शिव पुराण में लिखा है इन 2 फूलों के बारे में, शिवलिंग पर चढ़ाने से दूर होता है गृह क्लेश

शिवलिंग पर फूल चढ़ाने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसी कड़ी में शिव पुराण में 2 ऐसे फूलों का उल्लेख मिलता है जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से घर का कलश दूर हो जाता है। 
benefits of offering gudhal flower on shivling

शिवलिंग पर फूल चढ़ाना भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पुष्प अत्यंत प्रिय हैं विशेषकर सफेद फूल जैसे चमेली, मोगरा, बेला और कनेर। इन फूलों को अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यह माना जाता है कि फूल चढ़ाने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि शिव पुराण में 2 ऐसे फूलों का उल्लेख मिलता है जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से घर का कलश दूर हो जाता है।

शिवलिंग पर कौन से दो फूल चढ़ाने से गृह क्लेश दूर होता है?

शिव पुराण के अनुसार, अपराजिता और गुड़हल का फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से घर का भयंकर से भयंकर क्लेश भी दूर हो जाता है और सुख-समृद्धि घर में आती है। अपराजिता का संबंध शनि देव से भी माना जाता है। शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने से कुंडली में मौजूद शनि, राहु और केतु जैसे क्रूर ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। इससे इन ग्रहों के कारण उत्पन्न होने वाली बाधाएं, परेशानियां और दुर्भाग्य दूर होते हैं।

shivling pr aparajita ka phool chadhane ke labh

अपराजिता का फूल अर्पित करने से घर में आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन का आवागमन बना रहता है। यह माता लक्ष्मी को भी प्रिय माना जाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि होती है। अपराजिता का फूल मन को शांत रखने और मानसिक स्थिरता बनाए रखने में सहायक होता है। इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं, मन में शुभ विचार आते हैं और व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है।

यह भी पढ़ें:क्या शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ बेलपत्र खा सकते हैं? जानें पंडित जी से

भगवान शिव को अपराजिता का फूल अत्यंत प्रिय है। इसे श्रद्धापूर्वक अर्पित करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यह विभिन्न रोगों और कष्टों से मुक्ति दिलाने में भी सहायक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अपराजिता का फूल चढ़ाने से नौकरी में तरक्की मिलती है और कारोबार में लाभ होने के योग बनते हैं। यह कार्यक्षेत्र में आने वाली बाधाओं को दूर करता है और सफलता के मार्ग खोलता है।

गुड़हल का फूल मंगल ग्रह का प्रतीक माना जाता है। शिवलिंग पर गुड़हल का फूल चढ़ाने से कुंडली में मंगल और सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। सूर्य आत्मविश्वास, यश और पिता का कारक है जबकि मंगल ऊर्जा, साहस और भूमि का। इन ग्रहों की मजबूती से व्यक्ति के जीवन में आत्मविश्वास बढ़ता है, मान-सम्मान मिलता है और ऊर्जा बनी रहती है। नियमित रूप से महादेव को गुड़हल अर्पित करने से शारीरिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य बेहतर होता है।

यह भी पढ़ें:क्या शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाई जा सकती है? जानें शिव पुराण में गए नियम के बारे में

गुड़हल का फूल मां दुर्गा को भी अत्यंत प्रिय है। चूंकि देवी शिव की शक्ति हैं, इसलिए कुछ लोग इसे शिव जी को भी अर्पित करना शुभ मानते हैं। ऐसी मान्यता है कि इसे अर्पित करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और विरोधी शांत होते हैं। गुड़हल को धन आकर्षण और मनोकामना पूर्ति से भी जोड़ा जाता है। माना जाता है कि इसे चढ़ाने से भगवान की विशेष कृपा बरसती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

shivling pr aparajita chadhane ke labh

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP

FAQ

  • शिवलिंग पर अनाज चढ़ाने से क्या होता है?

    शिवलिंग पर अनाज चढ़ाने से अलग-अलग फल मिलते हैं जैसे कि चावल शांति और समृद्धि के लिए, गेहूं धन-धान्य के लिए और जौ रोग और शोक से मुक्ति के लिए।
  • शिवलिंग की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए? 

    शिवलिंग की आधी परिक्रमा करनी चाहिए यानि जलहरी को लांघे बिना वापस लौटना चाहिए।