(Ekadashi in May 2024) हिंदू पंचांग के अनुसार महीने में दो बार एकादशी तिथि आती है। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इन दिनों व्रत रखने का विशेष महत्व माना जाता है।एकादशी का व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से ग्रहों की पीड़ा कम होती है और कुंडली में ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ता है। एकादशी का व्रत रखने से धन-वैभव और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। बता दें, मई माह में दो एकादशी है। जिसमें पहली एकादशी वरुथिनी और दूसरी मोहिनी एकादशी है। अब ऐसे में दोनों एकादशी की शुभ तिथि कब है, शुभ मुहूर्त क्या है, शुभ योग क्या है और इस एकादशी को रखने के लिए नियम क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
वरुथिनी एकादशी की शुभ तिथि क्या है?
वरुथिनी एकादशी 04 मई को है। इस तिथि का आरंभ 3 मई यानी कि आज शुक्रवार को रात 11 बजकर 24 मिनट से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 4 मई को शनिवार के दिन सुबह 5 बजकर 25 मिनट पर होगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। इस दिन जो जातक व्रत रखता है। उसके सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। ग्रह दोषों से छुटकारा मिल जाता है और धन वैभाव के साथ-साथ मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।
वरुथिनी एकादशी के दिन बन रहे हैं 3 शुभ योग
वरुथिनी एकादशी के दिन 3 शुभ योग बन रहे हैं।
- त्रिपुष्कर योग: यह योग 3 मई 2024 को रात 8 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर 4 मई 2024 को सुबह 5 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। यह योग शुभ और सफलता दायक माना जाता है।
- इंद्र योग: यह योग 4 मई 2024 को सुबह 5 बजकर 25 मिनट से शुरू होकर 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। यह योग धन, वैभव और समृद्धि दायक माना जाता है।
- वैधृति योग: यह योग 4 मई 2024 को सुबह 6 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। यह योग विद्या, बुद्धि और ज्ञान दायक माना जाता है।
वरुथिनी एकादशी व्रत के नियम क्या हैं?
- व्रत के दौरान झूठ, अपशब्द बोलना, और क्रोध करने से बचना चाहिए।
- ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- दान-पुण्य करना चाहिए।
- भजन-कीर्तन करना चाहिए।
मोहिनी एकादशी शुभ तिथि और मुहूर्त क्या है?
मोहिनी एकादशी 18 मई शनिवार को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन 19 मई, 2024 दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होगा। इसलिए मोहिनी एकादशी का व्रत 19 मई को रखा जाएगा।
मोहिनी एकादशी के दिन बन रहे हैं 3 शुभ योग
मोहिनी एकादशी के दिन 3 शुभ योग बनने जा रहे हैं।
- अमृत योग: 18 मई को शाम 7 बजकर 21 मिनट से लेकर 8 बजकर 25 मिनट तक है।
- सिद्धि योग: 18 मई को सुबह 12 बजकर 25 मिनट से शाम 6 बजकर 16 मिनट तक।
- साध्य योग: 18 मई को सुबह 6 बजकर 16 मिनट से 7 बजकर 8 मिनट तक है।
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मोहिनी एकादशी व्रत के नियम क्या हैं?
- मोहिनी एकादशी के दिन सोने से बचना चाहिए।
- इस दिन किसी जातक को झूठ बोलने से बचना चाहिए।
- मोहिनी एकादशी के दिन दूध पीने से बचना चाहिए।
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एकादशी के दिन पूजा के नियम क्या हैं?
- सबसे पहले भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- फिर दीप, धूप, नैवेद्य और फल-फूल अर्पित करें।
- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- एकादशी व्रत कथा पढ़ें या सुनें।
- आरती करें और भजन-कीर्तन करें।
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Image Credit- herzindagi and google
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