(Vat Savitri 2024 Puja Shubh Muhurat) व्रत सावित्री का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत पतिव्रता सावित्री के त्याग और समर्पण को याद करता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल वट सावित्री का व्रत 06 जून गुरुवार के दिन रखा जाएगा। बता दें, इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए व्रत रखती हैं। हर साल वट सावित्री का व्रत ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा-अर्चना करती हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, वट सावित्री के दिन सावित्री ने अपनी भक्ति और श्रद्धा से यमराज को प्रसन्न किया था और अपने मृत पति की जान बचाई थी। तभी से वट सावित्री व्रत की शुरुआत हो गई थी। अब ऐसे में वट सावित्री के दिन पूजा का शुभ योग और मुहूर्त कब है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
अमावस्या तिथि मुहूर्त (Amavasya Muhurat)
पंचाग के हिसाब से अमावस्या तिथि की शुरुआत 05 जून को रात 07 बजकर 55 मिनट पर हो रही है और इसकी समाप्ति अगले दिन यानी कि 06 जून गुरुवार के दिन शाम 06 बजकर 07 मिनट पर होगी।
वट सावित्री के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त कब है? (Vat Savitri shubh Puja Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, वट सावित्री के दिन पूजा का शुभ समय सूर्योदय के बाद से आरंभ हो जाएगा। ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 05 बजकर 34 मिनट से लेकर पूरे दिन पूजा कर सकते हैं। वहीं पूजा का शुभ मुहूर्त 06 जून गुरुवार के दिन सुबह 11 बजकर 52 मनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 03 बजे तक वट सावित्री की पूजा नहीं की जा सकती है। इसके अलावा पूरे दिन पूजा कर सकते हैं।
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वट सावित्री की पूजा के दौरान मंत्र जाप (Vat Savitri Mantra)
वट सावित्री की पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करें। इससे कृपा प्राप्ति हो सकती है।
- ॐ जयन्ती मङ्गलकाली गौरी सवित्री नमोनमस्तूते।
- त्र्यम्बकधामनि देवी त्रिपुरसुन्दरि नमोनमस्तूते।।
- यया शिवः प्रसन्नोऽभूत् तया त्वं नोऽभि रक्ष यशस्वती।
- पतिव्रतानां पतिव्रता शिवपत्नी नमोनमस्तूते।।
- ॐ नमो देव्यै सवित्र्यै विष्णुचक्राय धारिण्यै।
- पतिव्रतानां पतिव्रतायै नमोऽस्तुते।।
- ॐ नमः सत्यवानाय सत्यव्रताय सत्यज्ञानस्वरूपाय।
- सत्यधर्माय सत्यशीलाय सत्यप्रकाशाय नमः।।
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वट सावित्री के दिन शुभ मुहूर्त देखते हुए पूजा-पाठ करने से लाभ हो सकता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- HerZindagi
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