र) का ध्यान कर विवाह की रस्म शुरू करें।
- वहीं इस दिन हनुमान जी की पूजा कर उनका आवाहन जरूर करना चाहिए। इसे बेहद शुभ माना जाता है। क्योंकि हनुमान जी भगवान श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हैं और माता सीता को बेहद प्रिय हैं।
- विवाह पंचमी के दिन माता सीता और भगवान श्री राम को माला पहनाएं और उनका गठबंधन करें।
- भगवान को भोग लगाएं और आरती करें।
- विवाह की रस्म पूरी हो जाने के बाद प्रसाद जरूर बाटें।
- विवाह पंचमी के दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का खास ध्यान रखें।
इसे जरूर पढ़ें - शादी में आ रही अड़चन को दूर करेंगे ये टोटके
- इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, धन, वस्त्र का दान करें। वहीं महिलाओं को सुहाग का सामान जैसे कि कुमकुम, सिंदूर(सिंदूर के उपाय), चूड़ियां, बिंदी, साड़ी, आदि चीजों का दान करने से अंखड सौभाग्यवती का वरदान मिलता है।
विवाह पंचमी के दिन इन मंत्रों का करें जाप (Chant These Mantras on Vivah Panchami 2023)
विवाह पंचमी के दिन इन मंत्रों का खास जाप करें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
- तौ भगवानु सकल उर बासी। करिहि मोहि रघुबर कै दासी। जेहि कें जेहि पर सत्य सनेहू। सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू।।
- ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम, श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः
- ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि। तन्नो रामः प्रचोदयात् ।।
- इसे जरूर पढ़ें - Hindu Wedding Rituals: दुल्हन को शादी से पहले क्यों बांधी जाती है हल्दी की गांठ
- ॐ जनकनंदिन्यै विद्महे, भुमिजायै धीमहि। तन्नो सीता: प्रचोदयात् ।।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों