Pearl Gemstone: मोती पहनने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान, जानें सही नियम

रत्न शास्त्र में सभी प्रकार के रत्न के बारे में विस्तार से बताया गया है। अब ऐसे में जो जातक मोती धारण करते हैं, उन्हें किन नियमों का पालन करना जरूरी है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
rules and significance of wearing pearl gemstone

रत्न शास्त्र में मोती का बहुत महत्व है। इसे चंद्रमा का रत्न माना जाता है और यह कई तरह से लाभकारी होता है। मोती मन को शांत और स्थिर करता है। यह तनाव, चिंता को कम करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, मोती सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और नकारात्मक विचारों को दूर करता है। आपको बता दें, आजकल जातक मोती को बिना किसी नियम के धारण कर लेते हैं। जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ जाता है। इसलिए अगर आप मोती के अलावा भी कोई रत्न धारण कर रहे हैं तो नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से मोती पहनने के नियमों के बारे में जानते हैं।

मोती पहनने की विधि जानें

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  • मोती को शुक्ल पक्ष के सोमवार को धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। आप पूर्णिमा तिथि के दिन भी धारण कर सकते हैं।
  • मोती को हमेशा चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिए।
  • आप मोती को दाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली यानी कि कनिष्ठा उंगली में पहनना चाहिए।
  • मोती को धारण करने से पहले इसे गंगाजल या गाय के कच्चे दूध से शुद्ध करना चाहिए।
  • मोती धारण करते समय "ऊं चं चन्द्राय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
  • वहीं जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में हो, उन्हें मोती धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह लेनी चाहिए।

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मोती पहनने के दौरान इन नियमों का करें पालन

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अगर आप भी मोती धारण करते हैं तो इन नियमों का पालन विशेष रूप से करने से लाभ हो सकता है और आप अशुभ प्रभावों से भी बच सकते हैं।

  • धातु- मोती को हमेशा चांदी की अंगूठी में ही धारण करना चाहिए।
  • उंगली- मोती को दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली में पहनना चाहिए।
  • दिन- मोती धारण करने के लिए सोमवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है।
  • समय-मोती को शुक्ल पक्ष के सोमवार को सूर्यादय के बाद धारण करना चाहिए।

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  • शुद्धिकरण-मोती धारण करने से पहले इसे गंगाजल या गाय के कच्चे दूध से शुद्ध करना चाहिए।
  • मंत्र-मोती धारण करते समय "ऊं सोम सोमाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
  • रत्न धारण- मोती के साथ हीरा, पन्ना, नीलम या गोमेद जैसे रत्नों को धारण नहीं करना चाहिए।
  • राशि- मेष, सिंह, धनु और कुंभ राशि के जातकों को मोती धारण करने से बचना चाहिए।

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Image Credit- HerZindagi

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