(Somvati amavasya 2024 plant ashok tree for ancestor salvation) पंचांग के हिसाब से 08 अप्रैल को हिंदू नववर्ष की पहली अमावस्या है। इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व है। वहीं अगर आप पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो सोमवती अमावस्या बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है। अब ऐसे में सोमवती अमावस्या के दिन अशोक का पेड़ लगाना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप उनकी विधिवत पाठ करने में सक्षम नहीं हैं, तो केवल अशोक का पेड़ लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि सोमवती अमावस्या के दिन किस विधि से अशोक का पेड़ लगाना शुभ माना जाता है।
सोमवती अमावस्या का शुभ मुहूर्त क्या है?
सोमवती अमावस्या तिथि का शुभ मुहूर्त दिनांक 08 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 11 मिनट से लेकर इसका समापन दिनांक 08 अप्रैल को रात 11 बजकर 50 मिनट पर होगा। इस दिन स्नान-का समय ब्रह्म मुहूर्त में 04 बजकर 32 मिनट पर है।
सोमवती अमावस्या के दिन लगाएं अशोक का पेड़
सोमवती अमावस्या के दिन अशोक का पेड़ लगाना शुभ माना जाता है। इसके लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और अपने ईष्टदेव की आराधना करें। उसके बाद ब्रह्म मुहूर्त में ही अशोक के पोधे को घर के बाहर लगाएं। ऐसा कहा जाता है कि यह पेड़ भगवान श्रीहरि विष्णु जी को बेहद प्रिय है। उनकी कृपा से पितरों को मोक्ष प्राप्ति हो सकती है और उस परिवार में सुख-शांति का आगमन हो सकता है।
अशोक का पेड़ लगाने के बाद उसमें कच्चा सूत बांधें और रोली लगाएं। साथ ही अक्षत भी अर्पित करें। पश्चात विधिवत पूजा-पाठ करें। आखिर में 11 बार परिक्रमा लगाएं। परिक्रमा करने के दौरान अपने पितरों का नाम अवश्य लें। इससे पितृ बेहद प्रसन्न हो सकते हैं और व्यक्ति को जीवन में कभी किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
इसके अलावा शिवलिंग की पूजा करें और बेलपत्र के पेड़ की पूजा करने से भी लाभ हो सकता है।
इसे जरूर पढ़ें - Pitra Dosh: घर में पितृ दोष है तो पितृ पक्ष के दौरान करें ये विशेष उपाय
सोमवती अमावस्या के दिन करें मंत्र जाप
सोमवती अमावस्या के दिन अशोक का पेड़ लगाने के बाद इन मंत्रों का जाप जरूर करें। इससे सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
- ॐ कुल देवताभ्यो नमः।
- ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः।
- ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः।
- ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः।
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
इसे जरूर पढ़ें -Astrologer Tips: कालसर्प दोष के लक्षण एवं निवारण के उपाय
- गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती, नर्मदा सिंधु कावेरी जलेस्मिनेसंनिधि कुरू।।
- ॐ पितृभ्य: नम।
सोमवती अमवस्या के दिन अशोक का पेड़ विधिवत रूप से लगाएं और इसके अलावा अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- herzindagi.com
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों